खान-पान लेख भूखमरी है विकास के विरोधाभासी स्वरूप की भयावह तस्वीर July 24, 2025 / July 24, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- विश्व खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की हालिया रिपोर्ट ने एक बार फिर वैश्विक समुदाय को चेताया है कि धरती पर करोड़ों लोग आज भी भूख, कुपोषण और खाद्य असुरक्षा के शिकंजे में जकड़े हुए हैं। यह रिपोर्ट केवल आंकड़ों का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि एक वैश्विक त्रासदी की दास्तान है, जो यह सोचने […] Read more » Hunger is a frightening picture of the contradictory nature of development
खान-पान लेख स्वास्थ्य बनाम स्वादः समोसा और जलेबी से सावधान! July 15, 2025 / July 15, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- भारत जैसे विविधताओं वाले देश में जहां हर नुक्कड़ पर समोसे की महक और जलेबी की मिठास लोगों को आकर्षित करती है, वहीं यह स्वादिष्ट व्यंजन अब स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी बनते जा रहे हैं। हमारी परंपराओं और खानपान में गहराई से जुड़े समोसा, कचोरी और जलेबी जैसे तली-भुनी और अत्यधिक […] Read more » Health vs Taste: Beware of Samosa and Jalebi!
खान-पान झारखण्ड का एक अनोखा जंगली मशरूम पुटू July 7, 2025 / July 7, 2025 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment –अशोक “प्रवृद्ध” झारखण्ड और छतीसगढ़ की सीमावर्ती जिलों के वनों, जंगलों में वर्षा ऋतु के प्रारम्भिक काल में स्वतः ही उगने, निकलने वाली पुटू नामक मशरूम के इस वर्ष कमोत्पति अर्थात कम उपज के कारण लोग इसके प्राकृतिक, असली और बेहतरीन स्वाद से वंचित होकर रह गए हैं। लोग मजबूरी में घरों में मशरूम की खेती से उत्पादित […] Read more » जंगली मशरूम पुटू
खान-पान आपका सादा खाना भी काफ़ी ‘ओइली’ है! June 27, 2025 / June 27, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment क्या आप जानते हैं कि आपका सादा खाना भी काफ़ी ‘ओइली’ है?नहीं, हम घी या सरसों तेल की बात नहीं कर रहे—हम बात कर रहे हैं उस कच्चे तेल की जिसकी कीमत इज़राइल-ईरान जैसे युद्धों से तय होती है, और जिसकी लत में डूबी है आज की पूरी खाद्य प्रणाली. आज चावल से लेकर चिप्स के पैकेट तक, खेत से […] Read more » सादा खाना भी काफ़ी ‘ओइली’ है
खान-पान मिलावट: मुंह में नहीं, ज़मीर में घुला ज़हर June 9, 2025 / June 9, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment मिलावट अब केवल खाने-पीने तक सीमित नहीं रही, यह हमारे सोच, संबंध, और व्यवस्था तक में घुल चुकी है। मूँगफली में पत्थर हो या दूध में डिटर्जेंट, यह मुनाफाखोरी की संस्कृति का विस्तार है। उपभोक्ता की चुप्पी, सरकार की ढील और समाज की “चलता है” मानसिकता ने इसे स्वीकार्य बना दिया है। मिलावट एक नैतिक […] Read more » Adulteration: Poison mixed in conscience मिलावट
खान-पान दुग्धशाला की शक्ति का परिचायक है आत्मनिर्भरता June 1, 2025 / June 2, 2025 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment डॉ. शंकर सुवन सिंह दूध में कैल्शियम, मैग्नीशियम, ज़िंक, फास्फोरस, आयोडीन, आयरन, पोटैशियम, फोलेट्स, विटामिन ए, विटामिन डी, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी-12, प्रोटीन आदि मौजूद होते हैं। गाय के वसा रहित दूध (स्किम्ड मिल्क) में कोलेस्ट्रॉल 2-5 मिलीग्राम प्रति 100 मिलीलीटर होता है। पूर्ण वसा (फुल क्रीम) वाले दूध में कोलेस्ट्रॉल 10-15 मिलीग्राम प्रति 100 मिलीलीटर […] Read more » Self-reliance is a testament to the power of a dairy
खान-पान लेख एमएसपी में वृद्धि :कृषि और किसान कल्याण को गति May 29, 2025 / May 29, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने विपणन(मार्केटिंग) सीजन 2025-26 के लिए 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दी है, यह कृषि और किसान कल्याण के विचार से एक स्वागत योग्य कदम कहा जा सकता है। अच्छी बात है कि आज […] Read more »
खान-पान खेत-खलिहान भारत की पहली जीनोम-संपादित चावल की किस्में May 8, 2025 / May 8, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment भारत विश्व का एक बड़ा कृषि प्रधान देश है और यहां की अर्थव्यवस्था बहुत हद तक कृषि पर निर्भर है। हाल ही में भारत ने अपनी पहली जीनोम-संपादित चावल की किस्में ‘डीआरआर धान 100 (कमला)’ और ‘पूसा डीएसटी राइस 1’ जारी की हैं। यहां पाठकों को बताता चलूं कि हमारे देश के कृषि मंत्री शिवराज […] Read more » India's first genome-edited rice varieties भारत की पहली जीनोम-संपादित चावल की किस्में
कला-संस्कृति खान-पान क्या किसी की भूख की तस्वीर लेना जरूरी है? May 5, 2025 / May 5, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment “सोशल मीडिया युग में करुणा की कैद” सोशल मीडिया के युग में भलाई और करुणा अब मौन संवेदनाएँ नहीं रहीं, वे कैमरे के फ्रेम में क़ैद होती जा रही हैं। आज अधिकांश मदद ‘लाइक्स’ और ‘फॉलोवर्स’ के लिए की जाती है, न कि सच्ची इंसानियत से। सहायता अब एक ‘कंटेंट’ बन चुकी है और ज़रूरतमंद […] Read more » भूख की तस्वीर
खान-पान खेत-खलिहान पर्यावरण जलवायु परिवर्तन ने बदली उत्तराखंड की खेती की सूरत May 1, 2025 / May 1, 2025 by निशान्त | Leave a Comment आलू-गेहूं छोड़ किसानों ने पकड़ी दाल-मसालों की राह, बीते दशक में 27% कम हुई खेती की ज़मीन, 70% गिरी आलू की पैदावारउत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में जलवायु परिवर्तन की मार ने खेती के नक्शे को पूरी तरह बदल दिया है। क्लाइमेट ट्रेंड्स की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक दशक में जहां खाद्यान्न और तिलहन […] Read more » जलवायु परिवर्तन
खान-पान खेत-खलिहान पर्यावरण धरती को बेपानी करती ‘साठा धान’ की फसल पर हो कठोर कार्रवाई? April 21, 2025 / April 21, 2025 by रमेश ठाकुर | Leave a Comment साठ दिनों में तैयार होने वाली ‘साठा धान’ की फसल पर कई राज्यों में प्रतिबंध लगने के बाद भी देश के हिस्सों में चोरी-छिपे फसलें लगाई जा रही हैं। ये फसल जमीन के पानी को बेहिसाब सोखती है। फसल के पीछे लोगों का लालच मात्र इतना है, ये फसल दूसरी फसलों के मुकाबले आधे समय […] Read more » साठा धान
खान-पान नकली/मिलावटी दूध का खेल: अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य को चंपत ! April 10, 2025 / April 10, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment दूध सदियों सदियों से हमारी सनातन भारतीय संस्कृति और खान-पान का बहुत ही अहम् हिस्सा रहा है। वास्तव में दूध शुद्धता और पोषण का प्रतीक रहा है। इसीलिए हमारी सनातन संस्कृति में दूध को ‘अमृत’ की संज्ञा दी गई है।एक उपलब्ध जानकारी के अनुसार दूध उत्पादन के मामले में भारत दुनिया का नंबर-1 देश है […] Read more »