मीडिया राजनीति प्रचार के भूखे हैं बाबा रामदेव June 8, 2011 / December 11, 2011 by विनोद उपाध्याय | 10 Comments on प्रचार के भूखे हैं बाबा रामदेव विनोद उपाध्याय आज-कल बाबा रामदेव की तुलना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से की जा रही है। लेकिन दोनों के व्यक्तित्व और कृतित्व में जमीन-आसमान का अंतर है। महात्मा गांधी राजनेता थे और संत बनने की कोशिश में लगे रहे जबकि बाबा रामदेव संत है, लेकिन राजनेता बनने का प्रयास कर रहे हैं। संत हमेशा लोक प्रचार […] Read more » Baba Ramdev प्रचार के भूखे बाबा रामदेव
मीडिया राजनीति वनवास से लौटी उमा फंसी चक्रव्यूह में June 7, 2011 / December 11, 2011 by विनोद उपाध्याय | 1 Comment on वनवास से लौटी उमा फंसी चक्रव्यूह में विनोद उपाध्याय भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती के छह साल के वनवास को समाप्त करने की घोषणा के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उन्हें एक ऐसे चक्रव्यूह में डाल दिया है जिसे तोड़ पाना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। उत्तर प्रदेश के चुनावी महाभारत में बसपा,सपा और कांग्रेस […] Read more » Uma Bharti वनवास से लौटी उमा फंसी चक्रव्यूह में
जन-जागरण मीडिया खिसियानी बिल्ली खम्भा नोंचे June 5, 2011 / June 6, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on खिसियानी बिल्ली खम्भा नोंचे बाबा रामदेव के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को इस तरह कुचलना अलोकतांत्रिक सुरेन्द्र पॉल दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकारी शह पर पुलिस ने आधी रात को जो ‘लीला’ रची है, उसने लोकतंत्र के चेहरे को बुरी तरह से कलंकित कर दिया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ बाबा रामदेव के आंदोलन से बौखलाई सरकार को जब कुछ […] Read more » खम्भा नोंचे खिसियानी बिल्ली
मीडिया पत्रकारिता के आदि पुरूष देवर्षि नारद May 30, 2011 / December 12, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकारिता के आदि पुरूष देवर्षि नारद मृत्युंजय दीक्षित सृष्टिकर्ता प्रजापति ब्रह्मा के मानस पुत्र नारद। त्रिकालदर्शी पुरूष नारद देव, दानव और मानव सभी के कार्यों में सहायक देवर्षि नारद। देवर्षि नारद एक ऐसे महान व्यक्तित्व के स्वामी व सांसारिक घटनाओं के ज्ञाता थे कि उनके परिणामों तक से भी वे भली भांति परिचित होते थे। वे शत्रु तथा मित्र दोनों में […] Read more » Journalism देवर्षि नारद
मीडिया विधि-कानून विश्वविद्यालयों में विधिक पत्रकारिता के पाठ्यक्रम की दरकार May 28, 2011 / December 12, 2011 by भारत सेन | Leave a Comment भारत सेन भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों की वेबसाईट का आवलोकन करने पर यह चौकाने वाला तथ्य सामने आता हैं कि पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपधि प्रदान करने वाले विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में सबसे महत्वपूर्ण विषय विधिक पत्रकारिता नही हैं। कानून और न्याय के शासन में आस्था रखने वालों को यह जानकर दुख […] Read more » University विश्वविद्यालयों
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया माखनलाल पत्रकारिता विवि में प्रवेश हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 5जून तक बढ़ाई गयी May 23, 2011 / December 12, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भोपाल,23 मई,2011। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल में शैक्षणिक सत्र 2011-12 में संचालित होने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश हेतु आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 जून,2011 तक बढ़ा दी गयी है। पूर्व में यह तिथि 25 मई निर्धारित की गयी थी। प्रवेश परीक्षा पूर्व घोषित तिथि 12 जून, 2011 को […] Read more » Makhanlal Chaturvedi Patrakarita Vishwavidyalay माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
मीडिया अल्पसंख्यक नेतृत्व की तरह दिशाहीन होती उर्दू पत्रकारिता May 18, 2011 / December 13, 2011 by संजय कुमार | Leave a Comment संजय कुमार भारतीय मीडिया में हिन्दी व अंग्रेजी की तरह उर्दू समाचार पत्रों का हस्तक्षेप नहीं दिखता है। वह तेवर नहीं दिखता जो हिन्दी या अंग्रेजी के पत्रों में दिखता है। आधुनिक मीडिया से कंधा मिला कर चलने में अभी भी यह लड़खड़ा रहा है। यों तो देश के चर्चित उर्दू अखबरों में आठ राज्यों […] Read more » Urdu Journalism उर्दू पत्रकारिता
मीडिया मीडिया को नई राह बताते हैं नारद के भक्ति सूत्र May 18, 2011 / December 13, 2011 by प्रो. बृजकिशोर कुठियाला | 3 Comments on मीडिया को नई राह बताते हैं नारद के भक्ति सूत्र नारद जयंती (19 मई) पर विशेष प्रो.बृज किशोर कुठियाला सभी पुराणों में महर्षि नारद एक अनिवार्य भूमिका में प्रस्तुत हैं। उन्हें देवर्षि की संज्ञा दी गई, परन्तु उनका कार्य देवताओं तक ही सीमित नहीं था। वे दानवों और मनुष्यों के भी मित्र, मार्गदर्शक, सलाहकार और आचार्य के रूप में उपस्थित हैं। परमात्मा के विषय में […] Read more » media महर्षि नारद
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया माखनलाल पत्रकारिता विवि में कई पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रारंभ May 16, 2011 / December 13, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भोपाल,16 मई,2011। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल में शैक्षणिक सत्र 2011-12 में संचालित होने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है। विश्वविद्यालय द्वारा मीडिया मैनेजमेंट, विज्ञापन एवं विपणन संचार, मनोरंजन संचार, कॉर्पोरेट संचार तथा विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संचार में एम.बी.ए. पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। 2 वर्षीय […] Read more » Makhanlal Chaturvedi Patrakarita Vishwavidyalay माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
मीडिया देवर्षि नारद के सवालों में हैं सुशासन के मंत्र May 14, 2011 / December 13, 2011 by प्रो. बृजकिशोर कुठियाला | 1 Comment on देवर्षि नारद के सवालों में हैं सुशासन के मंत्र नारद जयंती (19 मई) पर विशेष आज की राजनीति की प्रेरणा बन सकता है यह संवाद -प्रो.बृज किशोर कुठियाला महाराजा युधिष्ठिर की अद्वितीय सभा में देवर्षि नारद धरमराज की जय-जयकार करते हुए पधारे। उचित स्वागत व सम्मान करके धर्मराज युधिष्ठिर ने नारद को आसन ग्रहण करवाया। प्रसन्न मन से नारद ने युधिष्ठिर को धर्म-अर्थ-काम का […] Read more » देवर्षि नारद
मीडिया बांग्ला चैनलों में प्रतिगामी राजनीति का अंत May 11, 2011 / December 13, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment जगदीश्वर चतुर्वेदी बांग्ला चैनलों के आने बाद से पश्चिम बंगाल का राजनीतिक वातावरण बुनियादी तौर पर बदला है। बांग्ला चैनलों ने नए सिरे से राजनीतिक ध्रुवीकरण किया है। नव्य उदार आर्थिक नीतियों और पूंजीवाद विरोधी वातावरण को तोड़ा है। यह प्रक्रिया 2006 में आरंभ हुई थी। इस समय तारा न्यूज,महुआ खबर,स्टार आनंद,24 घंटा,न्यूज टाइम,कोलकाता टीवी, […] Read more » Bangla channels
मीडिया बदल गए प्रेस की आजादी के मायने May 4, 2011 / December 13, 2011 by राजेन्द्र राठौर | 1 Comment on बदल गए प्रेस की आजादी के मायने राजेन्द्र राठौर देश के स्वस्थ लोकतंत्र में स्वतंत्र प्रेस का एक अलग ही महत्व है। इससे प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर जवाबदेही व पारदर्शिता बढ़ती है और आर्थिक विकास को बल मिलता है, लेकिन लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहलाने वाले प्रेस और पत्रकारों की स्थिति बहुत संतोषजनक भी नहीं है। तेजी से बढ़ते बाजारवाद […] Read more » World Press Freedom Day वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे