राजनीति महापुरूषों पर सियासत बंद हो November 9, 2013 / November 9, 2013 by सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” | 3 Comments on महापुरूषों पर सियासत बंद हो सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” छल कपट,झूठ,भ्रष्टाचार एवं अवसरवादिता आज राजनीति के सर्वप्रमुख उपकरण बन चुके हैं । सबसे दिलचस्प बात तो ये है कि ये आचरण कई बार सियासत के पूरे रूप स्वरूप को विकृत कर देता है । इस फेहरिस्त में राजनीति की अगली पेशकश है महापुरूषों का इच्छानुसार प्रयोग । निसंदेह ये सर्वमान्य सत्य […] Read more » महापुरूषों पर सियासत बंद हो
राजनीति मोदी की सुरक्षा पर राजनीति बंद हो November 7, 2013 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment भाजपा की और से प्रधानमंत्री पद के दावेदार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्रभाई मोदी को आतंकी संगठनों के मार्फ़त मिली धमकियों के मद्देनज़र केंद्र से मिली सुरक्षा पर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है| वैसे मोदी का विवादों से गहरा नाता है, गोयाकि विवाद भी उनकी मौजूदा राजनीतिक स्थिति को अधिक मजबूत करने लगे […] Read more » मोदी की सुरक्षा पर राजनीति बंद हो
राजनीति कौन जीतेगा बाजी, किसके हाथ लगेगी सत्ता की चाबी! November 6, 2013 by अनिल सौमित्र | Leave a Comment अनिल सौमित्र भोपाल। अन्य सभी चुनावी राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश में ज्यादा गहमागहमी है। राजनीतिक सरगर्मी पर पार्टियों की नजर है। राजनीतिक विश्लेषक इस बात का अंदाजा लगाने में हैं कि उंट किस करवट बैठेगा। प्रदेश में 25 नवम्बर को मतदान होगा। 8 नवम्बर को नामांकन की अंतिम तारीख है। 8 दिसंबर को मतों का […] Read more »
महत्वपूर्ण लेख राजनीति टोपी फतवे की मुराद / शंकर शरण November 3, 2013 / November 3, 2013 by शंकर शरण | 9 Comments on टोपी फतवे की मुराद / शंकर शरण फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने किसी के द्वारा मुस्लिम टोपी न पहनने पर तंज कसते हुए कहा कि ‘टोपी पहनने से धर्म भ्रष्ट नहीं होता’। संकेत नरेंद्र मोदी की ओर था। वस्तुतः उन्होंने एक सही बात गलत आदमी के लिए कही। यह सच है कि हिन्दू धर्म में किसी बाह्याचार नहीं, बल्कि आचरण को धर्म […] Read more »
राजनीति ना काहू से दोस्ती ना काहू से वैर November 3, 2013 by डॉ. राजीव कुमार रावत | 7 Comments on ना काहू से दोस्ती ना काहू से वैर डॉ. राजीव कुमार रावत राहुल जी का मैं फैन हूं सिर्फ एक मायने में कि ये महात्मा मोहन दास करमचंद गांधी जी के सच्चे अनुयायी है क्योंकि गांधी जी का आजादी मिलने के बाद कथन था कि कांग्रेस को खत्म कर देना चाहिए यह सत्ता के लिए नहीं बनी थी और अब आजादी मिल गई […] Read more »
राजनीति आतंक से लहूलुहान होता देश November 2, 2013 by अरविंद जयतिलक | 1 Comment on आतंक से लहूलुहान होता देश अरविंद जयतिलक भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की पटना रैली से चंद घंटे पहले जिस तरह रेलवे स्टेशन और रैली स्थल पर सिलसिलेवार बम धमाके हुए उससे नीतीश सरकार की सुरक्षा व्यवस्था के दावे की पोल खुल गयी है। यह हैरान करने वाला है कि रैली में लाखों लोगों के […] Read more »
राजनीति इंदिरा गांधी की सियासत…………नीति या अनीति November 2, 2013 by ब्रह्मदीप अलुने | 1 Comment on इंदिरा गांधी की सियासत…………नीति या अनीति प्रो. ब्रह्मदीप अलुने 1965 में भारत पाकिस्तान की भीषण लड़ार्इ चल रही थी, तोपों के गोले सरहद पर गूँज रहे थे, और इन सबके बीच तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री इंदिरा गांधी श्रीनगर सीमा क्षेत्र में बेखौफ अपने काम को अंजाम दे रही थी । सेना की उन्हें दिल्ली वापस लौटने की सलाह को उन्होनें […] Read more »
महत्वपूर्ण लेख राजनीति सरदार पटेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जम्मू-कश्मीर November 1, 2013 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 2 Comments on सरदार पटेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जम्मू-कश्मीर डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री सरदार पटेल से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण घटनाएँ अब इतिहास का हिस्सा बन चुकी हैं । लेकिन इस पुण्य अवसर पर कुछ का स्मरण करना समीचीन होगा । जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान ने हमला किया हुआ था । महाराजा हरि सिंह ने रियासत को नई स्थापित हो रही संघीय लोकतांत्रिक सांविधानिक व्यवस्था का […] Read more » राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरदार पटेल
राजनीति मोदी की जनसभाओं से उमड़े जनज्वार को रोकने की सरकारी नीति October 31, 2013 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 6 Comments on मोदी की जनसभाओं से उमड़े जनज्वार को रोकने की सरकारी नीति डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रुप में घोषित किये जाने के बाद २३ जून २०१३ को मोदी की सबसे पहली रैली पंजाब , हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर के सीमान्त नगर पठानकोट में हुई थी । यह दिन भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी की शहादत का […] Read more » नरेंद्र मोदी
राजनीति हवा का रूख पहचान नहीं पा रहे नीतीश October 31, 2013 / October 31, 2013 by रंजीत रंजन सिंह | 9 Comments on हवा का रूख पहचान नहीं पा रहे नीतीश सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे सुशासन बाबू रंजीत रंजन सिंह पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान जदयू के एक नेता से पत्रकारों से बातचीत हो रही थी। वे उस समय लोजपा से जदयू में शामिल हुए ही थे। लोजपा में वे किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष थे। पत्रकारों ने उनसे जानना चाहा कि वे जदयू […] Read more » नीतीश
राजनीति जन आंदोलन का महत्व October 30, 2013 by कुमार विमल | 2 Comments on जन आंदोलन का महत्व कुमार विमल जब लोगों में बदलाव की इच्छा तीव्र होती है, जब बदलाव की महत्वकांक्षा लोगों में व्यापक हो जाती है और कोई दमनकारी बल इसके विपरीत खड़ा होकर अपनी पूरी क्षमता से इसे दबाना चाहता हैं तो बदलाव की यही इच्छा धीरे-धीरे जन आंदोलन का स्वरुप ले लेती हैं और एक बार जब यह […] Read more » जनांदोलन
राजनीति मोदी के शब्द प्रभाव से बड़ी दुर्घटना टली October 30, 2013 / October 30, 2013 by लखेश्वर चंद्रवंशी | 3 Comments on मोदी के शब्द प्रभाव से बड़ी दुर्घटना टली लखेश्वर चंद्रवंशी यह सच है कि गत 27 अक्टूबर को नरेन्द्र मोदी की भव्य रैली के पूर्व, बिहार में पटना के रेलवे स्टेशन और रैली स्थल गांधी मैदान के आसपास कुल सात धमाके हुए जिसमें छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 83 लोग घायल हो गए। भारतीय जनता पार्टी के बिहार इकाई के कार्यकर्ताओं […] Read more »