राजनीति कम्युनिस्टों का इतिहास October 14, 2010 by डॉ. सौरभ मालवीय | 10 Comments on कम्युनिस्टों का इतिहास -सौरभ मालवीय राष्ट्र के हर महत्वपूर्ण मोड़ पर वामपंथी मस्तिष्क की प्रतिक्रिया राष्ट्रीय भावनाओं से अलग ही नहीं उसके एकदम विरूध्द रही है। गांधीजी के भारत छोड़ो आंदोलन के विरूध्द वामपंथी अंग्रेजों के साथ खड़े थे। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को ‘तोजो का कुत्ता’ वामपंथियों ने कहा था। मुस्लिम लीग की देश विभाजन की मांग […] Read more » कम्युनिस्ट
राजनीति काश! हिन्दी की महत्ता कम्युनिस्ट पार्टियां समझतीं October 14, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on काश! हिन्दी की महत्ता कम्युनिस्ट पार्टियां समझतीं -जगदीश्वर चतुर्वेदी सबसे पहले मैं अपने एक पाठक की टिप्पणी पर ध्यान देना चाहूँगा । उन्होंने एक बड़ी समस्या की ओर ध्यान खींचा हैं। लिखा है- “भारत गांवों का देश है। यहां की ग्रामीण जनता मुख्य रूप से हिन्दी बोलती है और उसका मुख्य पेशा कृषि है। लेकिन मुझे लगता है कि भारत के कम्युनिस्टों […] Read more » communism कम्युनिज्म
राजनीति जनता के भरोसेमंद ईमानदार दोस्त हैं कम्युनिस्ट October 14, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on जनता के भरोसेमंद ईमानदार दोस्त हैं कम्युनिस्ट -जगदीश्वर चतुर्वेदी एक पाठक ने लिखा है ‘‘कामरेड चतुर्वेदी जी, यह तो अति हो गई!!!! भई दो राज्यों में सत्ता है समस्त भारत पर प्यार का आरोप थोप दिया ।’’ एक अन्य पाठक ने फेसबुक पर लिखा है ‘‘ kisne kaha bharat maen janta kamuniston ko pyar kartee hae ?bhaarat kee janta apnee jadon se […] Read more » Communist कम्युनिस्ट
राजनीति आइए मनाएं, राजनीतिक शुचिता माह October 14, 2010 / December 21, 2011 by रवि शंकर | 3 Comments on आइए मनाएं, राजनीतिक शुचिता माह -रवि शंकर अक्टूबर का महीना भारत के लिए राजनीतिक शुचिता माह के रूप में मनाया जा सकता है। इस महीने में तीन ऐसे राजनीतिक नेताओं का जन्म हुआ, जिन्होंने न केवल देश की राजनीति को नई दिशा दी, बल्कि नए आदर्श व मानदंड भी स्थापित किए। इनमें से दो यानी मोहनदास करमचंद गांधी और लाल […] Read more » Political राजनीतिक
राजनीति एक और होनहार राजनीतिज्ञ का अफसोसनाक हश्र October 14, 2010 / December 21, 2011 by निर्मल रानी | 3 Comments on एक और होनहार राजनीतिज्ञ का अफसोसनाक हश्र मनप्रीत सिंह बादल निलंबन -निर्मल रानी पंजाब की राजनीति पर अपना वर्चस्व कायम रखने को लेकर अकाली दल पहले भी कई बार कई धड़ों में विभाजित हो चुका है। वर्तमान में सबसे माबूत धड़े के रूप में शिरोमणि अकाली दल (बादल) ही पंजाब की राजनीति में अपने आपको सबसे मज़बूती से संगठित किए हुए है। […] Read more » Politician मनप्रीत सिंह बादल
राजनीति राजनीति किस लिए? October 13, 2010 / December 21, 2011 by चैतन्य प्रकाश | 3 Comments on राजनीति किस लिए? -चैतन्य प्रकाश बहुत सारे व्यवसायियों, उद्यमियों के दफ्तरों में या निजी बैठकखानों में एक पोस्टर लगा दिख जाता है, जिसमें शेर के चित्र के नीचे अंग्रेजी में लिखा होता है- No Politics Please! बहुत बार मुद्दों के बारे में बात करते हुए लोग कहते हैं कि इसमें राजनीति हो रही है या अमुक मुद्दे का […] Read more » politics राजनीति
राजनीति वामपंथी व्याधि और उपचार October 13, 2010 / December 21, 2011 by शंकर शरण | 13 Comments on वामपंथी व्याधि और उपचार -शंकर शरण जैसे पूरी पृथ्वी पर कोरियोलिस इफेक्ट एक समान है, और नदियों का बहाव इस तरह होता है कि सदैव दाहिना किनारा कटता और टूटता है, जबकि बाढ़ का पानी बाएं किनारे पर फैलता है, उसी तरह धारती पर लोकतांत्रिक उदारवाद के सभी रूप दक्षिणपंथ पर चोट करते हैं और वामपंथ को गले लगाते […] Read more » communism कम्युनिज्म साम्यवाद
राजनीति भारत में कम्युनिस्टों को जनता क्यों प्यार करती है ? October 13, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 4 Comments on भारत में कम्युनिस्टों को जनता क्यों प्यार करती है ? -जगदीश्वर चतुर्वेदी इधर एक पाठक ने पूछा है कि पश्चिम बंगाल-केरल में कम्युनिस्ट सत्ता में कैसे आते हैं ? मैं खासकर पश्चिम बंगाल के संदर्भ में कम्युनिस्टों की भूमिका के बारे में कुछ रोशनी डालना चाहता हूँ। मैं आरंभ में कह दूँ कि पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्टों ,खासकर माकपा के अंदर सब कुछ ठीक दिशा […] Read more » Communist कम्युनिस्ट
राजनीति कम्युनिस्टों को ताकत कहां से मिलती है ? October 12, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 5 Comments on कम्युनिस्टों को ताकत कहां से मिलती है ? -जगदीश्वर चतुर्वेदी हमारे भारत में अनेक लोग हैं जो कम्युनिस्टों की बुराईयों को जानते हैं लेकिन अच्छाईयों को नहीं जानते। वे यह भी नहीं जानते कि कम्युनिस्टों की ताकत का स्रोत क्या है ? कम्युनिस्ट झूठ बोलकर जनता का विश्वास नहीं जीतते,कम्युनिस्ट सत्य से आंख नहीं चुराते। जो कम्युनिस्ट झूठ बोलता है जनता उस पर […] Read more » Communist कम्युनिस्ट
राजनीति सलवा-जुडूम की खामोश बिदाई October 12, 2010 / December 21, 2011 by पंकज चतुर्वेदी | 1 Comment on सलवा-जुडूम की खामोश बिदाई -पंकज चतुर्वेदी नक्सल समस्या से जूझने के लिए तैयार की गयी सलवा–जुडूम नाम की सामाजिक दीवार का इस तरह धीरे धीरे धसक जाना बहुत ही निराशाजनक है ।यदपि यह भी सत्य है की, इसकी बुनियाद बहुत ही कमजोर थी। अधिकृत रूप से सन२००५ में सरकार द्वारा शुरू किये जाने के बाद से ही ये विवादास्पद […] Read more » Salva judoom सलवा जुडूम
राजनीति कम्युनिस्ट जनता के दोस्त हैं October 12, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 23 Comments on कम्युनिस्ट जनता के दोस्त हैं -जगदीश्वर चतुर्वेदी हमारे देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो आए दिन पानी पी-पीकर कम्युनिस्टों और मार्क्सवाद को गरियाते रहते हैं। कम्युनिस्ट विरोधी अंध प्रचार करते हैं। कम्युनिस्ट सिद्धांतों को जानने और मानने वालों ने सारी दुनिया को प्रभावित किया है। उन्होंने समाज को बदला है। लेकिन ध्यान रहे यदि कम्युनिस्ट गलती करता […] Read more » Communist कम्युनिस्ट
राजनीति गरीबों का दिल नहीं है राहुल गांधी के पास October 12, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on गरीबों का दिल नहीं है राहुल गांधी के पास -जगदीश्वर चतुर्वेदी इन दिनों कांग्रेस का युवा और बूढ़ा नेतृत्व राहुल गांधी के करिश्मे का इंतजार कर रहा है। बीच-बीच में राहुल गांधी की मीडिया इमेजों का प्रक्षेपण किया जाता है और यह संदेश दिया जाता है कि वे गरीबों के हितचिंतक हैं। वे बार-बार राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना का जिस तरह नाम लेते हैं […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गांधी