राजनीति क्या अभी तक पराया था मध्य प्रदेश ! December 16, 2009 / December 25, 2011 by पंकज झा | 4 Comments on क्या अभी तक पराया था मध्य प्रदेश ! एक नवम्बर को सुबह-सुबह भोपाल के एक वरिष्ठ पत्रकार मित्र ने फ़ोन पर कहा कि, देखो मध्य प्रदेश में अब तक काफी शांति थी. अब यहाँ भी “राजनीति” अलगाव पैदा करने की तैयारी कर रही है. वहाँ के एक अखबार में छपे मुख्यमंत्री के साक्षात्कार के आधार पर उनका कहना था कि वहाँ राज्योत्सव पर […] Read more » Madhya pradesh मध्य प्रदेश
राजनीति स्वर्णिम मध्यप्रदेश के नाम पर जनता के साथ छलावा December 14, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on स्वर्णिम मध्यप्रदेश के नाम पर जनता के साथ छलावा सिवनी। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में दोबारा भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बने एक साल का अरसा बीत चुका है और इस पंचवर्षीय में सरकार विकास कार्य और नई घोषणायें करने की स्थिति मे नहीं लगती। प्रदेश में पूर्व से संचालित एवं घोषित योजनायें ही इतनी है कि उनके संचालन के […] Read more » Madhya Pradesh मध्यप्रदेश
राजनीति बंटबारा नहीं उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड का हो विलय December 14, 2009 / December 25, 2011 by दिनेश शाक्य | 2 Comments on बंटबारा नहीं उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड का हो विलय उत्तर प्रदेश का बंटबारा नहीं बल्कि बिहार, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का विलय कर एक नये प्रदेश का उदय कर देना चाहिये। यह बात किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत ने मायावती के प्रस्ताव पर तल्ख शब्दों में कही। उत्तर प्रदेश के बंटबारे की बात पर किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैट नाखुश नजर आ रहे हैं। […] Read more » bihar उत्तर प्रदेश उत्तराखंड बिहार
राजनीति राष्ट्रीय एकता की समस्या : हिन्दू और मुसलमान December 12, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 8 Comments on राष्ट्रीय एकता की समस्या : हिन्दू और मुसलमान आधुनिक भारत एक संप्रभु राष्ट्र है, लेकिन भीतर-भीतर तमाम अंतर्विरोध भी हैं। क्षेत्रीयताएं उपराष्ट्रीयताएं जैसी हैं, इनका और भी संकीर्ण राजनैतिकरण हुआ है। भाषाई हिंसा है। राष्ट्र-भाषा हिन्दी बोलने वाले असम में मार दिए जाते हैं और महाराष्ट्र में पीटे जाते हैं। जाति अलग अस्मिता है, जाति के दल हैं, दलों की पहचान जाति है। […] Read more » National Unity राष्ट्रीय एकता
धर्म-अध्यात्म राजनीति भारत को मुस्लिम देश बनाने की तैयारी / डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री December 12, 2009 / June 6, 2012 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 23 Comments on भारत को मुस्लिम देश बनाने की तैयारी / डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री राहुल गाँधी कांग्रेस के महासचिव हैं। लेकिन उनका यह परिचय अधूरा है। फिलहाल वे उस परिवार के एक मात्र पुरूष उत्तराधिकारी हैं जो इस देश की सत्ता के सूत्र संभाले हुए है। इसलिए उनकी प्रत्येक घोषणा को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। पिछले दिनों वे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गए थे। इस विश्वविद्यालय की महत्ता […] Read more » Muslim country भारत मुस्लिम देश
राजनीति निज़ाम की रियासत रहा ‘तेलंगाना’ फिर अपने वजूद में आएगा… December 11, 2009 / December 25, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 1 Comment on निज़ाम की रियासत रहा ‘तेलंगाना’ फिर अपने वजूद में आएगा… आंध्र प्रदेश के अहम हिस्से तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर पिछले चार दशकों से चला आ रहा आन्दोलन आखिर रंग ले ही आया. तेलंगाना का मतलब है ‘तेलुगुओं की भूमि’. तेलंगाना मूल रूप से हैदराबाद के निज़ाम की रियासत का हिस्सा था. वर्ष 1948 में भारत ने निज़ाम […] Read more » Telangana तेलंगाना
राजनीति नये राजनीतिक समीकरण बनाने में जुटे राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री December 10, 2009 / December 25, 2011 by गौतम चौधरी | 1 Comment on नये राजनीतिक समीकरण बनाने में जुटे राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री गुजरात का राजनीतिक समीकरण बदलने तथा विगत लम्बे समय से गुजरात की राजनीति पर हावी प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लिए गुजरात के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने एक मोर्चा बनाया है। इस मोर्चे के गठन के बाद गांधीनगर का सियासी तापमान बढने और प्रदेश में एक नये राजनीतिक […] Read more » politics राजनीतिक
राजनीति कल्याण सिंहः आ अब लौट चलें December 10, 2009 / December 25, 2011 by संजय द्विवेदी | 4 Comments on कल्याण सिंहः आ अब लौट चलें कभी भाजपा के दिग्गज नेता रहे और अब विश्वसनीयता का संकट कल्याण सिंह को आखिर क्या हुआ है कि उन्हें फिर भगवान राम की याद आ गयी है। दरअसल कल्याण सिंह राजनीतिज्ञों की उस परंपरा का हिस्सा बन गए है जिसके लिए सच समय के साथ बदलता रहता है। कल्याण सिंह ऐसे कैसे बने यह […] Read more » kalyan singh कल्याण सिंह
राजनीति राज्य सभा में चौथी दुनिया के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस December 8, 2009 / December 8, 2009 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment साप्ताहिक अखबार ‘चौथी दुनिया’ और इसके संपादक संतोष भारतीय पर राज्यसभा सदस्यों के सँज्ञान पर राज्य सभा ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा है. नोटिस देने वाले सांसदों और उनकी पार्टी के नाम हैं- अली अनवर (जद-यू), अजीज़ पाशा (सीपीआई), राजनीति प्रसाद (आरजेडी) और साबिर अली (लोकजनशक्ति पार्टी). इन सांसदों ने यह नोटिस उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा […] Read more » Chauthi Duniya Rajya Sabha Santosh Bhartiya चौथी दुनिया राज्य सभा संतोष भारतीय
राजनीति भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह द्वारा 07 दिसम्बर, 2009 को लोकसभा में लिब्राहन रिपोर्ट पर दिए गए भाषण के मुख्य बिंदु December 7, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह द्वारा 07 दिसम्बर, 2009 को लोकसभा में लिब्राहन रिपोर्ट पर दिए गए भाषण के मुख्य बिंदु • माननीय अध्यक्ष महोदय, आज लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट पर चर्चा को प्रारंभ करने के लिए प्रतिपक्ष की तरफ से मैं अपना प्रतिवेदन प्रारंभ कर रहा हूं। • 17 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद यह रिपोर्ट आज सदन के पटल पर है। इस रिपोर्ट में अनेक आपत्तिजनक एवं आधारहीन बातें हैं। भगवान राम को […] Read more » bjp भारतीय जनता पार्टी
राजनीति यह लोकतंत्र नहीं, लूटतंत्र है December 5, 2009 / December 25, 2011 by सरिता अरगरे | Leave a Comment मध्य प्रदेश में नगरीय निकायों के चुनाव में उम्मीदवारी तय करने में बीजेपी और काँग्रेस ने लोकतंत्र के सभी उसूलों को ताक पर धर दिया है। दोनों ही पार्टियों ने उम्मीदवारों की काबीलियत से ज़्यादा उसकी हैसियत को तरजीह दी है। प्रमुख दलों की “नूरा कुश्ती” ने महापौर, स्थानीय निकाय के अध्यक्षों और पार्षदों की […] Read more » Democracy लोकतंत्र
आर्थिकी राजनीति जैन साहब गरीब की इज्जत गली में मत लाओ December 4, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment मध्यप्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री पारस जैन की सोच के अनुसार यदि तख्तियां टांगने या घरों के सामने लिखने का काम किया जाये तो हर घर के सामने की दीवार मे नेम प्लेट की जगह किसी के घर मैं बेईमान हँ, मैं चोर हँ, मैं डकेत हँ, मैं राष्ट्रद्रोही हँ, मैं कामचोर हँ, मैं […] Read more » Respect of poor गरीब की इज्जत