समाज विश्व हैपीनेस रिपोर्ट की सीमाएँ और भारत में सहानुभूति–ढाँचे की अनिवार्यता December 7, 2025 / December 7, 2025 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment विश्व हैपीनेस रिपोर्ट में भारत की निम्न रैंकिंग अक्सर वास्तविक कल्याण स्थिति से अधिक सांस्कृतिक तथा धारणा-आधारित पूर्वाग्रहों को दर्शाती है। सुख मापने की पद्धति में निहित सीमाओं को समझते हुए भारत को अपने सामाजिक, संवेदनात्मक और सामुदायिक ढाँचे में सहानुभूति-आधारित सुधारों को बढ़ाना चाहिए। Read more » The limitations of the World Happiness Report and the need for an empathy framework in India World Happiness Report विश्व हैपीनेस रिपोर्ट
समाज मानसिक स्वास्थ्य है रोगमुक्त जीवन की मुस्कान December 7, 2025 / December 7, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस Read more » विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस
शख्सियत समाज समता, न्याय और मानवता के अग्रदूत-डॉ. भीमराव अंबेडकर December 5, 2025 / December 5, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में केवल एक तिथि भर नहीं है बल्कि यह उस महामानव की स्मृति का दिन है जिसने सामाजिक असमानता, जाति व्यवस्था और मानव शोषण के विरुद्ध आजीवन संघर्ष किया। Read more » justice and humanity – Dr. Bhimrao Ambedkar Pioneer of equality डॉ. भीमराव अंबेडकर
समाज घुसपैठ पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त ललकार December 3, 2025 / December 3, 2025 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment केवल पश्चिम बंगाल में पचपन से साठ लाख तक और असम में पचास लाख तक की संख्या बताई जाती है। गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र में लगातार चल रही छापेमार कार्रवाइयाँ इस संकट की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका प्रमाण देती हैं। Read more » घुसपैठ घुसपैठ पर सुप्रीम कोर्ट
समाज मदनी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों की सबसे बड़ी समस्या बता दी December 3, 2025 / December 3, 2025 by राजेश कुमार पासी | Leave a Comment लव जिहाद, थूक जिहाद और लैंड जिहाद जैसे शब्दों से मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है । बाबरी मस्जिद और तीन तलाक जैसे फैसलों को लेकर उन्होंने कहा है कि न्यायपालिका सरकार के दबाव में काम कर रही है । Read more » Madani reveals the biggest problem facing Muslim intellectuals कट्टरवाद से आतंकवाद
समाज जिहाद के नाम पर आतंक फैलाने वाले इस्लाम और भारत दोनों के दुश्मन, इनका समूल नष्ट किया जाए December 3, 2025 / December 3, 2025 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment यह आतंकी जिनके नाम भले ही मुसलमान जैसे दिखे, लेकिन इन हैवानों की वजह से दुनियाभर में अमन (शांति), ख़िदमत (सेवा) व अख़लाक़ (व्यवहार-आचरण) से जन्नत पाने की तालीम देने वाली इस्लामी तहज़ीब आज दूसरों की नज़रों में नफरत और रंजिश की वजह बन रही है। आंतकी समूहों ने अपने ग़ैर इस्लामी कामों की वजह से हर आम ओ ख़ास मुसलमान पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। Read more » इस्लाम
समाज दिव्यांगों के लिए समाज को अभी और लड़ना होगा December 2, 2025 / December 2, 2025 by रमेश ठाकुर | Leave a Comment अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस, विश्व भर के दिव्यांगजनों को सम्मान देने और उनके वैश्विक स्वास्थ्य सेवा के लिए समर्पित माना जाता है। शुरुआत सन्-1992 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। Read more » अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस
समाज दिव्यांग-समावेशन: बेहतर समाज की नींव December 2, 2025 / December 2, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हर वर्ष 3 दिसम्बर को विश्व स्तर पर अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाया जाता है। यह दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि उन करोड़ों लोगों के अधिकारों, सम्मान और Read more » दिव्यांग-समावेशन
समाज केरल का घाव December 1, 2025 / December 1, 2025 by शिवानंद मिश्रा | Leave a Comment इसी बीच, केरल का GST योगदान झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे जनजातीय राज्यों से भी कम है। तो फिर यह हुआ क्या?प्रकृति ने वरदान दिए, व्यवस्था ने अवसर खो दिए। केरल के पास था!! वर्षा, नदियाँ, रबर, मसाले, बंदरगाह, स्त्री-शिक्षा का सौ वर्ष पुराना अग्रस्थान। फिर भी उसकी सबसे शिक्षित महिलाएँ सोमालिया, इराक, कुवैत, यमन जाती हैं, किसी और के बच्चों की परवरिश करने जबकि उनके अपने बच्चे दूर, दशकों तक प्रतीक्षा करते रहते हैं!! क्या ये जाने लायक देश है? Read more »
समाज प्रदूषण के बहाने माओवादी तमाशा December 1, 2025 / December 1, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment नक्सली हिंसा लंबे समय से देश के अनेक प्रांतों में आंतरिक मुसीबत बनी हुई है। वामपंथी माओवादी उग्रवाद देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना जाता है। लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा शिकंजा कसे जाने पर चाहे जहां रक्तपात की नदियां बहाने वाले इस उग्रवाद पर लगभग नियंत्रण किया जा चुका है। Read more » माओवादी तमाशा
समाज क्यों बढ़ रहे हैं गुमशुदी के आंकड़े? November 27, 2025 / November 27, 2025 by रमेश ठाकुर | Leave a Comment रहस्यमय ढंग से गुमशुदा होते लोगों को धरती निगल रही है या आसमान खा रहा है? ये सवाल गुजरे बीते महीनों से सभी के जुबान पर है। अनसुलझी पहेली जैसा बना हुआ है ये विषय। Read more » Why are missing figures increasing? गुमशुदी के आंकड़े
समाज आईएएस अधिकारी के बच्चे आईएएस नहीं बनना चाहते? November 26, 2025 / November 26, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment भारत में प्रशासनिक सेवा को लंबे समय से शक्ति, प्रतिष्ठा और राष्ट्र-निर्माण के सर्वोच्च प्रतीकों में गिना जाता रहा है। समाज में आज भी “भारतीय प्रशासनिक सेवा” एक ऐसा नाम है जो सम्मान, Read more »