समाज दिव्यांग-समावेशन: बेहतर समाज की नींव December 2, 2025 / December 2, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हर वर्ष 3 दिसम्बर को विश्व स्तर पर अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाया जाता है। यह दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि उन करोड़ों लोगों के अधिकारों, सम्मान और Read more » दिव्यांग-समावेशन
समाज केरल का घाव December 1, 2025 / December 1, 2025 by शिवानंद मिश्रा | Leave a Comment इसी बीच, केरल का GST योगदान झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे जनजातीय राज्यों से भी कम है। तो फिर यह हुआ क्या?प्रकृति ने वरदान दिए, व्यवस्था ने अवसर खो दिए। केरल के पास था!! वर्षा, नदियाँ, रबर, मसाले, बंदरगाह, स्त्री-शिक्षा का सौ वर्ष पुराना अग्रस्थान। फिर भी उसकी सबसे शिक्षित महिलाएँ सोमालिया, इराक, कुवैत, यमन जाती हैं, किसी और के बच्चों की परवरिश करने जबकि उनके अपने बच्चे दूर, दशकों तक प्रतीक्षा करते रहते हैं!! क्या ये जाने लायक देश है? Read more »
समाज प्रदूषण के बहाने माओवादी तमाशा December 1, 2025 / December 1, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment नक्सली हिंसा लंबे समय से देश के अनेक प्रांतों में आंतरिक मुसीबत बनी हुई है। वामपंथी माओवादी उग्रवाद देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना जाता है। लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा शिकंजा कसे जाने पर चाहे जहां रक्तपात की नदियां बहाने वाले इस उग्रवाद पर लगभग नियंत्रण किया जा चुका है। Read more » माओवादी तमाशा
समाज क्यों बढ़ रहे हैं गुमशुदी के आंकड़े? November 27, 2025 / November 27, 2025 by रमेश ठाकुर | Leave a Comment रहस्यमय ढंग से गुमशुदा होते लोगों को धरती निगल रही है या आसमान खा रहा है? ये सवाल गुजरे बीते महीनों से सभी के जुबान पर है। अनसुलझी पहेली जैसा बना हुआ है ये विषय। Read more » Why are missing figures increasing? गुमशुदी के आंकड़े
समाज आईएएस अधिकारी के बच्चे आईएएस नहीं बनना चाहते? November 26, 2025 / November 26, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment भारत में प्रशासनिक सेवा को लंबे समय से शक्ति, प्रतिष्ठा और राष्ट्र-निर्माण के सर्वोच्च प्रतीकों में गिना जाता रहा है। समाज में आज भी “भारतीय प्रशासनिक सेवा” एक ऐसा नाम है जो सम्मान, Read more »
समाज अंगदान के प्रति सामाजिक धारणाओं को बदलने की जरूरत है November 26, 2025 / November 26, 2025 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment प्रत्येक वर्ष 27 नवंबर को 'राष्ट्रीय अंगदान दिवस' के रूप में मनाया जाता है। दरअसल,यह दिवस अंगदान के महत्व को समझाने, समाज तथा देश में अंग-दान के प्रति जागरूकता Read more » There is a need to change social perceptions towards organ donation. राष्ट्रीय अंगदान दिवस
समाज वाम से वामान्ध तक: कहाँ भटका भारतीय वामपंथ November 25, 2025 / November 25, 2025 by पंकज जायसवाल | Leave a Comment छत्तीसगढ़ में एक अंग्रेजी अखबार के संवाददाता से अनौपचारिक बातचीत में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर देश में नक्सली हत्या और हथियार छोड़ दें और उनकी विचारधारा Read more » वाम से वामान्ध तक
समाज स्वास्थ्य की सुविधा से कोई गांव न छूटे किरण रावल November 25, 2025 / November 25, 2025 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment उत्तराखंड की पहाड़ियों में बसा एक छोटा-सा गांव गनीगांव। दूर से देखने पर यह स्थान ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने उसे अपने हाथों से तराशा है। Read more » गनीगांव
समाज जब कानून और समाज आमने–सामने खड़े हों November 24, 2025 / November 24, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment स्वतंत्रता और परंपरा—दोनों अपने-अपने स्थान पर सही, पर जब टकराते हैं तो सबसे पहले टूटता है एक सामान्य परिवार। कानून अपना काम करता है, समाज अपनी जिद पर अड़ा रहता है, और बीच में पिस Read more » कानून और समाज
समाज हिड़मा के शव पर अर्बन नक्सलियों का शृगाल विलाप November 21, 2025 / November 24, 2025 by कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल | Leave a Comment छत्तीसगढ़ के बस्तर समेत कई राज्यों के निरपराध लोगों के ख़ून से रत्नगर्भा धरती को रक्तरंजित करने वाले माओवादी आतंकी 'हिड़मा' को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। Read more » Urban Naxals mourn over Hidma's body हिड़मा के शव
समाज आतंक के बदलते चेहरे November 21, 2025 / November 24, 2025 by विवेक रंजन श्रीवास्तव | Leave a Comment इतिहास के पन्ने पलटें तो यह भ्रम टूट जाता है कि आतंकवाद किसी अनपढ़ की देन है । दुनिया ने दो दशक पहले वह दिन देखा था जब अमेरिका की धरती पर आकाश की ऊंचाइयों Read more » आतंक
समाज युवाओं में बढ़ता एकांत कितना खतरनाक ? November 20, 2025 / November 20, 2025 by डॉ वीरेन्द्र भाटी मंगल | Leave a Comment वर्तमान दौर में तेज गति से आधुनिक होते देश में युवा वर्ग सबसे अधिक ऊर्जावान, रचनात्मक और सपनों से भरा माना जाता है परन्तु इसी युवा पीढ़ी के भीतर एक गहरा और बढ़ता हुआ Read more » How dangerous is the increasing loneliness among youth? युवाओं में बढ़ता एकांत