टेक्नोलॉजी अकेले हम, अकेले तुम ? January 11, 2011 / December 16, 2011 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on अकेले हम, अकेले तुम ? सिमोन बैक की आत्महत्या से उठे कई सवाल सोशल नेटवर्किंग साइट्स के सामाजिक प्रभावों का अध्ययन जरूरी -संजय द्विवेदी संचार क्रांति का एक प्रभावी हिस्सा है- सोशल नेटवर्किंग साइट्स, जिन्होंने सही मायने में निजता के एकांत को एक सामूहिक संवाद में बदल दिया है। अब यह निजता, निजता न होकर एक सामूहिक संवाद है, वार्तालाप […] Read more » social networking sites सोशल नेटवर्किंग साइट्स
टेक्नोलॉजी होशियार! धड़ल्ले से चल रहा है ठगी का भारत-पाक संयुक्त नेटवर्क December 17, 2010 / December 18, 2011 by निर्मल रानी | 1 Comment on होशियार! धड़ल्ले से चल रहा है ठगी का भारत-पाक संयुक्त नेटवर्क निर्मल रानी आमतौर पर मीडिया द्वारा भारत-पाक के मध्य रिश्तों में किसी न किसी विवाद को लेकर तनाव की खबरें प्रकाशित व प्रसारित होती रहती हैं। यहां तक कि यह तनाव केवल आतंकवाद या सीमाओं जैसे मुद्दों को लेकर ही नहीं बल्कि दोनों देशों के बीच होने वाले रोमांचकारी खेलों के दौरान भी देखा जा […] Read more » Smoothie ठग स्वीकार्यता का महत्व
टेक्नोलॉजी साइबर अपराध की बढ़ती बेल December 2, 2010 / December 19, 2011 by बालमुकुन्द द्विवेदी | Leave a Comment – बालमुकुन्द द्विवेदी दुनिया में इंरटनेट के उपयोग में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसके चलते साइबर अपराध में भी वृद्धि हो रही है। भारत में भी इंटरनेट क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, मध्यप्रदेश भी अब इससे अछूता नहीं रहा। पहले जहाँ देश में साइबर अपराध का मुख्य केन्द्र दिल्ली, मुम्बई, बैंगलौर […] Read more » Cyber crime साइबर अपराध
टेक्नोलॉजी विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में हिन्दी का महत्त्व November 18, 2010 / December 19, 2011 by विश्वमोहन तिवारी | 12 Comments on विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में हिन्दी का महत्त्व यह एक प्रचारात्मक तथा मोहात्मक कथन है कि, ‘विश्व एक गाँव’ (ग्लोबल विलेज) है, इस कथन में हम भारतीयों को ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की ध्वनि आती है, और प्रसन्न होकर हम उस विश्व-गाँव से जुड़ना चाहते हैं। इस कथन की सच्चाई को एक चेतावनी के रूप में लेना चाहिये क्योंकि ‘ग्लोबल विलेज’ का वास्तविक अर्थ है, […] Read more » importance of hindi science and technology विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी
टेक्नोलॉजी इंटरनेट का मायाजाल October 19, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on इंटरनेट का मायाजाल -गुंजन भारती पिछले दो-तीन वर्षों पूर्व सुषमा स्वराज जी का एक वक्तव्य सुना, तब वे सूचना-प्रसारण मंत्री नहीं थीं। लेकिन जब वे सूचना- प्रसारण मंत्री थीं तब की स्मृतियाँ वे टटोल रहीं थीं अपने वक्तव्य में। विषय था मातृत्व। माँ द्वारा बच्चे को संस्कार। भारत में अंतरताने इंटरनेट सर्फिंग की मँजूरी उन्हीं के समय में […] Read more » Internet इंटरनेट
टेक्नोलॉजी फेसबुकजनित सामाजिक खतरे October 17, 2010 / December 21, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on फेसबुकजनित सामाजिक खतरे -जगदीश्वर चतुर्वेदी फेसबुक ने इंटरनेट यूजरों को घेरा हुआ है। जो लोग यह सोच रहे थे कि इंटरनेट के जमाने में सर्च का भविष्य होगा उन्हें फेसबुक ने दोबारा सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। जिस गति और जितनी बड़ी तादाद में फेसबुक ने अपने सदस्य बनाए हैं उसने एक संदेश दिया है भविष्य […] Read more » Facebook फेसबुक
टेक्नोलॉजी सूचना के अधिकार में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका October 10, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on सूचना के अधिकार में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका 12 अक्टूबर 2010 सूचना का अधिकार दिवस इंटरनेट आरटीआई का दिल -सरमन नगेले मीडिया आरटीआई को प्रोत्साहित करे और आमजन इन्टरनेट के माध्यम से सूचना प्राप्त करना शुरू कर दे तो एक बड़ी क्रांति का सूत्रपात होगा। इन्टरनेट आरटीआई का दिल है, यह बात किसी आईटी प्रोफेसनल या इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर द्वारा अथवा ईमेल सेवा […] Read more » Right to Information सूचना के अधिकार
टेक्नोलॉजी इंटरनेट पर हिन्दी वालों में भाषायी विभ्रम September 9, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 15 Comments on इंटरनेट पर हिन्दी वालों में भाषायी विभ्रम -जगदीश्वर चतुर्वेदी समझ में नहीं आता कहां से बात शुरू करूँ,शर्म भी आती है और गुस्सा भी आ रहा है। वे चाहते हैं संवाद करना लेकिन जानते ही नहीं हैं कि क्या कर रहे हैं,वे मेरे दोस्त हैं। बुद्धिमान और विद्वान दोस्त हैं। वे तकनीक सक्षम हैं । किसी न किसी हुनर में विशेषज्ञ हैं। […] Read more » Hindi Language इंटरनेट हिन्दी भाषा
टेक्नोलॉजी राजनीति साइबरयुग में प्रतिक्रांति के नए रूप September 9, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on साइबरयुग में प्रतिक्रांति के नए रूप -जगदीश्वर चतुर्वेदी साइबरयुग में प्रतिक्रांति के तरीके वे ही नहीं हैं जो शीतयुद्ध के जमाने में थे। साइबरयुग की केन्द्रीय उपलब्धि है समाजवाद का अंत। इस अंत को संभव बनाने में समाजवादी देशों की कम्युनिस्ट पार्टियों के आंतरिक कलह ,भ्रष्टाचार,बर्बर व्यवहार की प्रमुख भूमिका रही है। लेकिन सारी दुनिया में सूचना क्रांति और साइबर संस्कृति […] Read more » Cyber साइबर
टेक्नोलॉजी ब्लैकबेरी विवाद से ऊपजे सुरक्षा के सवाल August 16, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on ब्लैकबेरी विवाद से ऊपजे सुरक्षा के सवाल -सतीश सिंह सूचना एवं तकनीक के क्षेत्र में आई क्रांति भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सामने नित दिन नई तरह की चुनौती प्रस्तुत कर रही है। यह चुनौती प्रशिक्षित, जानकार और कुशल मानव संसाधन से लेकर तकनीकी पिछड़ापन जैसे पहूलओं से जुड़ा हुआ है। जिस तरह से बेधड़क नक्सली झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल इत्यादि राज्यों में […] Read more » Blackberry ब्लैकबेरी विवाद
टेक्नोलॉजी भारत में मोबाईल गवर्नेंस का बढ़ता दायरा August 10, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -सरमन नगेले भारत में मोबाईल क्रांति ने ऐसा चमत्कार किया है कि 67 करोड़ से अधिक लोग मोबाईलधारी हो गये। वैसे दुनिया में मोबाईल धारकों की संख्या अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार यूनियम के मुताबिक इस वर्ष पांच अरब तक पहुंच गई है। भारत में 31 प्रतिशत से अधिक लोगों के पास शौचलय हैं जबकि 57 प्रतिशत से […] Read more » Mobile revolution मोबाइल क्रांति
टेक्नोलॉजी इक्कीसवीं सदी में नहीं पहुंच सका है भारत गणराज्य August 5, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on इक्कीसवीं सदी में नहीं पहुंच सका है भारत गणराज्य -लिमटी खरे बीसवीं सदी के उत्तरार्ध में भविष्यदृष्टा की अघोषित उपाधि पाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सबसे पहले इक्कीसवीं सदी में जाने की परिकल्पना कर लोगों को अत्याधुनिक उपकरणों आदि के बारे में सपने दिखाए थे। आज वास्तव में उनकी कल्पनाएं साकार होती दिख रही हैं। विडम्बना यह है कि स्व.राजीव गांधी की […] Read more » Website वेबसाइट