विविधा हिंदी प्रचार-प्रसार : एक कड़वा सच June 24, 2014 by बी एन गोयल | 3 Comments on हिंदी प्रचार-प्रसार : एक कड़वा सच -बीएन गोयल- प्रवक्ता में प्रकाशित डॉ. मधुसूदन के लेख और उस पर हुई प्रतिक्रिया स्वरूप डॉ. महावीर शरण जैन की टिप्पणी हिंदी के प्रचार प्रसार के सन्दर्भ में अत्यधिक प्रासंगिक है। यह एक प्रकार से दो विद्वानों के बीच एक साहित्यिक शास्त्रार्थ है। इसी दौरान भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने अपना काम काज हिंदी […] Read more » भाषा हिंदी प्रचार हिन्दी हिन्दी प्रसार हिन्दी भाषा
विविधा भारतीय भाषाओं के विकास का अपेक्षित विकास June 24, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 1 Comment on भारतीय भाषाओं के विकास का अपेक्षित विकास -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- -भारत में एक ओर बहुभाषिकता दूसरी ओर भिन्न भाषा परिवारों की भारतीय भाषाओं की भाषिक समानता तथा भारतीय भाषाओं के विकास का अपेक्षित विकास न होने के मूल कारण की विवेचना- भारत में भाषाओं, प्रजातियों, धर्मों, सांस्कृतिक परम्पराओं एवं भौगोलिक स्थितियों का असाधारण एवं अद्वितीय वैविध्य विद्यमान है। विश्व के इस […] Read more » भारत में भाषा भारतीय भाषा भाषा भाषा का विकास हिन्दी हिन्दी भाषा
विविधा स्त्रियों के खिलाफ बुरी खबरों का समय June 23, 2014 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -संजय द्विवेदी- यह शायद बेहद खराब समय है, जब औरतों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों की खबरें रोजाना हमें हैरान कर रही हैं। भारत में औरतों के खिलाफ हो रहे ये अत्याचार बताते हैं कि प्रगति और विकास के तमाम मानकों को छू रहे इस देश का मन अभी भी औरत को एक खास नजर […] Read more » स्त्रियों के खिलाफ बुरी खबरों का समय स्त्री
विविधा आचार्य रघुवीर का जीवनकार्य June 23, 2014 by डॉ. मधुसूदन | 2 Comments on आचार्य रघुवीर का जीवनकार्य -डॉ. मधुसूदन- (एक) डॉ. रघुवीर के दो शब्दकोश। मुझे एक हितैषी मित्रद्वारा आचार्य रघुवीर के दोनों शब्दकोश (उपहार में) भेजे गए हैं। साथ-साथ आचार्यजी की ही, India’s National Language नामक लेख-संग्रह की, ३५१ पृष्ठोंवाली पुस्तक भी भेजी है। पुस्तकें भेजनेवाले मित्र अनाम ही रहना चाहते हैं, नहीं तो उनका नाम लेकर न्यूनतम आभार तो प्रदर्शित […] Read more » आचार्य रघुवीर रघुवीर जीवनकार्य हिन्दी शब्दकोष
विविधा चैंपियन के एक युग का अंत ? June 23, 2014 by रवि कुमार छवि | Leave a Comment -रवि कुमार छवि- ब्राजील में चल रहे फीफा विश्व कप में गत चैंपियन स्पेन के बाहर होते ही अटकले शुरू हो गई कि क्या स्पेन की बादशहत के एक युग का अंत हो गया। क्या इस यूरोपीय टीम का मिडास टच खो गया। हालांकि इस तरह की हार से किसी भी टीम के भविष्य पर […] Read more » चैंपियन फीफा विश्वकप फुटबॉल
विविधा मौसम की सटीक भविष्यवाणी की मुश्किलें June 21, 2014 / June 21, 2014 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on मौसम की सटीक भविष्यवाणी की मुश्किलें -प्रमोद भार्गव- बरसात शुरू होने से पहले मौसम विभाग द्वारा मानसून की, की गई भविष्यवाणियों में फेरबदल चिंता का सबब बन रहा है। मई की शुरूआत में सामान्य से पांच फीसदी कम बरिश होने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन 9 जून को की गई भविष्यवाणी में कहा गया कि औसत से सात प्रतिशत कम […] Read more » गर्मी मानसून मौसम मौसम भविष्यवाणी मौसम मुश्किलें
विविधा महंगाई पर नियंत्रण करके दिखाना होगा June 21, 2014 by रमेश पांडेय | 1 Comment on महंगाई पर नियंत्रण करके दिखाना होगा -रमेश पाण्डेय- महंगाई बढ़ने का सिलसिला जारी है। इस आलम में महंगाई कम कैसे होगी या फिर इस पर प्रभावी नियंत्रण कैसे लग सकेगा, इसे अब करके दिखाना होगा। प्रधान समस्या है, राष्ट्रीय सकल उत्पादन में कृषि का घटता योगदान। कृषि में भारत जब तक आत्मनिर्भर नहीं हो जाता तब तक आम जनता की क्रय […] Read more » बेलगाम महंगाई भारत में महंगाई महंगाई
विविधा शून्य है अखिलेश सरकार का इकबाल June 20, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय- पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित निवेश सम्मेलन से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रदेश में तकरीबन 60 हजार करोड़ रुपए के निवेश की उम्मीद जगी है। राज्य सरकार के साथ 54,056 करोड़ रुपए के 19 एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाली अधिकांश कंपनियां वही हैं जो पहले से किसी न किसी रूप […] Read more » अखिलेश यादव अखिलेश सरकार यूपी सरकार
विविधा इराक, इंडिया ओर इंडियन्स June 20, 2014 by अंकुर विजयवर्गीय | Leave a Comment -अंकुर विजयवर्गीय- बुरे सपने सच होते लग रहे हैं। सुन्नी समुदाय के बागियों द्वारा पहले इराक के मोसूल पर और अब टिकरित पर कब्जे ने इस मुल्क को सवालिया घेरे में ला दिया है। यह उम्मीद भी अब खत्म-सी हो चली है कि वजीर-ए-आजम नूरी अल-मलिकी अपनी खोई जमीन दोबारा हासिल कर लेंगे। यकीनन यह […] Read more » इंडियन्स इंडिया इराक
विविधा राजभाषा हिन्दी: दशा एवं दिशा June 20, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 30 Comments on राजभाषा हिन्दी: दशा एवं दिशा -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- राजकाज के प्रशासनिक कार्यों में हिन्दी का प्रयोग होता रहा है। राम बाबू शर्मा के अनुसार यह प्रयोग बारहवीं सदी से होता रहा है। (बारहवीं सदी से राजकाज में हिन्दी, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, (1980)। राजभाषा हिन्दी में हिन्दी भाषा-क्षेत्र की जिस खड़ीबोली को भारतीय संविधान द्वारा स्वतंत्रता के बाद प्रशासनिक महत्त्व […] Read more » राजभाषा हिन्दी हिन्दी दशा हिन्दी दिशा
विविधा यह है, अपना बिहार! June 19, 2014 / June 19, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -फखरे आलम- यह महज इत्तेफाक ही होता है कि कभी-कभी बिहार का क्षेत्रीय न्यूज चैनल देखने का अवसर प्राप्त होता है और इसी क्षेत्रीय चैनलों के माध्यम से अपों का हाल-चल जानने का अवसर प्राप्त होता रहता है। मगर फिर भी हम प्रदेश की वास्तविक हकीकत से महरूम रह जाते हैं। कभी-कभी मन अशांत होता […] Read more » अपना बिहार बिहार
विविधा बबूल के पेड़ पर आम…! June 19, 2014 / October 8, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- फिल्मों की दीवानगी के दौर में कई साल पहले एक बार प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर मेरे जिला मुख्यालय में कार्यक्रम देने आई, तो मेरे शहर के काफी लोग भी बाकायदा टिकट लेकर वहां कार्यक्रम देखने गए। लेकिन उनसे एक गड़बड़ हो गई। तब नामचीन कलाकारों के लिए किसी कार्यक्रम में तीन से […] Read more » नेस वाडिया प्रीति जिंटा बबूल के पेड़ पर आम लता मंगेशकर