विविधा वनपुत्रों की यही त्रासदी उनकी नियति March 30, 2014 by अमरेन्द्र किशोर | 3 Comments on वनपुत्रों की यही त्रासदी उनकी नियति -अमरेन्द्र किशोर- ओडिशा के कालाहांडी और नुआपाड़ा जिले की पहाड़िया जनजाति आजादी मिलने के ६७ साल बाद भी सरकारी तौर से जनजाति के दर्जा पाने से वंचित रहे हैं। यानि विकास की मुख्यधारा से पूरी तरह से दूर रहे पहाड़िया जनजाति के लोग सरकार की ओर से आदिवासियों को दी जानेवाली सुविधाओं से महरूम हैं। उल्लेखनीय […] Read more » forest residents problems वनपुत्रों की यही त्रासदी उनकी नियति
विविधा गावस्कर की नियुक्ति समाधान नहीं! March 29, 2014 / March 29, 2014 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’- “इस आदेश से भी सवाल उठते हैं कि क्या शिवलाल को आईपीएल का टूर्नामेंट कराने हेतु अयोग्य समझा गया या उनकी निष्टा सुप्रीम कोर्ट की दृष्टि में आईपीएल आयोजन के लिये सन्देहास्पद है? अन्यथा क्या कारण है कि बीसीसीआई के अध्यक्ष का अन्तरिम कार्यभार संभालने के लिये कानूनी रूप से उत्तराधिकारी […] Read more » BCCI president Gavaskar; not a solution गावसकर की नियुक्ति समाधान नहीं!
विविधा बिहार में सड़कों के ‘माया-जाल’ का सच March 29, 2014 / March 29, 2014 by आलोक कुमार | Leave a Comment -आलोक कुमार- सड़कों के मामले में बिहार की हालत अभी भी चिंतनीय ही हैl “राष्ट्रीय स्तर पर प्रति लाख आबादी पर 257 किलोमीटर सड़क है, जबकि बिहार में प्रति लाख आबादी पर मात्र 90 किलोमीटर सड़क ही हैl” फिर भी पूरी दुनिया में ये शोर है कि बिहार में सडकों का जाल बिछा दिया गया […] Read more » Road reality in Bihar बिहार में सड़कों के ‘माया-जाल’ का सच
विविधा सृष्टि की रचना का पहला दिन March 28, 2014 by प्रमोद भार्गव | 3 Comments on सृष्टि की रचना का पहला दिन नवसंवत्सर, गुड़ी पड़वा 31 मार्च के अवसर पर -प्रमोद भार्गव- विक्रम संवत का पहला महीना है चैत्र। इसका पहला दिन गुड़ी पड़वा कहलाता है। ब्रह्म पुराण में कहा गया है कि इसी दिन ब्रह्मजी ने सृष्टि की रचना की थी। इसलिए इसे नया दिन कहा गया। भगवान श्री राम ने इसी दिन बाली का वध […] Read more » Hindu new year सृष्टि की रचना का पहला दिन
विविधा मनोरञ्जक संस्कृत रचनाएं March 28, 2014 / March 28, 2014 by डॉ. मधुसूदन | 7 Comments on मनोरञ्जक संस्कृत रचनाएं -डॉ. मधुसूदन – ***ऐसा कवि जिसने, “ठठं ठठं ठं, ठठठं ठठं ठ” पर कविता रचकर दिखाई; ***ऐसा बलवान, जिसे शीत की बाधा नहीं होती; ***एक साँकल जिस से बंधा पागल दौड़ते फिरता है; ***और खटमल के डर से शिवजी, विष्णुजी और ब्रह्माजी कहां-कहां जा बैठे हैं ***और पढ़िए “चाय-गीता” में पिता-पुत्र का संवाद आज संस्कृत […] Read more » interesting Sanskrit contents मनोरञ्जक संस्कृत रचनाएं
विविधा बिहार में स्वास्थ्य कुव्यवस्था लाइव March 27, 2014 by आलोक कुमार | 1 Comment on बिहार में स्वास्थ्य कुव्यवस्था लाइव -आलोक कुमार- हमारे बिहार में एक कहावत बहुत ही प्रचलित है – ऊपर से फिट-फाट, नीचे से मोकामा घाट। इसका भावार्थ ये है कि बाहर से तो सब कुछ दुरुस्त ही दिखाई देता है, परन्तु वास्तविकता कुछ और ही होती है। यही हाल है बहुप्रचारित सुशासनी बिहार के ग्रामीण इलाकों में स्थित स्वास्थ्य सेवाओं व […] Read more » worst condition of Health service in Bihar बिहार में स्वास्थ्य कुव्यवस्था लाइव
राजनीति विविधा विकीलीक्स के निशाने पर भावी प्रधानमंत्री March 26, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- देश के प्रमुख राष्ट्रीय दलों के भावी प्रधानमंत्रियों को खोजी समाचार वेबसाइट विकीलीक्स ने करारा झटका दिया है। भाजपा द्वारा विकीलीक्स के संस्थापक-संपादक जूलियन असांजे का चित्र छपा पोस्टर देशभर में लगा है। इस पोस्टर में असांजे के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका नरेंद्र मोदी से डरता है,क्योंकि अमेरिका जानता है […] Read more » Wikileaks targets future PM विकीलीक्स के निशाने पर भावी प्रधानमंत्री
विविधा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय सेनानी March 26, 2014 by वीरेंदर परिहार | 1 Comment on भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय सेनानी : तात्या टोपे -18 अप्रैल जन्मदिन पर विशेष -वीरेन्द्र सिंह परिहार- जब भारतवर्ष करीब-करीब 1857 के स्वतंत्रता की लड़ाई हार चुका था, और पूरे देश में अंग्रेजों का पुनः अधिपत्य हो गया था। उस दौर में भी अपने जीवन के अंतिम दस महीनों तक तात्या टोपे कैसे संघर्षरत रहे? वह एक अंग्रेज लेखक के शब्दों […] Read more » Tantya Tope- indian freedom contribution भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय सेनानी
विविधा बंदूक का जवाब बंदूक से या फिर संवाद का रास्ता जरूरी March 22, 2014 / March 22, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय- बस्तर के जिस इलाके में सुरक्षा बलों का खून बहा है। वह इलाका सभ्यता, संस्कृति और लोकतंत्र की साख का अनूठा संगम रहा है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता बरबस मन मोह लेती है। इतिहास पर नजर डाले तो वीर हनुमान भी इसी धरती ने दिया। किष्किन्धा राज्य के इसी क्षेत्र में होने के […] Read more » need to search solution on naxals issue बंदूक का जवाब बंदूक से या फिर संवाद का रास्ता जरूरी
विविधा अंग्रेज़ी- हिंदी टक्करः 3 March 21, 2014 / March 21, 2014 by डॉ. मधुसूदन | 8 Comments on अंग्रेज़ी- हिंदी टक्करः 3 -डॉ. मधुसूदन – अनुरोध: विषय आत्मसात करते हुए पढ़ें। प्रश्न अवश्य पूछें, विद्वान पाठक सुधार भी सूचित करें। यह आलेख टक्कर १ और २ पर भी आधार रखता है। कुछ सारांश ===>(१) हमारे शब्द, स्वयं अपना अर्थ, और ज्ञान-विज्ञान उदघाटित करते चलते हैं, जब, अग्रेज़ी के शब्दों की व्याख्या रटनी पडती है। ===>(२) संस्कृत भारत […] Read more » English - Hindi conflict अंग्रेज़ी- हिंदी टक्करः 3
विविधा पहचान को तरसता ऐतिहासिक गांव कहला March 20, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय – उत्तर प्रदेश का एक छोटा सा जिला है प्रतापगढ़। इस जिले की सबसे अविकसित विकास खंड है गौरा। इस विकास खंड के अन्तर्गत इलाहाबाद की सीमा से सटा गांव है कहला। गांव का नाम तो बेहद सामान्य सा है, पर इस गांव का इतिहास गर्व और साहस से भरा है। पर समय […] Read more » bad situation of Uttar Pradesh villages पहचान को तरसता ऐतिहासिक गांव कहला
विविधा 1857 में रेवांचल का मुक्ति आन्दोलन – अवंती बाई का आत्मोत्सर्ग March 19, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -प्रभंजन संकेत- 1857 की क्रांति में रामगढ़ की रानी अवंती बाई रेवांचल में मुक्ति आंदोलन की सूत्रधार थी। 1857 के मुक्ति आंदोलन में इस राज्य की अहम भूमिका थी, जिससे इतिहास जगत अनभिज्ञ है। 1817 से 1851 तक रामगढ़ राज्य के शासक लक्ष्मण सिंह थे। उनके निधन के बाद राजकुमार विक्रमाजीत सिंह ने राजगद्दी संभाली। […] Read more » 1857 में रेवांचल का मुक्ति आन्दोलन - अवंती बाई का आत्मोत्सर्ग Avanti Bai movement