विविधा घोटालों का युग February 23, 2011 / December 15, 2011 by अखिलेश आर्येन्दु | 1 Comment on घोटालों का युग अखिलेश आर्येन्दु यह मामने में हमें कोई दिक्कत महसूस नहीं होनी चाहिए कि हम जिस युग में जी रहे हैं वह घोटालों का युग है । इस युग की शुरुआत कब हुई इसके बारे में इतिहासकारों में मतभेद तो हो सकते हैं लेकिन यह कोई नहीं कह सकता कि यह महान युग ‘घोटाले’ का नहीं […] Read more » scam घोटाला भ्रष्टाचार यूपीए सरकार
विविधा कर्ज से हारती किसान की जिंदगी February 22, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राजेन्द्र बंधु ”किसान से कब बंधुआ मजदूर बन गया, यह नंदकिशोर का पता ही नहीं चला। महंगे कीटनाशक, महंगे बीज और रासायनिक खाद ने उसे कर्जदार बना दिया। अपने एक भाई, दो बेटियों और बुजुर्ग मां सहित छह सदस्यों का भरण पोषण चार एकड् खेती से संभव नहीं रहा और इधर साहूकार का 50 हजार […] Read more » Suicide आत्महत्या कर्ज किसान
विविधा काजल की कोठरी में कैसो ही सयानो जाय… February 22, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | Leave a Comment चण्डीदत्त शुक्ल मधुमिता शुक्ला, कविता चौधरी, शशि और ऐसे ही ना जाने कितने नाम। यूपी की सियासत को बहुत-से सेक्स स्कैंडल दागदार कर चुके हैं। ऐसा ही एक मामला था शीतल बिरला और बुलंदशहर के डिबाई विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित का। कासगां की रहने वाली शीतल ने बसपा विधायक पर आरोप लगाया कि […] Read more » kajal काजल
विविधा बाहर से लड़ाई लड़े बिहार के ईमानदार पत्रकार February 22, 2011 / December 15, 2011 by संजय स्वदेश | 2 Comments on बाहर से लड़ाई लड़े बिहार के ईमानदार पत्रकार संजय स्वदेश जीमेल पर चैट के दौरान पटना के एक विद्यार्थी अभिषेक आनंद से कहा – बिहार के मीडिया के बारे में बतायें। अभिषेक का जवाब था। क्या बताऊँ..पेपर पढ़ना छोड़ दिया कुछ दिनों से ऑनलाइन अखबार पढता हूँ नितीश जी भगवान हो गए हैं.. हर सुबह बड़ी बड़ी तस्वीरों से दर्शन होता हैं.. …. […] Read more » Honest journalists ईमानदार पत्रकार
विविधा दारूल उलूम खतरे में February 22, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on दारूल उलूम खतरे में के. विक्रम राव राष्ट्रवादी दारूल उलूम में हो रही घटनाओं से सेक्युलर भारत देवबन्द के प्रत्येक हितैषी को सक्रिय सरोकार होना चाहिए। पाकिस्तान का पुरजोर विरोध करनेवाली इस इस्लामी संस्था को चन्द कट्टर महजबी लोगों की सनक तथा फितरत पर नहीं छोड़ा जा सकती है। दारूल उलूम के नवनियुक्त कुलपति मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी को […] Read more » Darum ulum दारूल उलूम
विविधा जांच एजेंसियों के काम में राजनीतिक हस्तक्षेप से आतंरिक सुरक्षा पर उठे सवाल February 21, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भूपेन्द्र धर्माणी स्वतंत्र भारत के इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में उलझी मनमोहन सरकार अब सरकारी जांच एजेंसियों की कार्यप्रणाली को लेकर उठ रहे प्रश्नों में उलझती प्रतीत हो रही है। देश के बडे प्रदेशों उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने मुस्लिम वोट बैंक को […] Read more » scam घोटाला यूपीए सरकार
विविधा गंगा : बूंद – बूंद संघर्ष February 21, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 4 Comments on गंगा : बूंद – बूंद संघर्ष नीरेन कुमार उपाध्याय ‘गंगे तव दर्शनार्थ मुक्ति’ का मंत्र जाप कर लाखों वर्षों से हम और हमारी संस्कृति अभी तक जीवित हैं। गंगा भारतीय संस्कृति का प्राण है। इसकी कल-कल बहती धारा लोगों के मनों में आनन्द और उल्लास भर देती है। इसके दर्शन मात्र से ही मुक्ति की कल्पना की गयी है। गंगा विश्व […] Read more » Ganga गंगा
विविधा गहराता जा रहा है बोफोर्स का रहस्य February 21, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment संतोष कुमार मधुप भारतीय राजनीति में सबसे लंबा चलने वाले प्रकरणों में से एक बोफोर्स मामला एक बार फिर कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। टी. वी. के मेगा सिरियल की तरह इस मामले में नित नए मोड आ रहे हैं। पिछले 25 सालों से कांग्रेस के लिए सिर दर्द पैदा कर […] Read more » Boforce Scam बोफोर्स घोटाला
विविधा हाईवोल्टेज ड्रामा…डूबा चांद, भटकी फिज़ा February 20, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | 2 Comments on हाईवोल्टेज ड्रामा…डूबा चांद, भटकी फिज़ा सच, मोहब्बत अंधी ही होती है, नहीं तो चंद्रमोहन क्यों चांद मोहम्मद बनते? क्यों फिज़ा के लिए धर्म तक छोड़ देते…और जो आज के दौर की मोहब्बत सच्ची होती, तो फिर भला क्योंकर फिज़ा को खुदकुशी की कोशिश करनी पड़ती…ड्रामा है-भई ड्रामा है… चण्डीदत्त शुक्ल हरियाणा के डिप्टी सीएम थे चंद्रमोहन। जो एक बार ठान […] Read more »
विविधा विदेशों में जमा काला धन बनाम राजनैतिक हथकंडे February 20, 2011 / December 15, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री भारतवर्ष दुनिया की नज़रों में निश्चित रूप से 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र एवं स्वाधीन हो गया। स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्र हितैषी नेताओं,अधिकारियों तथा देशभक्तों के समक्ष जहां उस समय इस विशाल राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाए जाने जैसी विशाल चुनौती थी वहीं इसी के समानांतर हमारे ही देश में वह शक्तियां भी साथ-साथ […] Read more » Corruption काला धन भ्रष्टाचार
विविधा कार्टूनों का सांस्कृतिक रूपांतरण February 20, 2011 / December 15, 2011 by राजीव रंजन प्रसाद (बीएचयू) | Leave a Comment राजीव रंजन प्रसाद आजकल भारतीय घरों में बच्चों का कार्टून देखना एक मजेदार शगल बन चुका है। दिलचस्प बात तो यह है कि अब बच्चे सिर्फ कार्टून देखते भर नहीं हैं बल्कि उसके साथ खुद को जोड़ भी लेते हैं। उनके लिए कार्टून देखना एक रोमांचकारी अनुभव है। कार्टून में दिखने वाले जंतु.चरित्रों द्वारा इंसानी […] Read more » Cartoon कार्टून
विविधा बुढ़ापे में दामन पर कलंक का टीका February 19, 2011 / December 15, 2011 by चंडीदत्त शुक्ल | Leave a Comment चार बार यूपी के सीएम रहे, पांच साल तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री। गवर्नर, सेंट्रल मिनिस्टर और भी पता नहीं क्या-क्या…पचास साल से सियासत कर रहे हैं, लेकिन एक क्लिप में वो तीन महिलाओं के साथ कथित तौर पर दिखाए गए और एक युवक ने दावा किया—वही हैं मेरे असली पिता! चण्डीदत्त शुक्ल ये भारतीय राजनीति […] Read more » old people बुढ़ापे