विविधा अंधविश्वास और हम January 29, 2010 / December 25, 2011 by केशव आचार्य | 4 Comments on अंधविश्वास और हम आज के वैज्ञानिक युग में भी लोग टोना-टोटके, तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास से जकड़े हुए हैं। ऐसा कोई भी नहीं है जो किसी बुरी नज़र की बात से ना ड़रे क्या छोटा और क्या बड़ा? अंधविश्वास की इस दौड़ में एक और नाम शामिल हो गया है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी का। भ्रष्ट्राचार के कई मामलों […] Read more » Superstitions अंधविश्वास
विविधा भारत में भ्रष्टाचार की समस्या एवं निदान January 29, 2010 / December 25, 2011 by सूरज तिवारी 'मलय' | 19 Comments on भारत में भ्रष्टाचार की समस्या एवं निदान भारत में वैसे तो अनेक समस्याएं विद्यमान हैं जिसके कारण देश की प्रगति धीमी है। उनमें प्रमुख है बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा, आदि लेकिन उन सबमें वर्तमान में सबसे ज्यादा यदि कोई देश के विकास को बाधित कर रहा है तो वह है भ्रष्टाचार की समस्या। आज इससे सारा देश संत्रस्त है। लोकतंत्र की जड़ो को […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा अफ्रीकन स्टडीज के विभागाध्यक्ष पर शोधार्थी के शैक्षिक कैरियर से खिलवाड करने का आरोप January 28, 2010 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on अफ्रीकन स्टडीज के विभागाध्यक्ष पर शोधार्थी के शैक्षिक कैरियर से खिलवाड करने का आरोप दिल्ली विश्वविद्यालय का एक प्रतिभाशाली शोध-छात्र अपने विभागाध्यक्ष के अहंकार का शिकार हो रहा है। जी हां, यह घटना दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संस्थान के अफ्रीकन स्टडीज की है। इस संस्थान के शोध-छात्र सौरभ ज्योति शर्मा, जिनके शोध का विषय है ‘अफ्रीका में चीन की सैन्य कूटनीति’, ने अपने विभागाध्यक्ष सुरेश कुमार पर अपने […] Read more » Delhi University अफ्रीकन स्टडीज दिल्ली विश्वविद्यालय
विविधा झूठ को स्वीकार्य नहीं है बिहार का सच January 27, 2010 / December 25, 2011 by सतीश सिंह | 4 Comments on झूठ को स्वीकार्य नहीं है बिहार का सच श्री प्रदीप श्रीवास्तव की रपट ”झूठ की परतों में छिपा बिहार का सच” 23 जनवरी को जनसत्ता के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुआ था। श्री श्रीवास्तव का मानना है कि बिहार आज भी बीमारु राज्य है। इस राज्य के विकास के संबंध में सीएसओ के द्वारा प्रस्तुत ऑंकड़ा महज नीतीश कुमार के ऑंकड़ों की बाजीगरी […] Read more » bihar नीतिश कुमार बिहार
विविधा गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय को बंद करने की साजिश January 25, 2010 / December 25, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 6 Comments on गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय को बंद करने की साजिश कपिल सिब्बल के मंत्रालय ने सर्वोच्च न्यायालय में कुछ ऐसे शिक्षा संस्थानों की सूची प्रस्तुत की है। जिनकी मान्यता रद्द की जानी चाहिए। इन शिक्षण संस्थानों व विश्वविद्यालय अधिनियम आयोग के अंतगर्त मानद विश्वविद्यालय की मान्यता दी गई थी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम में प्रावधान है कि यदि किसी शिक्षा संस्थान को अपने क्षेत्र में […] Read more » Gurukul Kangri University गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय
विविधा हम और हमारा गणतंत्र January 25, 2010 / December 25, 2011 by केशव आचार्य | Leave a Comment मरते मिटते रहते कई दंगों में, मरना हो तो वतन पे मरो वतन की मौत बड़ी रंगीन होती है… पैरों से ना रौंदों माथे से लगा लो देश की मिट्टी तो सिंदूर होती है… हम गणतंत्र दिवस की 61 वी वर्षगांठ मना रहे हैं…यूं तो हमें आजादी 15 अगस्त को ही मिल गई थी लेकिन […] Read more » Independence Day गणतंत्र दिवस
विविधा ‘गण’ सुस्त और ‘तंत्र’ अनियंत्रित हो जाये तो कैसे सफल होगा ‘गणतंत्र’ January 25, 2010 / December 25, 2011 by आशुतोष वर्मा | Leave a Comment पूरा देश इकसठवां गणतंत्र दिवस उल्लास के साथ मना रहा हैं। 26 जनवरी, 1950 को हमने अपने देश का संविधान लागू किया था। जनता के द्वारा, जनता के लिये, जनता के शासन की व्यवस्था इस संविधान में की गयी थीं। समस्त कार्यों के सुचारु रूप से संचालन के लिये कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के साथ-साथ […] Read more » Independence Day गणतंत्र दिवस
विविधा गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय उत्सव का मिथक January 23, 2010 / December 25, 2011 by रवि शंकर | 2 Comments on गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय उत्सव का मिथक गणतंत्र दिवस आ रहा है। पूरे देश में इसे मनाने की कोशिश शुरू हो जाएगी। गणतंत्र दिवस को हमारी सरकार और उसके अनुयायी राष्ट्रीय उत्सव कहते हैं। देश के सारे विद्यालयों और सरकारी संस्थानों में इस राष्ट्रीय उत्सव को मनाने की बाध्यता है। सवाल यह है कि उत्सव क्या बाध्यता से मनाए जाते हैं? एक […] Read more » Independence Day गणतंत्र दिवस
विविधा नक्सलवाद/ जो तटस्थ है समय लिखेगा उनका भी अपराध! January 23, 2010 / December 25, 2011 by पंकज झा | 6 Comments on नक्सलवाद/ जो तटस्थ है समय लिखेगा उनका भी अपराध! सामान्यतया बौद्धिक वैचारिक सेमिनार आदि औपचारिक किस्म के होते हैं। विषय चाहे जितना गंभीर या शोकप्रद हो आपको पुष्पगुच्छ, स्वागत-गान आदि देखने को मिल ही जायेंगे। छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद ख़ास कर “सलवा जुडूम” पर कुछ समय पहले दिल्ली में आयोजित एक सेमिनार का याद आ रही है जो देखते ही देखते अनौपचारिक सा हो गया […] Read more » Naxalism नक्सलवाद
विविधा बस्ते के बोझ तले दबता बचपन January 22, 2010 / December 25, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment एक जमाना था जब हम प्राईमरी स्कूल में पढा करते थे, तब पाठ्यक्रम के बजाए व्यवहारिक शिक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाता था। हमारा एक कालखण्ड गेम्स का एक पीटी का तो एक क्राफ्ट (इसमें तकली पोनी के सहारे रूई से धागा बनाया जाना सिखाया जाता था, चरखा चलाने की शिक्षा दी जाती थी) […] Read more » Education बचपन बस्ता शिक्षा स्कूल
विविधा मुझे नहीं मालूम कि वे पुलिस थे या नक्सली : सोडी संभो January 18, 2010 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment गोंपद गांव की रहनेवाली आदिवासी महिला सोडी संभो का कहना है कि वर्दी में जो आए थे वे पुलिस थे या नक्सली मुझे नहीं मालूम कि उन्हीं की गोली से मेरे पैर में गोली लग गई। गौरतलब है कि गत 1 अक्टूबर को गोंपद गांव की रहनेवाली आदिवासी महिला सोडी संभो को वर्दी में आए […] Read more » Naxal नक्सली सोडी संभो
विविधा कम्युनिष्ट राजनीति के शक्तिपुंज का अवसान January 18, 2010 / December 25, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment अपना सारा जीवन कोलकता के इर्दगिर्द समेटने वाले कम्युनिष्ट नेता ज्योति बसु का जीवन अनेक मामलों में लोगों के लिए उदहारण बन चुका है। भले ही उन्होंने पश्चिम बंगाल के कोलकता को अपनी कर्मस्थली के रूप में विकसित किया हो पर राष्ट्रीय परिदृश्य में उनके महत्व को कभी भी कमतर नहीं आंका गया। उन्होंने एक […] Read more » Jyoti Basu ज्योति बसु