प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (नरेगा) का नाम बदलकर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना कर दिया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 140वीं जयंती के अवसर पर इसकी घोषणा की गई।
पंचायती राज के 50वीं सालगिरह के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्राम स्वराज में हमेशा विश्वास करने वाले महात्मा के प्रति यह उनकी श्रद्धांजलि है।
गौरतलब है कि देशभर में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले बेरोजगार हाथों को सहयोग देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार सन् 2005 में यह कानून लेकर आई थी जिसे वर्ष 2006 में देश के 200 जिलों में शुरू किया गया था। हालांकि अब इसे पूरे देश में लागू कर दिया गया है। सरकार की इस योजना में हो रही हेराफेरी की खूब शिकायतें मिल रही हैं।
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