मीडिया नकारात्मक व ओच्छी मानसिकता की पत्रकारिता May 13, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on नकारात्मक व ओच्छी मानसिकता की पत्रकारिता यह दुख का विषय है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में भी कुछ ऐसे लोग प्रवेश कर गये हैं-जिनका खोजी पत्रकारिता से दूर दूर का भी संबंध नही है, उन्हें ना तो लोकतंत्र की परिभाषा ज्ञात है और ना ही धर्म की परिभाषा का ज्ञान है। वह उत्पीडऩ और भयादोहन कर लेखनी के साथ अन्याय करते हैं और समाज पर लेखनी का आतंक स्थापित करते हैं। ऐसी प्रवृत्ति निश्चय ही भयावह है। Read more » Featured negative journalism ओच्छी मानसिकता की पत्रकारिता नकारात्मक पत्रकारिता पत्रकारिता
मीडिया खतरा तो है पत्रकारिता के भविष्य पर… January 23, 2017 by अजय जैन ' विकल्प ' | Leave a Comment अजय जैन ‘विकल्प’ अखबारों और पत्रकारों कॊ अब नए प्रकार के खतरे का सामना करना पड़ सकता है,जिसका संकेत रोबोट पत्रकार ने दे दिया है।यकीनन आश्चर्यजनक बात और ख़बर है कि,रोबोट ने पत्रकार की तरह भीड़ की ख़बर मात्र 1सेकंड में लिख दी है। ये खतरनाक कारनामा पहली बार अखबार में छपा रोबोट पत्रकार का […] Read more » Chinese Robot Reporter Chinese Robot Reporter Makes Its Publishing Debut Chinese Robot Reporter Writes Article in a Second robot typing faster than human पत्रकारिता
मीडिया पत्रकारिता : मानक नहीं मान्यता बदलना होगी October 15, 2016 by अर्पण जैन "अविचल" | Leave a Comment आज के दौर में पत्रकारिता के मानक जो नये बन रहे है वो आने वाली पीढ़ी के साथ भी न्याय नहीं कर रहे है, वर्तमान की कलम ने भविष्य के अध्याय जो लिखने लगे है वो कालांतर में शर्म का विषय बन कर रह जाएँगे | अब तो कोई राजेंद्र माथुर , माखन लाल चतुर्वेदी नहीं बनना चाहता, कोई संघर्ष कर के अस्तिस्व नहीं बचना चाहता ...... हालात इतने बदतर होते जा रहे है की सोच कर भी सिहरन उठ जाती है ,किस दौर में आ गई पत्रकारिता , कैसे कैसे हालत बन गये , आख़िर क्या ज़रूरत थी मानको के साथ खिलवाड़ करने की , कौन सा अध्याय लिख आई ये पीढ़ी पत्रकारिता की अवधारणा में ? Read more » Featured पत्रकारिता
मीडिया बदलते परिवेश में बदलती पत्रकारिता August 27, 2016 by आकाश कुमार राय | Leave a Comment कल देश गुलाम था पत्रकार आजाद, लेकिन आज देश आजाद है और पत्रकार गुलाम। देश में गुलामी जब कानून था तो पत्रकारिता की शुरुआत कर लोगों के अंदर क्रांति को पैदा करने का काम हुआ। आज जब हमारा देश आजाद है तो हमारे शब्द गुलाम हो गए हैं। कल जब एक पत्रकार लिखने बैठता था […] Read more » changing journalism पत्रकारिता
मीडिया पत्रकारिता को मीडिया कहकर लज्जित न करें July 24, 2016 / July 24, 2016 by पवन तिवारी | 3 Comments on पत्रकारिता को मीडिया कहकर लज्जित न करें मीडिया और पत्रकारिता के अंतर को जाने मित्रों आज पत्रकारिता शब्द के पर्याय, विकल्प या पत्रकारिता के स्थान पर एक दोयम दर्जे के औपनिवेशिक शब्द मीडिया ने हथिया लिया है.पत्रकारिता देशज व पवित्र शब्द है.पत्रकारिता ने देश की स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय व उत्थान में अप्रतिम भूमिका निभाई है किन्तु आज मीडिया के नाम पर पत्रकारिता […] Read more » Journalism media पत्रकारिता मीडिया मीडिया और पत्रकारिता मीडिया और पत्रकारिता के अंतर को जाने
मीडिया पत्रकारिता और मीडिया एजुकेशन July 8, 2016 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार आपातकाल के पश्चात पत्रकारिता की सूरत और सीरत दोनों में आमूलचूल बदलाव आया है और इस बदलाव के साथ ही यह कि पत्रकारिता मिशन है अथवा प्रोफेशन का सवाल यक्ष प्रश्र की तरह एक सवाल उठ खड़ा हुआ है. इस सवाल का भले ही कोई मुकम्मल जवाब किसी भी पक्ष से न आया […] Read more » Featured पत्रकारिता मीडिया एजुकेशन
मीडिया मीडिया की विश्वसनीयता का संकट और आत्म नियंत्रण की पुरजोर आवश्यकता – प्रफुल्ल केतकर May 12, 2016 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment “पत्रकारिता का एकमात्र उद्देश्य सेवा होना चाहिए। अखबार और प्रेस एक महान शक्ति है, लेकिन जैसे पानी का अनियंत्रित उन्मुक्त प्रवाह गाँव के गाँव डुबा सकता है, फसलों को नष्ट कर सकता है, ठीक उसी प्रकार एक अनियंत्रित कलम सेवा के स्थान पर महान विध्वंश कर सकती है । लेकिन इसे नियंत्रित करने का प्रयास, […] Read more » Featured आत्म नियंत्रण की पुरजोर आवश्यकता पत्रकारिता मीडिया की विश्वसनीयता मीडिया की विश्वसनीयता का संकट
मीडिया विविधा लोकतंत्र में पत्रकारिता September 21, 2015 / September 21, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | 1 Comment on लोकतंत्र में पत्रकारिता शैलेन्द्र चौहान स्वतन्त्रता आन्दोलन के दौरान पत्रकारिता को एक मिशन बनाकर सहभागी के रूप में अपनाया गया था। स्वतन्त्रता के पश्चात भी पत्रकारिता को व्यावसायिकता से जोड़कर नहीं देखा गया, किन्तु वैश्वीकरण, औद्योगीकरण के इस दौर में पत्रकारिता को व्यवसाय बनाकर प्रस्तुत किया गया। इस कारण से देश के बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों में करोड़ों-अरबों की धनराशि लगाकर इसमें अपना सशक्त हस्तक्षेप करना शुरू […] Read more » Featured journalism in democracy पत्रकारिता लोकतंत्र लोकतंत्र में पत्रकारिता
मीडिया राष्ट्रीय समस्याओ से भटकती पत्रकारिता July 3, 2015 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment क्रिकेट माफिया ललित मोदी के सम्बन्ध में जिस प्रकार बीजेपी की नेत्री श्रीमती सुषमा स्वराज व श्रीमती वसुन्धरा राजे को कुछ दिनों से निरंतर निशाना बनाया जा रहा है और विभिन्न टीवी चेंनेल अपने पूर्वाग्रहो से ग्रस्त होने के कारण कुछ विपक्ष के नेताओ को लेकर अनावश्यक बड़ी बड़ी बहस करके क्या स्वतंत्र लोकतंत्र की […] Read more » पत्रकारिता राष्ट्रीय समस्या राष्ट्रीय समस्याओ से भटकती पत्रकारिता
मीडिया ताक में पत्रकारिता, तकनीकी का दौर May 29, 2015 by मनोज कुमार | Leave a Comment -मनोज कुमार- -30 मई हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर विशेष- साल 1826, माह मई की 30 तारीख को ‘उदंत मार्तंड’ समाचार पत्र के प्रकाशन के साथ हिन्दी पत्रकारिता का श्रीगणेश हुआ था. पराधीन भारत को स्वराज्य दिलाने की गुरुत्तर जवाबदारी तब पत्रकारिता के कांधे पर थी. कहना न होगा कि हिन्दी पत्रकारिता ने न केवल अपनी […] Read more » Featured तकनीकी दौर ताक में पत्रकारिता पत्रकार पत्रकारिता
जरूर पढ़ें बीबीसी निष्पक्ष पत्रकारिता के 75 वर्ष May 29, 2015 / May 29, 2015 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment -तनवीर जाफ़री- बीबीसी अर्थात, ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन अपनी हिंदी सेवा के स्थापना के 75 वर्ष पूरे कर चुका है। बीबीसी परिवार से जुड़े सभी लोग मीडिया का सिरमौर समझे जाने वाले इस विश्व के सबसे प्रमुख एवं विश्वसनीय मीडिया हाऊस की स्थापना पर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हालांकि जनवरी 2011 में बीबीसी […] Read more » Featured पत्रकारिता पत्रकारिता के 75 वर्ष बीबीसी बीबीसी निष्पक्ष पत्रकारिता के 75 वर्ष
मीडिया विविधा तो जल्द ही अभिजात्य वर्ग की गिरफ्त में होगी पत्रकारिता भी…! May 5, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- क्या गीत – संगीत व कला से लेकर राजनीति के बाद अब लेखन व पत्रकारिता के क्षेत्र में भी जल्द ही ताकतवर अभिजात्य वर्ग का कब्जा होने वाला है। क्या बड़े – बड़े लिक्खाड़ इस वर्ग के पीछे वैसे ही घूमते रहने को मजबूर होंगे , जैसा राजनीति के क्षेत्र में देखने […] Read more » Featured आधुनिक मीडिया तो जल्द ही अभिजात्य वर्ग की गिरफ्त में होगी पत्रकारिता भी...! पत्रकारिता