कविता
प्रवक्ता ने मुझे जो आज दिया
/ by बीनू भटनागर
प्रवक्ता ने मुझे जो, आज दिया है सम्मान, क्यो न हो गर्व मुझे, ये क्षण तो है महान। प्रवक्ता नहीं, किसी विचारधारा की ग़ुलाम। यहाँ मिलता है, हर विचार और तर्क को स्थान। व्याकरण सम्मत भाषा हो, वर्तनी पर हो ध्यान, विषय शैली कोई भी हो, बस कथ्य मे हो जान। सभी विषय और विधाओं […]
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