राजनीति भाजपा का मुखौटा एक, कांग्रेस के चेहरे दो June 1, 2011 / December 12, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को भाजपा का मुखौटा कहा गया था। इसके बाद भाजपा में किसी तरह का चेहरा सामने नहीं आया। भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा भले ही बदल गया हो पर आज भी भाजपा का नाम आते ही जेहन में अटल बिहारी बाजपेयी का चेहरा आ जाता है। वहीं […] Read more » Sonia Gandhi मनमोहन सिंह सोनिया गांधी
राजनीति क्या हो गया है प्रधानमंत्री को… May 25, 2011 / December 12, 2011 by अवनीश राजपूत | 1 Comment on क्या हो गया है प्रधानमंत्री को… अवनीश सिंह जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार आई थी तब वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने पूर्ववर्ती वाजपेयी सरकार का आभार व्यक्त किया था कि उन्हें विरासत में एक मजबूत अर्थव्यवस्था मिली है। यह कथन इतना बड़ा सच था कि सिर पर चढ़कर बोलता था। वरना कांग्रेस के मंत्री किसी दूसरे को श्रेय दें, ऐसा कम […] Read more » Sonia Gandhi मनमोहन सिंह यूपीए सोनिया गांधी
राजनीति मज़बूरी का नाम मनमोहन सिंह-….देश चले भगवान भरोसे… March 2, 2011 / December 15, 2011 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on मज़बूरी का नाम मनमोहन सिंह-….देश चले भगवान भरोसे… यु पी ऐ प्रथम के दौर में जब -जब आर्थिक सुधारों के नाम पर देश की सम्पदा और मेहनतकशों के श्रम को मुफ्त में लूटने के लिए कार्पोरेट जगत को पूरी सफलता नहीं मिली ,तब -तब सरमायेदारों की तिजारत के संबाहक पूंजीपति परस्त मीडिया ने डाक्टर मनमोहन सिंह को मजबूर प्रधानमंत्री के रूप में जनता […] Read more » Manmohan Singh मज़बूरी का नाम मनमोहन सिंह
राजनीति बदले बदले से मनमोहन नज़र आते हैं September 11, 2010 / December 22, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 5 Comments on बदले बदले से मनमोहन नज़र आते हैं -अमलेन्दु उपाध्याय कांग्रेस के युवराज राहुल बाबा की दो सबसे बड़ी चिंताएं कौन सी हैं? सवाल है बहुत बेतुका पर है बहुत पेचीदा। प्रश्न आम भारतीय के लिए अर्थहीन है लेकिन नेहरू गांधी राजपरिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पूरा राजपरिवार आजकल इन दो सवालों को हल करने के लिए तमाम गुणा-भाग पर लगा हुआ […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन सिंह
राजनीति नक्सलवाद पर अपराधबोध क्यों नहीं? August 23, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 9 Comments on नक्सलवाद पर अपराधबोध क्यों नहीं? -सतीश सिंह नक्सलवाद मुद्दे पर गर्माहट कब तक बनी रहेगी कोई नहीं जानता? 21 अगस्त को बिहार पुलिस ने कोलकत्ता पुलिस की मदद से मध्य कोलकत्ता के एक होटल से नक्सलवादी नेता मुसाफिर साहनी को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ हत्या में शामिल होने के अलावा 15 अन्य मामले चल रहे हैं। आजकल रोज दिन नक्सलवादी […] Read more » Naxalism नक्सलवाद मनमोहन सिंह माओवाद
राजनीति एक अराजनैतिक प्रधानमंत्री August 23, 2010 / December 22, 2011 by संजय द्विवेदी | 7 Comments on एक अराजनैतिक प्रधानमंत्री अपनी योग्यताओं के बावजूद बहुत औसत राजनेता साबित हुए मनमोहन -संजय द्विवेदी मनमोहन सिंह की सफलताएं देखकर लगता है कि आखिर वे इतने बड़े कैसे हो पाए, तो फिलहाल दो ही कारण समझ में आते हैं एक उनका भाग्य और दूसरा श्रीमती सोनिया गांधी। किंतु इन दोनों कारणों से ही कुर्सी पाने के बावजूद भी […] Read more » UPA मनमोहन सिंह यूपीए
राजनीति डिजिटल मनमोहन के डिजिटल शत्रु August 3, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on डिजिटल मनमोहन के डिजिटल शत्रु -जगदीश्वर चतुर्वेदी मनमोहन सिंह जब से प्रधानमंत्री बने हैं। वे मीडिया और विशेषज्ञों की आलोचना में नहीं आते। उन्हें प्रधानमंत्री बने 6 साल से ज्यादा समय हो गया है। मीडिया में ममता बनर्जी, शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, डी.राजा, कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं, कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों आदि की आलोचना दिखेगी लेकिन मनमोहन सिंह की आलोचना नहीं […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन सिंह
राजनीति मनमोहन के डिजिटल विभ्रम में चमकती गरीबी August 3, 2010 / December 22, 2011 by चिन्मय मिश्र | 1 Comment on मनमोहन के डिजिटल विभ्रम में चमकती गरीबी -जगदीश्वर चतुर्वेदी मनमोहन सिंह का दावा है कि वह विकास पुरूष हैं। विकासपुरूष का उनका विभ्रम सबको आकर्षित कर रहा है। विकास के नाम पर उन्होंने भौतिक आकांक्षाओं का विभ्रम पैदा किया है। कारपोरेट मीडिया को विकास के विभ्रम में कहीं कोई खोट नजर नहीं आ रहा। यदि कोई खोट दिखाने की कोशिश करता है […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन सिंह
राजनीति एक ही पथ के राही हैं माओवादी और मनमोहन सिंह June 28, 2010 / December 23, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on एक ही पथ के राही हैं माओवादी और मनमोहन सिंह -जगदीश्वर चतुर्वेदी कार्ल मार्क्स का प्रसिद्ध कथन है कि ‘इस दुनिया में पूंजी का प्रत्येक अंश सिर से पैर तक खून और धूल से सना है।’ खून और धूल के रूपक के बहाने मार्क्स ने सामाजिक संबंधों की ओर ध्यान खींचा है। पूंजीवाद अपने शोषण को बनाए रखने के लिए सामाजिक संबंधों और सामाजिक समूहों […] Read more » Naxalism नक्सलवाद मनमोहन सिंह माओवाद
विश्ववार्ता मनमोहन-सोनिया की अमेरिकी गुलामी April 17, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on मनमोहन-सोनिया की अमेरिकी गुलामी ग्लोबल मीडिया यह प्रचार कर रहा है कि ईरान खतरनाक देश है और वह परमाणु अस्त्रों के मामले में अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहा है। परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में जब इसी परमाणु धुन का पाठ राष्ट्रपति ओबामा ने किया तो कम से कम भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इसका विरोध करना चाहिए था […] Read more » Soniya Gandhi अमेरिका मनमोहन सिंह सोनिया गांधी
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान / सत्ता के घोषित अघोषित केंद्र आमने सामने April 13, 2010 / December 24, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment देश में सत्ता के घोषित केंद्र (प्रधानमंत्री डॉ. मन मोहन सिंह) और अघोषित केंद्र (कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी) के बीच इन दिनों रार ठनती दिखाई दे रही है। सूचना के अधिकार (आरटीआई) को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है। नेताओं और अफसरान की जुगलबंदी की पोल नित ही इससे खुलने से […] Read more » Congress कांग्रेस मनमोहन सिंह सोनिया गांधी
राजनीति आखिर सिंह तो गरजेगा ही – संजीव पांडेय March 4, 2010 / December 24, 2011 by संजीव पांडेय | 1 Comment on आखिर सिंह तो गरजेगा ही – संजीव पांडेय इन दिनों एक गरम खबर चर्चा में है। खबर है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के बीच तनाव बढ़ रहा है। दोनों के बीच तनाव की एक लकीर खींच गई है। हालांकि इसके कई कारण बताए जा रहे है। पर इन कारणों में कितनी सच्चाई है इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा […] Read more » Soniya Gandhi प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संजीव पांडेय सोनिया गांधी