राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान/सोनिया, मनमोहन के खिलाफ तलवार पजाई ममता ने February 1, 2010 / December 25, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment पश्चिम बंगाल की राजनीति में तेजी से छाने वाली ममता बनर्जी को अब कांग्रेस से दोस्ती रास नहीं आ रही है। बंगाल में अपनी पसंद के राज्यपाल न बिठा पाने से दुखी ममता के तेवर अब कांग्रेस की राजमाता श्रीमती सोनिया गांधी और वजीरे आजम डॉ.एम.एम.सिंह के प्रति तीखे होते जा रहे हैं। रेल्वे के […] Read more » politics राजनीति
राजनीति राजनीति के लिए घातक है व्यवहारिकता का बढ़ता अभाव January 31, 2010 / December 25, 2011 by निर्मल रानी | 1 Comment on राजनीति के लिए घातक है व्यवहारिकता का बढ़ता अभाव राजनीति हालांकि आज के दौर में सबसे निकृष्ट,घटिया तथा परले दर्जे की विषयवस्तु के रूप में चिन्हित की जा रही है। इसका कारण राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचार, अपराधियों व असामाजिक तत्वों का राजनीति में दख़ल, राजनीति में बढ़ता परिवारवाद तथा राजनीति को व्यवसाय बनाने जैसी विसंगतियां आदि हैं। परंतु इन सबके बावजूद विशेषकर हमारे देश […] Read more » politics ममता बनर्जी राजनीति
राजनीति राजनीति में धर्म की उपयोगिता ? January 28, 2010 / December 25, 2011 by तनवीर जाफरी | 8 Comments on राजनीति में धर्म की उपयोगिता ? धर्म, मानव समाज द्वारा अपनाई जाने वाली एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय वस्तु का नाम है। धर्म की अलग-अलग परिभाषाएं भी हमारे पूर्वजों द्वारा गढ़ी गई हैं। कहीं धर्म को धारण करने के रूप में परिभाषित किया गया है तो कहीं इसे मनुष्य की आस्था तथा उसके विश्वास के साथ जोड़ा गया है। कुल मिलाकर हम […] Read more » Religion धर्म राजनीति
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया पर हावी होती राजनीति December 24, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment विगत कुछ सालों से परिवर्तन अविराम गति से जारी है, चाहे वह सामाजिक संरचना हो या तकनीकी क्षेत्र हर क्षेत्र में परिवर्तन हो रहा है, जो स्वभाविक कम और चौंकाने वाला ज्यादा लग रहा है। ऐसा नहीं है कि यह परिवर्तन किसी एक क्षेत्र में हो रहा हो, बल्कि यह हरेक क्षेत्र में अनवरत गति […] Read more » media मीडिया राजनीति
राजनीति लाल सलाम के क़त्लेआम की वजह October 24, 2009 / December 26, 2011 by चन्दन कुमार | 1 Comment on लाल सलाम के क़त्लेआम की वजह पूंजीवाद और विकास के नाम पर आदिवासियों और समाज में हाशिए पर रह गए लोगों को उनकी ज़मीन और अधिकारों से वंचित कर दिया जाता है. यदि ये तबका कोशिश भी करे तो इनकी आवाज़ भी सांप के फन की तरह कुचल दिया जाता है. शायद इन्हें नहीं मालूम जब यहीं देश के सत्ताधीशों को […] Read more » Chandan Kumar Lal Salam Naxal Naxalite क़त्लेआम नक्सल राजनीति लाल सलाम
राजनीति लाल सलाम को सलामी October 24, 2009 / December 26, 2011 by चन्दन कुमार | Leave a Comment साल 1967 के दौर में नक्सलबाड़ी से जो चिंगारी उठी, उसने भारत को अपनी आगोश में ले लिया. आज हालात ऐसे हैं कि बंगाल कि यह चिंगारी आंध्रप्रदेश के गांवों तक पहुंच चुकी है. लेकिन सत्ता की मंशा कभी इसे सुलझाने की नहीं रही. देश में जब जनता पार्टी की सरकार थी तब उसी दौर […] Read more » Chandan Kumar Lal Salam Naxalite चन्दन कुमार नक्सल राजनीति
राजनीति इसरत प्रकरण के बहाने नई राजनीति की सुगबुगाहट September 12, 2009 / December 26, 2011 by गौतम चौधरी | 1 Comment on इसरत प्रकरण के बहाने नई राजनीति की सुगबुगाहट गुजरात उच्च न्यायालय ने इसरत जहां केस में राज्य सरकार को स्टे दे दिया है। बावजूद इसके राजनीति तो होनी ही है, क्योंकि मामला गुजरात सरकार से संबंधित है और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी को केवल भाजपा के प्रतिपक्षी ही नहीं कुछ अपने लोग भी घेरने के फिराक में हैं। उन लोगों के […] Read more » politics राजनीति
आलोचना काव्यपाठ और राजनीति – दीपक चौरसिया ‘मशाल’ April 18, 2009 / December 25, 2011 by दीपक चौरसिया ‘मशाल’ | 5 Comments on काव्यपाठ और राजनीति – दीपक चौरसिया ‘मशाल’ " ऐसी रचनाएँ तो सालों में, हजारों रचनाओं में से एक निकल के आती है. मेरी तो आँख भर आई" "ये ऐसी वैसी नहीं बल्कि आपको सुभद्रा कुमारी चौहान और महादेवी वर्मा जी की श्रेणी में पहुँचाने वाली कृति है" Read more » politics काव्यपाठ राजनीति