राजनीति जाटलैण्ड की “खाप” बंद नहीँ कर पाएगी “हुक्का- पानी” ? April 4, 2018 / April 4, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल सर्वोच्च न्यायलय ने हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट समुदाय पर कानूनी चाबुक चला जातीय फैसलों के खिलाफ खाप को सोचने पर मजबूर कर दिया है। फैसले पर सरकार और खाप कितनी संवेदनशील होंगी यह तो वक्त तय करेगा। लेकिन खाप पंचायतों और उनके अस्तित्व को खतरा खड़ा हो गया है। उनकी […] Read more » Featured अपहरण आंदोलन आरक्षण खाप पंचायतों जाट समुदाय जाटलैण्ड वोट बैंक संयुक्त राष्ट्र सर्वोच्च न्यायलय हत्या
विविधा गणतंत्र का नया सूरज उगाना होगा January 25, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग यही वही 26 जनवरी का गौरवशाली ऐतिहासिक दिन है जब भारत ने आजादी के लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिनों के बाद इसी दिन हमारी संसद ने भारतीय संविधान को पास किया। खुद को संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करने के साथ ही भारत के लोगों द्वारा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस […] Read more » Featured republic day गणतंत्र दिवस वोट बैंक
राजनीति छुट्टियों के बहाने वोट बैंक में निवेश May 9, 2015 / May 9, 2015 by सत्यव्रत त्रिपाठी | 1 Comment on छुट्टियों के बहाने वोट बैंक में निवेश -सत्यव्रत त्रिपाठी– एक तरफ जहां केंद्र में मोदी सरकार विभिन्न दफ्तरों में सरकारी कामकाज के समय को अधिक से अधिक बढ़ाने की दिशा प्रयास कर रही है, वहीं हमारे राज्यों में धर्म, जाति और संप्रदाय के नाम पर सरकारी छुट्टियों की संख्या दिनोदिन बढ़ाई जा रही है। यह एक राजनैतिक हथियार बनता जा रहा है […] Read more » Featured छुट्टियों के बहाने वोट बैंक में निवेश राजनीति वोट बैंक
राजनीति वोट बैंक का समाजवाद April 22, 2014 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment -अरविंद जयतिलक- कल्पना कीजिए कि समाजवादी पुरोधा डॉ. राममनोहर लोहिया आज जिंदा होते तो समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के गैर-जिम्मेदराना बयान कि ‘बलात्कार के लिए फांसी देना गलत है’ पर उनकी क्या प्रतिक्रिया होती? क्या इस शर्मनाक बयान से फूले समाते या समाजवाद के उस छद्म मुखौटे को ही नोच डालते जिसका […] Read more » Mulayam Singh samajwadi party मुलायम सिंह वोट बैंक समाजवादी पार्टी
महत्वपूर्ण लेख राजनीति वोट-बैंक राजनीति के पहले शिकार October 9, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 3 Comments on वोट-बैंक राजनीति के पहले शिकार शंकर शरण अच्छा होता कि मोहनदास करमचंद गाँधी की विरासत का सम्यक मूल्यांकन करके उन के विचार व कर्म से दूध और पानी अलग कर के लाभ उठाया जाता। तब उन के महान कार्यों के साथ-साथ भयंकर गलतियों से भी सीख ले कर हम आगे बढ़ सकते थे। किंतु भारी अज्ञान, कांग्रेसी-वामपंथी दुष्प्रचार और राजनीतिक […] Read more » Mahatma Gandhi Vote Bank अल्पसंख्यक तुष्टिकरण महात्मा गांधी वोट बैंक