समाज मी टू की आवाज को सुनें October 12, 2018 / October 12, 2018 by ललित गर्ग | 1 Comment on मी टू की आवाज को सुनें ललित गर्ग इनदिनों देश में नारी शक्ति की प्रतीक समझी जाने वाली देवी मां दुर्गा की उपासना हो रही है और इसी समय नारी का एक तबका यौन शोषण के मामले पर एकजुट हो रहा है। इन्हीं यौन शोषण के मामलों को उजागर करने के लिए अमेरिका में मी टू नाम से शुरू हुआ अभियान […] Read more » गैंगरेप नारी उत्पीड़न बलात्कार यौन-शोषण सुख सुरक्षा सुविधा स्नेह स्वतंत्रता
धर्म-अध्यात्म “स्वस्थ, सुखी व दीर्घ जीवन का आधार सन्ध्योपासना व इसके मन्त्रों का अर्थ सहित चिन्तन” September 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य जीवन परमात्मा से हम सबको अपनी आत्मा की उन्नति के लिये मिला है। आत्मा की उन्नति का साधन सत्य ज्ञान की प्राप्ति सहित उसके अनुरूप आचरण करना है। ईश्वर के ध्यान, उपासना उपासना चिन्तन, उपासना को सन्ध्या कहा जाता है। सन्ध्या का अर्थ है ईश्वर का भली भांति ध्यान करना है। […] Read more » ऐश्वर्य दीघार्युऋषि दयानन्द बल यश सुख स्वस्थ शरीर
धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर, माता-पिता और आचार्य का जीवन में सर्वोपरि स्थान’ August 31, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य जीवन में सबसे महत्वपूर्ण क्या व कौन है, इसका विचार करने पर जो उत्तर मिलता है वह यह कि हमें अपने शरीर व स्वास्थ्य का ध्यान रखना है। इस शरीर को आसन-प्राणायाम-व्यायाम तथा आहार-निद्रा-ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए स्वस्थ रखना है। मनुष्य जीवन में सबसे महत्वपूर्ण ईश्वर है और उसके बाद […] Read more » Featured आर्याभिविनय ईश्वर उत्तम स्वास्थ्य ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका ओषधि जीवात्मा धन एवं समृद्धि वस्त्र सत्यार्थप्रकाश सुख सृष्टि सेवा
धर्म-अध्यात्म ‘वेदों का प्रवेश-द्वार ऋषिदयानन्दकृत ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश April 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ‘वेदों का प्रवेश–द्वार ऋषिदयानन्दकृत ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश’ –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। सत्यार्थप्रकाश धार्मिक वं सामाजिक शिक्षाओं का एक विश्व विख्यात ग्रन्थ है। यह ऐसा ग्रन्थ है कि जिसमें ऋषि दयानन्द के जीवन में देश व विश्व में प्रचलित सभी मत-मतान्तरों की अवैदिक, असत्य व अज्ञानयुक्त मान्यताओं पर प्रकाश डाला गया है। इस ग्रन्थ ने भारत […] Read more » Featured ईश्वर जयकृष्ण दास परमात्मा मनुष्य वेदों शान्ति सत्यार्थप्रकाश समाज सुख स्वामी दयानन्द
समाज सुख की खोज में हमारी खुशी कंहीं खो गई April 1, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment हमारी संस्कृति ने हमें शुरु से यह ही सिखाया है कि खुशी त्याग में है,सेवा में है, प्रेम में है मित्रता में है, लेने में नहीं देने में है, किसी रोते हुए को हँसाने में है, किसी भूखे को खाना खिलाने में है । जो खुशी दोस्तों के साथ गली के नुक्कड़ पर खड़े होकर बातें करने में है वो अकेले माल में फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने में भी नहीं है । Read more » Featured Happiness index of india खुशी सुख सुख की खोज में हमारी खुशी
समाज दुःख को सुख में बदलने का नजरिया February 28, 2017 / February 28, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – आजतक कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हुआ, जिसका जीवन समस्यामुक्त हो। हर व्यक्ति किसी-न-किसी समस्या से ग्रस्त और त्रस्त है। इसीलिये दुःख को जीवन का शाश्वत या आर्यसत्य बताया है। दुःख का निवारण कैसे हो? इसकी खोज में अनंत काल से मनीषियों ने अपना जीवन लगाया और पाया कि दुख का कारण है […] Read more » दुःख दुःख को सुख में बदल दुःख को सुख में बदलने का नजरिया सुख
धर्म-अध्यात्म सृष्टि के विधानानुसार प्राप्त होता है मनुष्य को सुख और दुःख – अखिलेश आर्येन्दु April 19, 2010 / December 24, 2011 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment आमतौर पर सुख और दुःख की जो लोक-प्रचलित धारणाएं या मान्यताएं हैं, उनमें ज्यादातर न तो तर्क संगत लगती हैं और न तो शास्त्र सम्मत ही। इसलिए जब कभी सदाचारी को दुःख पाते और दुराचारी को सुख पाते हम देखते हैं तो यह धारणा बना लेते हें कि सदाचार सुख का कारण और दुराचार दुःख […] Read more » Happy Sorrow दुःख सुख