धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द का नर्मदा के स्रोत की ओर प्रस्थान की घटना उन्हीं के शब्दों में” July 16, 2018 / July 16, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, रामलाल कपूर ट्रस्ट, बहालगढ़ (सोनीपत-हरयाणा) ने पं. भगवद्दत्त जी, रिसर्च स्कालर लिखित एक लघु पुस्तक ‘‘ऋषि दयानन्द स्वरचित जन्म चरित्र (लिखित व कथित)’’ सन् 1986 में प्रकाशित की है। यह इस पुस्तक का दसवां संस्करण है। यह जन्म चरित्र पूना कथ्य सहित उनके द्वारा थ्योसोफिकल सोसायटी को लिखकर प्रेषित जन्म चरित्र विषयक […] Read more » “ऋषि दयानन्द का नर्मदा के स्रोत Featured ईश्वर प्रस्थान की घटना उन्हीं के शब्दों में” बहालगढ़ रामलाल कपूर ट्रस्ट स्वामी दयानन्द
धर्म-अध्यात्म “सृष्टि में ईश्वर का अस्तित्व सत्य व यथार्थ है” July 13, 2018 / July 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, हम जिस संसार को देखते हैं वह अति प्राचीन काल से विद्यमान है। यह कब बना, इसका प्रमाण हमें वेद, वैदिक साहित्य एवं इतिहास आदि परम्पराओं से मिलता है। आर्य लोग जब भी कोई पुण्य व शुभ कार्य करते हैं तो वह संकल्प पाठ का उच्चारण करते हैं। इसमें कर्मकर्त्ता यजमान […] Read more » “सृष्टि में ईश्वर का अस्तित्व सत्य व यथार्थ है” Featured अजन्मा अनादि अनुत्पन्न आनन्दयुक्त ईश्वर ऋषि दयानन्द नित्य निराकार विराट सर्वव्यापक सर्वज्ञ सर्वशक्तिमान सर्वातिसूक्ष्म
धर्म-अध्यात्म “माता-पिता की नित्य सेवा करना सन्तान का धर्म वा पितृ-यज्ञ है” July 12, 2018 / July 12, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य के जीवन में ईश्वर के बाद माता-पिता का सबसे अधिक महत्व है। इसके बाद जिन लोगों का महत्व है उनमें हमारे आचार्य, गुरु व उपाध्याय आते हैं जिनसे हम ज्ञान, विज्ञान व अनेक विद्याओं का अध्ययन करते व सीखते हैं। यदि दुर्भाग्य से कोई मनुष्य अपने माता-पिता आदि देवताओं के […] Read more » Featured ईश्वर ऋषि दयानन्द ज्ञान भाषा मनुष्य माता पिता विज्ञान व्याकरण सत्यार्थप्रकाश
धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर का न्याय आदर्श न्याय है जिसमें सभी मनुष्यों के शुभाशुभ कर्मों का सुख व दुःख रूपी फल मिलता हैः डा. नवदीप कुमार’ July 3, 2018 / July 3, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज धामावाला, देहरादून ऋषि दयानन्द के कर कमलों से स्थापित आर्यसमाज है जिसकी स्थापना सन् 1879 में हुई थी। विश्व की प्रथम शुद्धि इसी आर्यसमाज में हुई थी। मुहम्मद ऊमर नामक एक मुस्लिम बन्धु वैदिक धर्म की विशेषताओं एवं महत्व को जानकर स्वेच्छा से आर्य बने थे और उन्होंने अलखधारी नाम ग्रहण […] Read more » Featured आदर्श न्याय ईश्वर तेजस्वी देशभक्त परिवार ये उपाय बनायेंगे आपके बच्चे को कुशाग्र/बुद्धिमान विद्यार्थी राष्ट्र समाज सुख व दुख सुन्दर
धर्म-अध्यात्म “सृष्टि रचना, उसका पालन एवं सृष्टि की अपौरुषेय रचनाएँ ईश्वर के अस्तित्व के प्रमाण” June 30, 2018 / June 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम संसार में अनेक रचनायें देखते हैं। रचनायें दो प्रकार की होती हैं। एक पौरुषेय और दूसरी अपौरुषेय। पौरुषेय रचनायें वह होती हैं जिन्हें मनुष्य बना सकते हैं। हम भोजन में रोटी का सेवन करते हैं। यह रोटी आटे से बनती है। इसे मनुष्य अर्थात् स्त्री वा पुरुष बनाते हैं। मनुष्य द्वारा […] Read more » Featured ईश्वर ईश्वरोपासना ऋषि दयानन्द कम्प्यूटर कार खाद घड़ी जल टेलीफोन पुस्तक फर्नीचर बीज भूमि मकान यज्ञ-अग्निहोत्र रेलगाड़ी वस्त्र वायु विमान सृष्टि रचना स्कूटर
धर्म-अध्यात्म “ईश्वरीय ज्ञान वेद की मान्यतायें ही विज्ञान की भांति सार्वभौमिक व सार्वकालिक मनुष्यमात्र का धर्म” June 23, 2018 / June 23, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हमारी इस सृष्टि की रचना सर्वव्यापक ईश्वर ने की है जो सच्चिदानन्दस्वरूप, अनादि, अमर, निराकार, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ व सर्वव्यापक है। उसके गुण, कर्म, स्वभाव व अन्य सभी नियम सत्य हैं व सर्वव्यापक भी हैं। ऐसा नहीं है कि ईश्वर के नियम भारत में कुछ और हों और अमेरिका व किसी अन्य देश […] Read more » “ईश्वरीय ज्ञान वेद की मान्यतायें ही विज्ञान की भांति सार्वभौमिक व सार्वकालिक Featured ईश्वर और सर्वशक्तिमान निराकार मनुष्यमात्र का धर्म” सच्चिदानन्दस्वरूप सर्वज्ञ सर्वव्यापक
धर्म-अध्यात्म “क्या बिना ईश्वर सृष्टि का बनना व संचालन सम्भव है?” June 20, 2018 / June 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम जिस सृष्टि में रहते हैं वह विशाल ब्रह्माण्ड का एक सौर्य-मण्डल है। इस सौर्यमण्डल में मुख्यतः एक सूर्य, हमारी पृथ्वी और ऐसे व इससे भी बड़े अनेक ग्रह तथा हमारी पृथ्वी का एक चन्द्र व अन्य ग्रहों के चन्द्र के समान अनेक छोटे व बड़े उपग्रह हैं। वैदिक गणना के अनुसार […] Read more » “क्या बिना ईश्वर सृष्टि का बनना व Featured अनादि अनुत्पन्न ईश्वर धार्मिक नित्य व अविनाशी निराकार संचालन सम्भव है?” सच्चिदानन्दस्वरूप सत्य सर्वज्ञ सर्वव्यापक सर्वान्तर्यामी
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द का उद्देश्य सद्ज्ञान देकर आत्माओं को परमात्मा से मिलाना था” June 16, 2018 / June 16, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महाभारत के बाद ऋषि दयानन्द ने भारत ही नहीं अपितु विश्व के इतिहास में वह कार्य किया है जो संसार में अन्य किसी महापुरुष ने नहीं किया। अन्य महापुरुषों ने कौन सा कार्य नहीं किया जो ऋषि ने किया? इसका उत्तर है कि ऋषि दयानन्द ने अपने कठोर तप व पुरुषार्थ से […] Read more » “ऋषि दयानन्द का उद्देश्य सद्ज्ञान देकर आत्माओं को Featured अधर्म अन्धविश्वास ईश्वर ऋषि दयानन्द गोरक्षा परमात्मा से मिलाना था” मनुष्य अज्ञान हिन्दुओं
धर्म-अध्यात्म “जीवात्मा के बाहर भीतर व्यापक परमात्मा को जानना मनुष्य का मुख्य कर्तव्य” June 14, 2018 / June 14, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, संसार में अनेक आश्चर्य हैं। कोई ताजमहल को आश्चर्य कहता है तो कोई लोगों को मरते हुए देख कर भी विचलित न होने और यह समझने कि वह कभी नहीं मरेगा, इस प्रकार के विचारों को आश्चर्य मानते हैं। हमें इनसे भी बड़ा आश्चर्य यह प्रतीत होता है कि मनुष्य स्वयं को […] Read more » Featured ईश्वर जीवात्मा के बाहर भीतर व्यापक पक्षियों व स्थावर योनियों पशु महर्षि दयानन्द सांसारिक सुखों
धर्म-अध्यात्म -गुरुकुल पौंधा देहरादून में वेद-वेदांग सम्मेलन-“ऋषि दयानन्द ने अपने ब्रह्मचर्य व ऋषित्व से वेदों परलगी कालिमा को धो दियाः आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय” June 9, 2018 / June 9, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य श्रीमद्दयानन्द आर्ष ज्योतिर्मठ गुरुकुल, देहरादून के वार्षिकोत्सव में दिनांक 1 जून, 2018 को सायं आयोजित वेद-वेदांग सम्मेलन में वैदिक विद्वान आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय द्वारा दिए गए व्याख्यान को प्रस्तुत कर रहें हैं। व्याख्यान के आरम्भ में आचार्य वेद प्रकाश श्रोत्रिय जी ने कहा कि ऋषि दयानन्द के आने से पूर्व वेद […] Read more » Featured आचार्य वेदप्रकाश ईश्वर लक्ष्मण ने परशुराम वेद वेदांग सम्मेलन श्रीमद्दयानन्द आर्ष
धर्म-अध्यात्म ‘अधर्म वा पाप करने से सुख का मूल हमेशा के लिए कट जाता हैः आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय’ June 7, 2018 / June 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, श्रीमद्दयानन्द आर्ष ज्यातिर्मठ गुरुकुल, पौंधा-देहरादून के वार्षिकोत्सव में आयोजित ‘सद्धर्म सम्मेलन’ में दिनांक 1-6-2018 को प्रसिद्ध वैदिक विद्वान आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय जी का सम्बोधन हुआ। उनके व्याख्यान को यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। ऋषिभक्त विद्वान आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय ने कहा कि यदि संसार के सभी लोग कोशिश करें कि वह सब मिलकर […] Read more » Featured ईश्वर ऋषि दयानन्द जी कर्म कृष्ण धर्म संसार पाप व पुण्य राम श्रीमद्दयानन्द आर्ष
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म को यदि बचाना है तो अपने मन से सभी प्रकार के भेदभाव को दूर करना होगा May 29, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महाभारत काल के बाद से वेद और वैदिक धर्म का निरन्तर पतन देखने को मिल रहा है। ऋषि दयानन्द के जीवन में ऐसा भी समय आया जब वेद लुप्त-प्रायः हो गये थे। महाभारत काल के बाद वेदों के सत्य अर्थों का देश व समाज में प्रचार रहा हो, इसका प्रमाणित विवरण […] Read more » Featured ईश्वर ऋषि दयानन्द ऋषि मुनियों चित्त जातिवाद ज्ञानेन्द्रिय पांच कर्मेन्द्रिय बुद्धि मन मनुस्मृति महाभारत व ब्राह्मण रामायण वैदिक साहित्य