लेख संस्कृत में विज्ञान की शिक्षा September 2, 2020 / September 2, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के शीर्ष अभियांत्रिकी संस्थानों में आमतौर पर गणित और विज्ञान की पढ़ाई अंग्रेजी में होती है लेकिन अब उस कक्षा की कल्पना कीजिए, जिसमें तकनीकी विषयों के प्राचीन पाठ संस्कृत में पढ़ाए जाएंगे। साथ ही शिक्षक और विद्यार्थी इसी भाषा में संवाद संप्रेषित करेंगे। यह सुखद एवं उल्लेखनीय पहल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान […] Read more » Science education in sanskrit संस्कृत संस्कृत में विज्ञान की शिक्षा
लेख संस्कृत ही विश्व की प्राचीनतम भाषा है, अन्य कोई नहीं है October 3, 2019 / October 3, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम भारत के एक हिन्दी प्रदेश उत्तराखण्ड में निवास करते हैं और यहीं हमारा जन्म हुआ है। इससे पूर्व उत्तरखण्ड उत्तर प्रदेश राज्य का अंग हुआ करता थां। हमारी मातृ भाषा हिन्दी है। हिन्दी को संस्कृत की पुत्री कहा जाता है और वस्तुतः यह सत्य ही है। इसी प्रकार से देश […] Read more » संस्कृत
धर्म-अध्यात्म “प्रसिद्ध आर्य भजनोपदेशक पं. सत्यपाल पथिक जी से भेंट और उनसे कुछ पुराने प्रेरणाप्रद संस्मरणों का श्रवण” October 5, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून का आजकल शरदुत्सव चल रहा है। यहां आर्यजगत के प्रसिद्ध गीतकार और भजनोपदेशक पं. सत्यपाल पथिक जी पधारे हुए हैं। कल भी उनके अनेक भजनों को सुना और आश्रम में रात्रि भोजन से पूर्व काफी देर तक उनसे बातें हुई। बाद में उनके साथ ही भोजन करने […] Read more » भाषाओंआचार्य डा.पं. सत्यपाल पथिक रामनाथ वेदालंकार संस्कृत स्वामी दीक्षानन्द
साहित्य हिन्दी की अस्मिता का प्रश्न September 13, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 1 Comment on हिन्दी की अस्मिता का प्रश्न लोकेन्द्र सिंह सर्वसमावेशी भाषा होना हिन्दी का सबसे बड़ा सौन्दर्य है। हिन्दी ने बड़ी सहजता और सरलता से, समय के साथ चलते हुए कई बाहरी भाषाओं के शब्दों को भी अपने आंचल में समेट लिया है। पहले से ही समृद्ध हिन्दी का शब्द भण्डार और अधिक समृद्ध हो गया है। हिन्दी को कभी भी अन्य भाषाओं […] Read more » इंजन इंजेक्शन एम्बुलेंस कन्नड़ कम्पनी कोंकणी गुजराती डीजल नर्स बांग्ला मणिपुरी मलयालम स्टेशन असमिया कश्मीरी कार चैनल टेलीविजन ट्रेन डॉक्टर तमिल नेपाली पेट्रोल बस मराठी संस्कृत हिन्दी की अस्मिता का प्रश्न
कला-संस्कृति विश्व में भारत की पहचान – संस्कृत एवं हिन्दी June 16, 2015 / June 16, 2015 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on विश्व में भारत की पहचान – संस्कृत एवं हिन्दी –मनमोहन कुमार आर्य- हमारे देश की वास्तविक पहचान क्या है? विचार करने का हमें इसका एक यह उत्तर मिलता है कि संसार की प्राचीनतम भाषा संस्कृत व आधुनिक भारत की सबसे अधिक बोली व समझी जाने वाली भाषा आर्यभाषा-हिन्दी है। हिन्दी को एक प्रकार से संस्कृत की पुत्री कह सकते हैं। इसका कारण हिन्दी में […] Read more » Featured भारत विश्व संस्कृत हिन्दी
साहित्य संस्कृत व इतर भाषाओं का अध्ययन और महर्षि दयानन्द April 1, 2015 / April 4, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द ने अपने जीवन काल (1825-1883) वा मुख्यतः 10 अप्रैल, 1875 को आर्यसमाज की स्थापना के बाद देश के अनेक लोगों से पत्रव्यवहार किया था। उनके पत्रों का संग्रह व प्रकाशन का मुख्य श्रेय स्वामी श्रद्धानन्द, पं. भगवद्दत्त रिसर्च स्कालर, महामहोपाध्याय पं. युधिष्ठिर मीमांसक एवं महाशय मामराज जी को है। सम्प्रति उनका उपलब्ध समस्त […] Read more » Featured महर्षि दयानन्द संस्कृत
चिंतन संस्कृत भाषा का महत्व व इसके प्रचार पर विचार March 23, 2015 / March 23, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment संस्कृत भाषा संसार की प्राचीनतम एवं प्रथम भाषा है। इस भाषा में ही सृष्टि के आरम्भ में ईश्वर ने वेदों का ज्ञान दिया था। हमने एक लेख में यह विचार किया था कि क्या ईश्वर के अपने निज प्रयोग की भी क्या कोई भाषा है? इसके समाधान में हमारा निष्कर्ष यह था कि ईश्वर भी […] Read more » "भारतीय संस्कृति -एक परिचय " प्रथम भाषा प्राचीनतम प्राचीनतम एवं प्रथम भाषा संस्कृत संस्कृत भाषा संस्कृत भाषा का महत्व संस्कृत भाषा का महत्व व इसके प्रचार पर विचार
जन-जागरण विश्वात्मा भाषा : संस्कृत December 4, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on विश्वात्मा भाषा : संस्कृत भारत जब-जब भी भारतीयता की और भारत केे आत्म गौरव को चिन्हित करने वाले प्रतिमानों की कहीं से आवाज उठती है, तो भारतीयता और भारत के आत्मगौरव के विरोधी लोगों को अनावश्यक ही उदरशूल की व्याधि घेर लेती है। अब मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहीं संस्कृत के लिए कुछ करना चाहा […] Read more » संस्कृत
जन-जागरण राष्ट्रहित से जुड़ी संस्कृत December 4, 2014 / December 8, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के केंद्रीय विद्यालयों में फिर से संस्कृत पढ़ाए जाने के विवाद पर केंद्र सरकार ने अब अपना रुख साफ कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय में शपथ .पत्र प्रस्तुत कर सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि केंद्रीय विद्यालयों में छठी से आठवीं तक की कक्षाओं में जर्मन की जगह संस्कृत पढाई […] Read more » sanskrit in the interest of country राष्ट्रहित संस्कृत
टॉप स्टोरी संस्कृत के पक्ष में दो शब्द December 4, 2014 / December 8, 2014 by फखरे आलम | Leave a Comment भाषा न तो किसी की जागीर है और न ही इसे सीमाओं की परिधि में समेटा जा सकता। यह तो रुचि के अनुरूप है। भाषा को जबरन किसी पर नहीं थोपा जा सकता। हमारे देश में वर्ग, जाति और धर्म के आधर पर जिस प्रकर से भाषाओं का बंटबारा हुआ वह अच्छी बात नहीं […] Read more » in support of Sanskrit संस्कृत संस्कृत के पक्ष मे
लेख साहित्य संस्कृत, भारत की आत्मा ! January 16, 2012 / January 16, 2012 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on संस्कृत, भारत की आत्मा ! प्रमोद भार्गव दिल्ली में संपन्न हुए पन्द्रहवें विश्व संस्कृत सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने संस्कृत को भारत की ‘आत्मा’ बतलाते हुए, संस्कृत की महत्ता व महिमा के दृष्टिगत कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा, संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीनतम जीवंत भाषाओं में से एक है। यदि हम इसकी टूटी हुई […] Read more » heart of all languages-sanskrit Sanskrit भारत की आत्मा संस्कृत