पर्यावरण विविधा पर्यावरण को लेकर भारत की सराहनीय पहल October 3, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्बन उत्सर्जन को लेकर युरोपियन देशों को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर जिस तरह से फटकार लगाना शुरू किया है, उससे अब साफ झलकने लगा है कि दुनिया में भारत आज स्वस्थ वैश्विक पर्यावरण को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित है। भारत की ओर से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को 22 […] Read more » Featured पर्यावरण भारत की सराहनीय पहल
राजनीति कितना साकार हुआ स्वच्छ भारत का सपना October 3, 2015 / October 3, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment आज का दिन राष्ट्रपिता को याद करने का एक अवसर प्रदान करता है । मोहनदास करमचन्द गांधी एक समूचे दर्शन का नाम है, जिसकी ओर दुनियाभर में असंख्य लोग आकर्षित हुए। हिंसा और मानव निर्मित घृणा से ग्रस्त दुनिया में महात्मा गाँधी आज भी सद्भावना और शांति के नायक के रूप में अडिग खड़े हैं […] Read more » Featured कितना साकार हुआ स्वच्छ भारत का सपना स्वच्छ भारत का सपना
विविधा गांधी जन्म जयंती की सार्थकता है स्वच्छ भारत अभियान October 2, 2015 / October 3, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्म जयंती 02 अक्टूबर पर विशेष प्रकाशनार्थ आज सुबह जबतक समाचार पत्र आपके हाथों में पहुंचेगा, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्म जयंती का जश्न देश भर में शुरू हो चुका होगा। बीते वर्ष 3 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ की शुरुआत करते हुए गांधी जन्म जयंती को हर […] Read more » Featured गांधी जन्म जयंती की सार्थकता है स्वच्छ भारत अभियान
राजनीति आस्था को तर्कों की कसौटी पर तौलने के मायने ? October 1, 2015 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी हमारे देश और दुनिया में विभिन्न धर्मों व समुदायों के मध्य इस प्रकार की अनेकानेक ऐसी धार्मिक व सामाजिक मान्यताएं व रीति-रिवाज हैं जिनका सीधा संबंध लोगों की आस्था,उनके संस्कार तथा धार्मिक विश्वास से जुड़ चुका है। इनमें तमाम रीति-रिवाज व मान्यताएं ऐसी भी हैं जो भले ही इन्हें मानने वालों के लिए […] Read more » Featured
धर्म-अध्यात्म श्रीमद्भगवद्गीता व सत्यार्थप्रकाश के अनुसार जीवात्मा का यथार्थ स्वरूप October 1, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment जीवात्मा के विषय में वैदिक सिद्धान्त है कि यह अनादि, अनुत्पन्न, अजर, अमर, नित्य, चेतन तत्व वा पदार्थ है। जीवात्मा जन्ममरण धर्मा है, इस कारण यह अपने पूर्व जन्मों के कर्मानुसार जन्म लेता है, नये कर्म करता व पूर्व कर्मों सहित नये कर्मों के फलों को भोक्ता है और आयु पूरी होने पर मृत्यु को […] Read more » Featured जीवात्मा का यथार्थ स्वरूप श्रीमद्भगवद्गीता सत्यार्थप्रकाश
राजनीति क्या आरक्षण अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है? October 1, 2015 / October 3, 2015 by वीरेश्वर तोमर | 2 Comments on क्या आरक्षण अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है? स्वतंत्रता प्राप्ति के समय भारत की सामाजिक संरचना में विभिन्न कारकों का वर्चस्व रहा| समाज के कुछ विशेष वर्ग, वर्षों से शोषण परक सत्ता के कुकृत्यों से दबे हुए थे| संविधान निर्माताओं द्वारा एक समतामूलक समाज की प्राप्ति हेतु इस वर्ग के उत्थान हेतु दोहरे उपबंध करना आवश्यक प्रतीत हुआ- भेदभाव को समाप्त किया जाये| […] Read more » Featured आरक्षण आरक्षण अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है
विविधा कैसे होगा 2019 तक स्वच्छ मध्यप्रदेश ? October 1, 2015 / October 1, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on कैसे होगा 2019 तक स्वच्छ मध्यप्रदेश ? डॉ. परशुराम तिवारी सुना है गाँधीजी ने भारत की आजादी की तुलना में देश में देश में स्वच्छता को अधिक महत्त्वपूर्ण माना था. इसके बावजूद देश को स्वच्छता से पहले आजादी ही मिली. गाँधी जी ने देश के सही रूप में विकास के लिए, पहले गाँव के विकास पर जोर दिया था. इसके बाबजूद, अतीत […] Read more » Featured swachh bharat mision in madhya pradesh स्वच्छ मध्यप्रदेश
राजनीति जनता ही जनार्दन है : तेजस्वी यादव September 30, 2015 / September 30, 2015 by आलोक कुमार | Leave a Comment आलोक कुमार :- राघोपुर की जनता आपको क्यूँ वोट दे और राघोपुर के लिए आपकी क्या प्राथमिकताएँ हैं ? तेजस्वी यादव :- राघोपुर की मिट्टी से जुड़ा हूँ , मेरे माता-पिता इस क्षेत्र की जनता के सुख-दुख के साथी रहे हैं और अब मैं वही जिम्मेवारी निभाने राघोपुर की जनता के बीच आया हूँ […] Read more » Featured तेजस्वी यादव
कविता विविधा मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा September 30, 2015 / September 30, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 4 Comments on मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा क़ैस जौनपुरी मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा आज बक़रीद है सुबह सुबह किसी ने टोका ईद मुबारक़ हो ईद मुबारक़ हो नमाज़ पढ़ने नहीं गए लेकिन स्वीमिंग करने जा रहे हो हाँ मैं नहीं गया क्यूँकि मैं नाराज़ हूँ उस ख़ुदा से जो ये दुनिया बना के भूल गया है कहीं खो गया है या शायद […] Read more » Featured मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा
राजनीति विदेशों में बढ़ रही है भारत की धाक September 29, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिंदुस्थानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजीटल इंडिया का सपना अब साकार रूप में परिणत होता दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री जब किसी विदेश यात्रा पर जाते हैं, तब उनके कार्यक्रमों में जो झलक प्रादुर्भित होती है, उसके मूल में भारत का डिजीटल स्वरूप दिखाई देता है। आज सारा विश्व इस बात को लेकर चकित […] Read more » Featured भारत की धाक
धर्म-अध्यात्म सृष्टि के समान वेदों की प्राचीनता ईश्वरीय ज्ञान होने का प्रमाण September 29, 2015 / September 30, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on सृष्टि के समान वेदों की प्राचीनता ईश्वरीय ज्ञान होने का प्रमाण वेदाध्ययन करते हुए विचार आया है कि संसार की भाषा में समयानुसार परिवर्तन होते रहते हैं। एक भाषा का प्रत्यक्ष व परोक्ष प्रभाव दूसरी भाषा पर, दूसरी का तीसरी व अन्यों पर पड़ता देखा जाता है। हिन्दी में आजकल लोग अंग्रेजी शब्दों की भरमार कर रहे हैं। फिर क्या कारण है कि वेद सृष्टि के […] Read more » Featured
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म श्रद्धा से करें श्राद्ध September 29, 2015 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य हमारे कत्र्तव्य कर्म उन सभी लोगों के लिए हैं जो वर्तमान में हैं, अतीत में रहे हैं तथा भविष्य में आने वाले हैं। इस दृष्टि से दैवीय गुणों, धर्म-संस्कृति एवं समाज की सनातन परंपराओं से जुड़े व्यक्तियों का सीधा सा संबंध भूत, भविष्य और वर्तमान तीनों कालों से जुड़ा रहता है। आत्मा […] Read more » Featured श्रद्धा से करें श्राद्ध