गजल गजल:नये पत्ते डाल पर आने लगे-सजीवन मयंक February 14, 2012 / February 14, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment सजीवन मयंक नये पत्ते डाल पर आने लगे । फिर परिंदे लौटकर गाने लगे ।। जो अंधेरे की तरह डसते रहे । अब उजाले की कसम खाने लगे ।। चंद मुर्दे बैठकर श्मशान में । जिंदगी का अर्थ समझाने लगे ।। उनकी ऐनक टूटकर नीचे गिरी । दूर तक के लोग पहिचाने लगे ।। जब […] Read more » gazal Gazals gazals by sanjeevan mayank गजल गजलें
गजल साहित्य गज़ल ; पैगाम मेरा लेकर जो बादे सबा गई – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment पैगाम मेरा लेकर जो बादे सबा गई पैगाम मेरा लेकर जो बादे सबा गई सुनते हैं नमी आँख में उनके भी आ गई। मैं आईने के सामने पहुँची जिस घडी मेरी बुराई साफ़ नज़र मुझको आ गई। एक मैकदा सा बंद था उसकी निगाह में मदहोश कर गई मुझे बेखुद बना गई। Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; झुकी तो हया हो गई – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment झुकी तो हया हो गई झुकी तो हया हो गई उठी तो दुआ हो गई। बढ़ी इतनी दीवानगी मुहब्बत सजा हो गई। तुम्हारे बिना जिंदगी बड़ी बेमज़ा हो गई। अजाब मुस्कराहट तेरी सरापा कज़ा हो गई। हुई तुमसे क्या दोस्ती ये दुनिया खफा हो गई। Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; मैखाने में जरा कभी आकर तो देखिये – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment मैखाने में जरा कभी आकर तो देखिये मैख़ाने में जरा कभी आकर तो देखिये एक बार ज़ाम लब से लगाकर तो देखिये। दुनिया को तुमने अपना बनाया तो है मगर हमको भी कभी अपना बनाकर तो देखिये। तुम हाले दिल पे मेरे हंसोगे न फिर कभी पहले किसी से दिल को लगाकर तो देखिये। जिसकी […] Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; हर अदा में कमाल था – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment हर अदा में कमाल था कोई हर अदा में कमाल था कोई आप अपनी मिसाल था कोई। उसके आशिक थे मिस्ले-परवाना हुस्न से मालामाल था कोई। उससे छुटकारा मिल गया हमको एक जाने बवाल था कोई। वो मिला है न मिल सकेगा कभी एक दिल में ख्याल था कोई। बेचकर खून रोटियाँ लाया भूख से […] Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल लेकिन किसी के दिल को दुखाना भी नहीं है….. November 30, 2011 / November 29, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी बच्चे की ज़िद है महंगी बहाना भी नहीं है, मिट्टी के खिलौनों का ज़माना भी नहीं है। दुश्मन से डरके हाथ मिलाना भी नहीं है, मेरे सिवा तो कोई निशाना भी नहीं है। चाहता नहीं उसे मैं, छिपाना भी नहीं है, उस शख़्स को इस ग़म में रुलाना भी नहीं है। जीना है […] Read more » Gazals
गजल गली गली मैख़ाने हो गये November 29, 2011 / December 4, 2011 by सत्येन्द्र गुप्ता | 1 Comment on गली गली मैख़ाने हो गये गली गली मैख़ाने हो गये कितने लोग दीवाने हो गये। महक गई न दूध की मूंह से बच्चे जल्दी सयाने हो गये। हम प्याला हो गये वो जबसे रिश्ते सभी बेगाने हो गये। जाम से जाम टकराने के हर पल नये बहाने हो गये। हर ख़ुशी ग़म के मौके पर छलकते अब पैमाने हो गये। […] Read more » Gazals