साहित्य नवगीत August 7, 2019 / August 7, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अविनाश ब्यौहार फूट रहे आज बाँस में करैल। झर रहे झरने रोते हैं शैल।। पेड़ हुए उदास चुपचाप खड़े। पथरीली राहें चट्टान अड़े।। सींगें फँसा हुंकारते हैं बैल। सन्नाटे उग रहे हैं शूल से। फुनगी लड़ने लगी है मूल से।। पुरवा पछुआ भी हुईं हैं दगैल। आज टोली में हो गया तनाव। बच्चे भी भूल […] Read more » hindi hindi poetry newsong
कविता साहित्य हिन्दी- महिमा July 26, 2019 / July 26, 2019 by शकुन्तला बहादुर | 1 Comment on हिन्दी- महिमा भारत में जो रची बसी है , वह जनभाषा है हिन्दी। भारतमाँ के माथे की है , वह प्यारी सी बिन्दी ।। * उत्तरदिशि केदारनाथ में , गूँज रही है ये हिन्दी। दक्षिण में रामेश्वरम तक, व्याप रही अपनी हिन्दी।। * पूर्वदिशा में जगन्नाथपुरि , में भी तो छाई हिन्दी। पश्चिम में है बसी द्वारिका,वहाँ […] Read more » hindi Hindi Poem hindi poetry poetry
कविता हिंदी ग़ज़ल July 23, 2019 / July 23, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कुछ भी कर लो राजनीति में। कोठी भर लो राजनीति में।। रूप अगर मोहित करता हो सीता हर लो राजनीति में। सेर पे सवा सेर हुआ है, थोड़ा डर लो राजनीति में। पाँच साल में डेरा बदले, कच्चा घर लो राजनीति में। वोटों का है खेल निराला, चमचा धर लो राजनीति में। अविनाश ब्यौहार रायल […] Read more » hindi hindi gazal hindi poetry