विधि-कानून क्या सचमुच न्याय अन्धा होता है ? June 14, 2019 / June 14, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बिपिन किशोर शर्मा सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस रन्जन गोगोई द्वारा पिछले वर्ष १०-११ अक्टुबर को अपने आवासीय कार्यालय में अपनी ही ३५ वर्षीया महिला जूनियर कोर्ट सहायक से कथित यौन उत्पीड़न का मामला चुनावी शोरगुल में दब गया था। लेकिन अब जब देश को एक स्थाई सरकार मिल चुकी है और चुनाव का माहौल […] Read more » blind justice law our law system
समाज फिर निर्भयाः कानून बने तो ऐसा! May 15, 2017 / May 15, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on फिर निर्भयाः कानून बने तो ऐसा! यदि इन अपराधियों के साथ वही बर्ताव किया जाए, जो इन्होंने उन युवतियों के साथ किया था याने उन्हें खुले आम फांसी दी जाए, उनके अंग भंग किए जाएं और उन्हें मरते हुए लाखों-करोड़ों लोगों को देखने-दिखाने दिया जाए तो भावी बलात्कारियों की हड्डियों में कंपकंपी दौड़ सकती है। Read more » #मृत्युदंड Featured Justice Verma Committee law Newspaper Rohtak gang rape जस्टिस वर्मा कमेटी निर्भया
विधि-कानून समाज कोर्ट कचहरी का फलता-फूलता न्याय उद्योग का धंधा May 30, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी साधारण बोलचाल की भाषा में कोर्ट कचहरी के धंधे को न्याय और मुकदमे बाजी कहा जाता है। इसकी स्थापना श्री मद भगवत गीता के सूत्र – ‘परित्राणाय साधुनाम विनाशाय दुष्कृताम्, धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे ।‘ पर आधारित है।यू पी पुलिस का प्रतीक वाक्य भी यही है। सैद्धांतिक रूप में आदर्श वाक्य होते हुए […] Read more » Featured law law and order कोर्ट कचहरी का फलता-फूलता न्याय न्याय
आलोचना जरूर पढ़ें महत्वपूर्ण लेख मीडिया विधि-कानून विविधा व्यंग्य वाकई, मॉल के पास तक ही रहता है संविधान का राज March 17, 2015 / March 17, 2015 by बी.पी. गौतम | Leave a Comment फिल्में सिर्फ मनोरंजन भर का साधन नहीं हैं। आंदोलन का भी माध्यम हैं फिल्में। देश और समाज की दशा प्रदर्शित कर सामाजिक परिवर्तन में बड़ी सहायक रही हैं फिल्में। दलितों और महिलाओं के साथ पिछड़े वर्ग की सोच बदलने में फिल्मों की भूमिका अहम रही है। हाल-फिलहाल एनएच- 10 नाम की फिल्म चर्चा में है। […] Read more » comments against woman dangerous delhi eve teasing law Mall मॉल मॉल के पास तक ही रहता है संविधान का राज वाकई संविधान का राज