राजनीति 1967 में 36 विधायकों को लेकर राजमाता ने गिराई थी कांग्रेस सरकार, क्या 52 साल बाद उन्ही हालातों में पहुँच गया है मप्र August 30, 2019 / August 30, 2019 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment डॉ अजय खेमरिया क्या मप्र में एक बार फिर से सिंधिया राजघराने के परकोटे में कांग्रेस सरकार के पतन की पटकथा लिखी जा रही है, ठीक वैसे ही जैसे 1967 में तब की राजमाता और कांग्रेस नेत्री राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने डीपी मिश्रा की जमीन हिला कर देश भर की सियासत में हलचल मचा दी […] Read more » Madhya Pradesh national congress
राजनीति मप्र में क्यों बिखर रहा है कांग्रेस सरकार का कुनबा? August 29, 2019 / August 29, 2019 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment डॉ अजय खेमरिया मप्र के उत्तरी अंचल में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई है अंचल में विधानसभा की 34 सीटें है औऱ इनमें से 25 पर काँग्रेस के विधायक है।15 साल बाद मप्र में बीजेपी की सत्ता से विदाई में इसी ग्वालियर चंबल ने निर्णायक भूमिका अदा की थी,लेकिन कमलनाथ के […] Read more » Congress Govt. Madhya Pradesh
राजनीति सुरेन्द्र नाथ के बहाने मप्र में अफसरशाही की गंभीर चुनौती की पदचाप August 28, 2019 / August 28, 2019 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment (डॉ अजय खेमरिया) बीजेपी के पूर्व विधायक श्री सुरेंद्र नाथ सिंह के पक्ष में खड़े होकर मप्र के जनसंपर्क मंत्री श्री पीसी शर्मा और विधायक श्री कुणाल चौधरी ने अभिनंदनीय कार्य किया है।स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिये ये स्टैंड जितना सराहनीय है उतना ही मप्र शासन के लिये शर्मनाक पहलू है।लगे हाथ सुरेन्द्रनाथ सिह की पार्टी […] Read more » Bureaucracy Madhya Pradesh surendranath
राजनीति मप्र में सियासी ड्रामा July 26, 2019 / July 26, 2019 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment शिवराज के साथ सिंधिया के दबाब से भी मुक्ति का प्रयास है ऑपरेशन 122 मप्र विधानसभा में हुए मत विभाजन के सियासी निहितार्थ (डॉ अजय खेमरिया) मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी के दो विधायकों को अपने पाले में लाकर अकेले बीजेपी के दबाब को ही कम नही किया बल्कि अपनी ही पार्टी में भी […] Read more » Madhya Pradesh MP CM Shivraj Singh Chouhan MP politics Shivraj sindhiya
राजनीति विश्वास नहीं होता ज्योतिरादित्य सिंधिया हार गए हैं May 24, 2019 / May 24, 2019 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment विवेक कुमार पाठक स्वतंत्र पत्रकार पांच महीने पहले जो युवा नेता मप्र में बदलाव की मुहिम का नायक रहा हो वो इस तरह अपनी सुरक्षित सीट से हार जाएगा विश्वास नहीं होता। वाकई विश्वास नहीं होता कि 5 बार से गुना शिवपुरी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया 2019 लोकसभा चुनाव में हार गए हैं। गुना सिंधिया […] Read more » election result jyotiraditya Scindhiya lost Madhya Pradesh
राजनीति अब की और शिवराज December 7, 2017 by हेमेन्द्र क्षीरसागर | Leave a Comment हेमेन्द्र क्षीरसागर बधाई! हो शिवराज जी, आपने सूबे के मुख्यमंत्रीत्व काल के सफलतम 12 बरस पूरे कर लिए। 29 नवम्बर 2005 को शपथ लेने वाले शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लम्बे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। सीहोर जिले की बुधनी तहसील मुख्यालय से 24 किमी दूर ग्राम जैत […] Read more » 12 years of shivraj singh chouhan chief minister in Madhya Pradesh Featured Madhya Pradesh shivraj singh chouhan शिवराज
विविधा मध्यप्रदेश में सरकार से मिलता आनन्द February 7, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी आनन्द ह्दय का विषय है, यह बात आज से वर्षों पूर्व हिन्दी साहित्य के प्रकाण्ड विद्वान आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने निबंधों के माध्यम से सभी को समझाई थी। इससे ओर पहले जाएं तो हमारे ऋषि-मुनियों ने अपने अनुभव से यह जानकर सभी को बताया था कि आवश्यकताएं तो हर एक की […] Read more » Anand Mantralaya Anand Mantralaya in Madhya Pradesh IISER Indian Institute of Science Education & Research Madhya Pradesh आनन्द मंत्रालय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
विविधा मध्यप्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी January 3, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः श्रम और रोजगार मंत्रालय की सर्वेक्षण रिपोर्ट से हुआ खुलासा प्रमोद भार्गव श्रम और रोजगार मंत्रालय की सर्वेक्षण रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि जहां देश के अन्य प्रांतों में बेरोजगारी का प्रतिशत घटा है, वहीं मध्यप्रदेश में बेरोजगारी की दर बढ़ी हैं। संसद में पेश की गई इस रिपोर्ट से पता चला है […] Read more » Featured increasing unemployment in Madhya Pradesh Madhya Pradesh unemployment unemployment in Madhya Pradesh मध्यप्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी
विविधा एमपी अजब है, लोग गजब हैं February 5, 2014 / February 5, 2014 by डॉ0 शशि तिवारी | Leave a Comment एमपी वाकई में कई मामलों में अजब-गजब हैं, अजब इस मामले में कि शिवराज के करिश्माई मार्गदर्शन में किन्तु-परन्तु के बीच विपक्ष को औंधे मुंह गिरा। तीसरी बार पहले से ज्यादा सुदृढ़ होकर उभरी हैं, दूसरा विकास दर, सूचना तकनीकी, पर्यटन,लोकसेवा गारंटी, लाड़ली लक्ष्मी एवं अन्य योजनाओं में न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी कई पुरस्कार भी अपनी झोली में डाले। एक बात तो निर्विवाद रूप से कटु सत्य है जो सभी को स्वीकार्य भी है कि ‘‘मध्य प्रदेश में विकास’’ तो हुआ है। तीसरा विपक्ष के मुंह को ऐसा सिला दिया कि विरोध के शब्द तक ठीक से नहीं फूट सकें, उलट तेजतर्रारों को अपनी ही पार्टी की सदस्यता दिला गाल पर तमाचा मारा सो अलग, रहा सवाल कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं का तो उन्हें उन्हीं के सेना नायकों द्वारा कुचला जा रहा है। गजब इस मामले में कि यहां चपरासी से लेकर अधिकारियों, मंत्रियों की तो बात ही नहीं है। सभी करोड़पति हैं, बिना नाखून के लोकायुक्त की दाद देनी होगी जिसे सरकार भ्रष्टों के खिलाफ चालन की अनुमति नहीं दे रही है, फिर वह घड़ाधड़ छापामार कार्यवाही में जुटा हुआ है। यहां यक्ष प्रश्न उठता है कि कौन कहता है कि ‘‘मप्र गरीब हैं’’ दूसरा मंत्रियों एवं अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त में केस दर्ज होने के बावजूद प्रमोशनों की बंदरबांट जारी है। तीसरा ईमानदार मर रहा है। भ्रष्ट फल फूल रहा है। चौथा केन्द्र एवं राज्य की विभिन्न संचालित विभिन्न योजनाओं के भ्रष्टाचार में अधिकारी मंत्रियों के लिए दुधारू गाय नहीं बल्कि भैंस बने हुए हैं जो काली कमाई से न केवल खुद मोटे हो रहे हैं, बल्कि कई भैंसाओं को भी पाल रहे हैं। पांचवां शिक्षा के मंदिर, भ्रष्ट, निकम्मे, नाकारा कुलपतियों की वजह से कलंकित हो रहे हैं। राजनीति भी गजब से अछूति नहीं है, यहां भी कई यक्ष प्रश्न उठ खड़े होते है, जैसे जब विपक्ष में है तो सुविधाओं का विलाप क्यों? जनसेवा के लिये आये हैं या सुख भोगने के लिए? जो सुविधाएं संविधान में ही नहीं है, उन्हें मांगना कहां तक उचित? फिर बात चाहे गाड़ी, बंगला, स्टाफ या अन्य ही क्यों न हो? परिपाटी या परम्परा नजीर नहीं हो सकती और न ही इसकी दुहाई देना चाहिए।जनसेवकों को एक बात कभी नहीं भूलना चाहिए वे जनता की सेवा के लिए राजनीति के माध्यम से आये है न कि शासक या अधिकारी। बल्कि होना तो यह चाहिए कि पक्ष या विपक्ष कोई भी सुविधाएं कम से कम वे ‘‘आम आदमी’’ ही लगे विशेष नहीं। होना तो यह भी चाहिए कि इनके वेतन भत्ते जो सरकारी खजाने से पाते हैं, के लिए कर्मचारियों की तरह ‘‘वेतन भत्ता के लिए आयोग’’ होना चाहिए। सुविधाएं केवल उधार का सिन्दूर है जो जनता के पैसे का है उस पर इतराना या अधिकार जताना कहां तक उचित हैं? जीतहमेशा पुरूषार्थ करने वालों की होती है भीख मांगने से नहीं? कुछ चीजें राजा रावण से भी सीखने की है फिर बात चाहे दृढ़ निश्चय, कठोरतप, तपस्या से अर्जित शक्तियों की हो, राजनीति की हो, अपने बन्धु-बांधव, कुटुम्ब को तारने की हो, तभी तो राजा राम ने रावण केअंतकाल में लक्ष्मण को शिक्षा लेने को कहा। विगत 10 वर्षों में विपक्ष केवल अपने कबीलाईयों के युद्वों में ही मशगूल रहा, उससे ऊपर ही नहीं उठा, जिससे जनता केमुद्दे गौण हो गए, जिसके परिणाम स्वरूप जनता से चुनाव की अग्नि परीक्षा में एक सिरे से नकार दिया। भाजपा को बात-बात पर कोसने वाला विपक्ष सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के मामले में सरकार की गोद में ही जा बैठी एवं […] Read more » Madhya Pradesh MP Shivraj Singh Chauhan एमपी अजब है लोग गजब हैं
कला-संस्कृति मध्य प्रदेश द्वारा की गई एक प्रशंसनीय सांस्कृतिक पहल July 2, 2011 / December 9, 2011 by लालकृष्ण आडवाणी | 2 Comments on मध्य प्रदेश द्वारा की गई एक प्रशंसनीय सांस्कृतिक पहल लालकृष्ण आडवाणी एक अकेले कलाकार द्वारा दर्शर्कों को मंत्रमुग्ध कर देने वाले एक घंटे के एकल नाटक को सर्वप्रथम देखने का अवसर मुझे सत्तर वर्ष पूर्व तब मिला जब मैं कराची के सैंट पैट्रिक हाई स्कूल का विद्यार्थी था। जहां तक मुझे स्मरण आता है तो वह कलाकार आयरलैण्ड के प्रसिध्द अभिनेता थे जिन्होंने शेक्सपीयर […] Read more » Madhya Pradesh अनुपम खेर नाट्य विद्यालय मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान
विविधा उजाले के नाम पर मध्य प्रदेश को लूट रहा एस कुमार्स समूह July 1, 2011 / December 9, 2011 by विनोद उपाध्याय | Leave a Comment मध्यप्रदेश सरकार ने जिन परियोजनाओं के बलबुते वर्ष 2013 से प्रदेश में 24 घंटे विद्युत का प्रदाय की घोषणा की है उसमें से एक है 400 मेगावॉट की महेश्वर जल विद्युत (हाइडल पॉवर प्रोजेक्ट) परियोजना। यह परियोजना शुरू से ही विवादों में रही है और अभी भी इसका विवादों से पीछा नहीं छूटा है। इसके […] Read more » Madhya Pradesh उजाले एस कुमार्स समूह मध्य प्रदेश लूट
लेख मध्यप्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने में कामयाब शिवराज सिंह चौहान May 27, 2011 / December 12, 2011 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on मध्यप्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने में कामयाब शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश राज्य में पिछले अपने सात वषो के शासन के दौरान जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं वह निश्चित ही उसे जनता की नजर में श्रेष्ठतम साबित करती हैं। प्रशासन, सत्ता संगठन का समन्वय जितना इन पिछले वषो में देखने को मिला वह अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय माना जा सकता […] Read more » Madhya Pradesh कुशाभाऊ ठाकरे प्यारेलाल खंडेलवाल मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान स्व. विजयाराजे सिंधिया