समाज विद्यालय विकास में अध्यापक का विशेष योगदान September 24, 2011 / December 6, 2011 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment वर्त्तमान में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है | जो कि जन प्रतिनिधियों व अभिभावकों की सुगमता को ध्यान में रखकर विकास खंड के क्षेत्रीय विद्यालयों में कराया जा रहा है | जिनमे मुझे दिनांक – 19/09/2011 से 21/09/2011 तक प्रथम पाली में प्रशिक्षक श्री दिनेश सिंह राना जी […] Read more » School School Development अध्यापक विद्यालय
विविधा मनमानी की पाठशाला January 26, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on मनमानी की पाठशाला विनोद उपाध्याय बात 1978 की है जब लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाश प्राप्त) केटी सतारावला को जबलपुर विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्ति किया गया था तब उन्होंने कहा था कि मध्यप्रदेश के किसी विश्वविद्यालय में उपकुलपति बनने से बेहतर है किसी होटल का मैनेजर बनना। सतारावला ने यह बात किस नजरिए से कही थी यह तो वही जाने […] Read more » School पाठशाला
बच्चों का पन्ना अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाली पाठशालाएं हिंसा का पर्याय बनती जा रही हैं December 11, 2010 / December 19, 2011 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment अखिलेश आर्येन्दु सात महीने पहले कोलकाता के मार्तिनेर स्कूल के एक छात्र रौवनजीत रावला की स्कूल के अध्यापकों द्वारा बेंतों से बेतहाशा पिटाई करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। तब पुलिस प्रशासन ने दोषी प्रिंसिपल और अध्यापकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। लेकिन सामाजिक संगठनों और राश्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने […] Read more » School अहिंसा पाठशाला हिंसा
विविधा फिर तो घुंसू का भी छूट जाएगा स्कूल August 23, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on फिर तो घुंसू का भी छूट जाएगा स्कूल -आशीष मध्यप्रदेश के घुंसू को नहीं पता कि उसका भविष्य अंधकारमय होने जा रहा है। वह ही क्या बांधवगढ़ नेशनल पार्क के बफर एरिया में बसे दो गांव के घुंसू जैसे सैकड़ों बच्चे इस बात से अनजान हैं। इन बच्चों का नहीं मालूम कि देश के नौनिहालों को शिक्षा पाने का अधिकार मिला हुआ है। […] Read more » School स्कूल
समाज विद्यालयों में संस्कृत क्यों पढ़ानी चाहिए September 22, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 18 Comments on विद्यालयों में संस्कृत क्यों पढ़ानी चाहिए भारत के विभिन्न प्रान्तों में विद्यालयों में भाषा सम्बद्ध नीति समान नहीं है। कहीं दो भाषाएँ पढ़ाई जाती है तो कहीं तीन। उनमें जो एक भाषा सब प्रान्तों में अनिवार्य रूप में पढ़ाई जाती है वह अंग्रेजी है। अधिकांश पढ़े लिखे लोगों के 62 वर्षों के अथक प्रयत्नों के पश्चात् भी हमारे देश के 10 […] Read more » School विद्यालय