मनोरंजन वैलेंटाइन डे: रोमांटिक प्रेम का त्योहार February 11, 2020 / February 11, 2020 by ललित गर्ग | 1 Comment on वैलेंटाइन डे: रोमांटिक प्रेम का त्योहार -ललित गर्ग- ”आंधी से भी भयानक होती है रक्त की वह हलचल जिसे मनुष्य ने प्रेम की संज्ञा दी है।“ रांगेय राघव की यह प्रेम एवं प्रणय से जुड़ी अभिव्यक्ति आज के युवा प्रेमियों पर सही साबित होती है, युवा दिलों पर उमड़ती इसी आंधी को अभिव्यक्त होने का अवसर मिलता है, वैलेंटाइन डे यानी […] Read more » the festival of romantic love Valentine Day
राजनीति बाजारवाद के इस दौर में प्रेम भी तोहफों का मोहताज़ हो गया February 13, 2019 / February 13, 2019 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment बाजारवाद के इस दौर में प्रेम भी तोहफों का मोहताज़ हो गयावैलेंटाइन डे, एक ऐसा दिन जिसके बारे में कुछ सालों पहले तक हमारे देश में बहुत ही कम लोग जानते थे, आज उस दिन का इंतजार करने वाला एक अच्छा खासा वर्ग उपलब्ध है। अगर आप सोच रहे हैं कि केवल इसे चाहने वाला युवा […] Read more » Valentine Day बाजारवाद
विविधा ‘‘वेलेनटाइन-डे’’ : पश्चिम का बयार February 12, 2018 by संजय चाणक्य | Leave a Comment संजय चाणक्य ‘‘बहुत धोखा देते हैं मोहब्बत में हुस्न वाले ! इन हसीनो पर भूल कर भी ऐतबार न कर !!’’ यह कैसा र्दुभाग्य है,हम हिन्दवासियों के लिए! अपनों की जयन्ती और दिवस मनाने की न तो फुर्सत है न ही ललक! लेकिन पश्चिमी सभ्यता की कोख से उत्पन्न ‘‘वेलेनटाइन-डे’’मनाने के लिए हिन्द के बाशिन्दे […] Read more » love in west Valentine Day वेलेनटाइन
विविधा प्यार को पुष्पित-पल्लवित करने का दिन बने वेलेंटाइन-डे February 9, 2014 by एम. अफसर खां सागर | Leave a Comment -एम. अफसर खां सागर- वेलेंटाइन-डे या यूं कह लें कि प्रेम दिवस ! प्यार करने का दिन या प्रेम के इजार करने का दिन या कुछ और? आखिर प्यार तो प्यार होता है चाहे वह मां से हो, बहन से, भाई से या किसी और से! प्रेम में प्रदर्शन या दिखावा करने की क्या जरूरत है। प्यार […] Read more » Valentine Day प्यार को पुष्पित-पल्लवित करने का दिन बने वेलेंटाइन-डे
लेख व्हॅलंटाइन डे विकृति February 14, 2012 / February 14, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 12 Comments on व्हॅलंटाइन डे विकृति डॉ. मधुसूदन उवाच उत्सव-स्वीकृति की कसौटियां किसी उत्सव-स्वीकृति की (५) पांच कसौटियां सूझती है। (१) वह उत्सव समाज में समन्वयता, सामंजस्य, सुसंवादिता, या भाईचारा बढाने वाला हो। (२) ऊंच-नीच या अलगता का भाव प्रोत्साहित करनेवाला ना हो। (३) समाज के अधिकाधिक सदस्यों का उत्थान करने वाला हो। (४) समाज के सभी स्तरों को स्पर्श करने […] Read more » Valentine Day व्हॅलंटाइन डे
ज्योतिष प्रेम का पर्व या संस्कारों का अवमूल्यन ???? February 14, 2012 / February 14, 2012 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment ये केसा और क्यों हें वैलेंटाइन डे(valentine day)…??? किसी भी समाज अथवा संस्कृति में प्रेम के सभी रूप देखने को मिळते है . प्रेम ही क्यो , मानवीय भावनाये अपने सभी रूपो में पायी जाती है. भारतीय संस्कृति में अगर निष्काम प्रेम के उदाहरण है ,तो सकाम प्रेम ,घ्रीणा, ईर्ष्या ,लोभ,विश्वासघात इत्यादि के उदाहरण भी […] Read more » Valentine Day प्रेम का पर्व
आलोचना वैलेंटाइन डे के बहाने ………. February 13, 2012 / February 13, 2012 by हर्षवर्धन पान्डे | Leave a Comment हर्षवर्धन पाण्डे बाजार आज के दौर में प्रेम से गुलजार हो गया है……..हर तरफ प्रेम की महक नजर आती है……. गिफ्ट सेन्टरों में युवक युवतियों का सैलाब देखा जा सकता है जो प्रेम दिवस से पहले खरीदारी करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता …..भारत में भी पश्चिमी देशो की तर्ज पर १४ फरवरी को […] Read more » ‘वैलेंटाइन डे’ 14th feb Valentine Day
लेख ‘वैलेंटाइन डे’ अर्थात् शूपर्णखाँ संस्कृति February 11, 2012 / February 11, 2012 by विजय सिंघल | 2 Comments on ‘वैलेंटाइन डे’ अर्थात् शूपर्णखाँ संस्कृति शूपर्णखाँ रामायण का एक विलक्षण नारी पात्र है। वह लंका के राजा रावण की लाड़ली बहिन थी। रावण ने क्षणिक क्रोध के वशीभूत होकर उसके पति विद्युत्जिह्व की हत्या कर दी थी। इस कारण रावण उससे डरता था और उसकी मनमानियों को सहन करता था। इसलिए अपने भाई की तरह ही वह भी निरंकुश हो […] Read more » ‘वैलेंटाइन डे’ Valentine Day शूपर्णखाँ संस्कृति
लेख प्रेम न हाट बिकाय February 11, 2012 / February 11, 2012 by मदन मोहन शर्मा ‘अरविन्द’ | 1 Comment on प्रेम न हाट बिकाय मदन मोहन शर्मा ‘अरविन्द’ १४ फरवरी (वेलेंटाइन डे) पर विशेष ‘ढाई आखर प्रेम का पढ़ै सो पण्डित होय’, कबीर के इस कथन में केवल उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण, आधी-अधूरी जानकारी या छोटा-मोटा सन्देश नहीं, एक भारी-भरकम चुनौती है। किसी किताब से कोई प्रेम का मर्म खोज कर तो लाये, कबीर उसे पण्डित मानने को तैयार हैं, […] Read more » Love Valentine Day
विविधा सिर्फ एक दिन प्यार करें ! February 14, 2011 / December 15, 2011 by संजय द्विवेदी | 2 Comments on सिर्फ एक दिन प्यार करें ! वेलैंटाइन डे (14फरवरी) पर विशेषः -संजय द्विवेदी क्या प्रेम का कोई दिन हो सकता है। अगर एक दिन है, तो बाकी दिन क्या नफरत के हैं ? वेलेंटाइन डे जैसे पर्व हमें बताते हैं कि प्रेम जैसी भावना को भी कैसे हमने बांध लिया है, एक दिन में या चौबीस घंटे में। पर क्या ये […] Read more » Valentine Day वैलेंनटाइन डे
विविधा वेलेंटाइन डे का सच February 12, 2011 / December 15, 2011 by विजय कुमार | 12 Comments on वेलेंटाइन डे का सच विजय कुमार बाजार भी बड़ी अजीब चीज है। यह किसी को भी धरती से आकाश या आकाश से धरती पर पहुंचा देता है। यह उसकी ही महिमा है कि भ्रष्टाचारी नेताओं को अखबार के पहले पृष्ठ पर और समाज सेवा में अपना जीवन गलाने वालों को अंदर के पृष्ठों पर स्थान मिलता है। बाजार के […] Read more » Valentine Day वेलेंटाइन
विविधा वेलेंटाइन : मैकाले से बड़ी लकीर खीचनी होगी ! February 12, 2011 / December 15, 2011 by आर.एल. फ्रांसिस | 2 Comments on वेलेंटाइन : मैकाले से बड़ी लकीर खीचनी होगी ! आर. एल. फ्रांसिस मीडिया और बाजार वेलेंटाइन-डे के प्रचार-प्रसार में जुट गए है। आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि देश में वेलेंटाइन डे मार्किट 1200 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया था। बढ़त का यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से 20 प्रतिशत से भी ज्यादा की दर से बढ़ रहा है। […] Read more » Valentine Day वेलेनटाइन