धर्म-अध्यात्म ‘स्वामी दयानन्द में गुरु विरजानन्द की विद्या और पं. अमरनाथ जोशी के अन्न का तेज दिखाई देता है: आचार्य वेदप्रकाश श्रोत्रिय’ June 5, 2018 / June 5, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, श्री मद्दयानन्द ज्योतिर्मठ आर्ष गुरुकुल, पौन्धा-देहरादून आर्ष शिक्षा पद्धति पर संचालित देश और आर्यसमाज का महत्वपूर्ण गुरुकुल है। इस गुरुकुल की स्थापना 18 वर्ष पूर्व स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती जी ने की थी। इस गुरुकुल का आचार्य 22 वर्षीय नवयुवक श्री धनंजय आर्य जी को बनाया गया था जो गुरुकुल गौतमनगर के स्नातक […] Read more » Featured आचार्य वेदप्रकाश इंटरनैट ऋषि दयानन्द जल पं. अमरनाथ जोशी मोबाइल विद्युत
धर्म-अध्यात्म ‘आर्यसमाज की पुरानी पीढ़ी के यशस्वी शीर्ष भजनोपदेशक June 1, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आजकल श्रीमद्दयानन्द आर्ष ज्योतिर्मठ गुरुकुल, पौन्धा-देहरादून का वार्षिकोत्सव चल रहा है। यह उत्सव 3 जून, 2018 को समाप्त होगा। इस गुरुकुल पौन्धा की स्थापना आर्यजगत के विख्यात संन्यासी स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती जी ने 18 वर्ष पूर्व सन् 2000 में की थी। श्री ओम् प्रकाश वम्र्मा, युमनानगर स्वामी जी के साथी व सहयोगी […] Read more » Featured ऋषि दयानन्द डा. सोमदेव शास्त्री नवीन वेदान्त ब्रह्म-समाज सत्यार्थप्रकाश स्वामी शंकराचार्य
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म को यदि बचाना है तो अपने मन से सभी प्रकार के भेदभाव को दूर करना होगा May 29, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महाभारत काल के बाद से वेद और वैदिक धर्म का निरन्तर पतन देखने को मिल रहा है। ऋषि दयानन्द के जीवन में ऐसा भी समय आया जब वेद लुप्त-प्रायः हो गये थे। महाभारत काल के बाद वेदों के सत्य अर्थों का देश व समाज में प्रचार रहा हो, इसका प्रमाणित विवरण […] Read more » Featured ईश्वर ऋषि दयानन्द ऋषि मुनियों चित्त जातिवाद ज्ञानेन्द्रिय पांच कर्मेन्द्रिय बुद्धि मन मनुस्मृति महाभारत व ब्राह्मण रामायण वैदिक साहित्य
धर्म-अध्यात्म समाज “गाय और मनुष्य का माता और पुत्र-पुत्री का सम्बन्ध” May 26, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य और गाय दोनों चेतन शरीरधारी प्राणी हैं। दोनों ही शाकाहारी भी हैं परन्तु दोनों के भोजन में भिन्नता है। मनुष्य गोदुग्ध, फल व अन्न आदि का सेवन करता है तो गाय माता घास व तृण आदि वनस्पतियों का सेवन करती है। यदि गाय को अन्न दिया जाये तो वह उसका […] Read more » Featured ऋषि दयानन्द गाय और मनुष्य गोमांसाहारियों दूध परमात्मा बैलगाड़ी माता और पुत्र-पुत्री वेदों में ईश्वर
धर्म-अध्यात्म “ईश्वर, वेद, आर्यसमाज और ऋषि भक्त पं. सत्यपाल पथिक – एक समर्पित प्रेरणादायक जीवन एवं उनके कुछ कार्य” May 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, पं. सत्यपाल पथिक जी आर्यजगत की दिव्य एवं महान विभूति हैं। आपने सारा जीवन आर्यसमाज की सेवा में लगाया है। आपने ईश्वर, वेद, ऋषि दयानन्द, आर्यसमाज और आर्य महापुरुषों के जीवन पर सहस्रों प्रभावशाली गीतों वा भजनों की रचना की है। आपके गीत व भजन न केवल आर्यसमाज के भजनोपदेशक […] Read more » Featured आर्य धर्मार्थ न्यास आर्यसमाज ईश्वर ऋषि दयानन्द पं. सत्यपाल पथिक वेद हिण्डोन सिटी
धर्म-अध्यात्म “नास्तिक, ईश्वर के सत्यस्वरूप से अनभिज्ञ, मिथ्या कर्मकाण्ड व उपासना करने वाले मनुष्यों का परलोक वा भविष्य असुखद” May 19, 2018 / May 19, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on “नास्तिक, ईश्वर के सत्यस्वरूप से अनभिज्ञ, मिथ्या कर्मकाण्ड व उपासना करने वाले मनुष्यों का परलोक वा भविष्य असुखद” मनमोहन कुमार आर्य, हम आंखों से जितना व जैसा संसार देखते हैं वह सब और जो नहीं देख पाते वह सब भी सच्चिदानन्द, सर्वज्ञ, सर्वव्यापक और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की रचना है। उसी परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों को उत्पन्न कर उनके द्वारा ईश्वर, जीवात्मा और सृष्टि का यथार्थ व सत्य ज्ञान […] Read more » Featured अत्यन्त सूक्ष्म अनादि अनुत्पन्न अल्प शक्ति वाला अल्पज्ञ अविनाशी ईश्वर ऋषि दयानन्द एकदेशी
महिला-जगत समाज “माता और मातृभूमि स्वर्ग अर्थात् सभी सुखों से बढ़कर है” May 14, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मातृ दिवस के अवसर पर- मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक धर्म और संस्कृति में माता का स्थान ईश्वर के बाद सबसे ऊपर है। इसका कारण है कि माता सन्तान को जन्म देती है और इसके साथ उसका पालन पोषण करने के साथ उसे सुशिक्षा एवं संस्कार भी देती है। यह गुण व देन सन्तान को माता […] Read more » Featured ऋषि दयानन्द चन्द्रशेखर आजाद नेताजी सुभाषचन्द्र बोस पं. रामप्रसाद बिस्मिल पं. श्यामजी कृष्ण वर्मा भाई परमानन्द लाल बहादुर शास्त्री वीर सावरकर सरदार पटेल सरदार भगत सिंह स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म “वेदों का आविर्भाव कब, कैसे व क्यों हुआ?” May 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “वेदों का आविर्भाव कब, कैसे व क्यों हुआ?” -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। संसार में जितने भी पदार्थ है उनकी उत्पत्ति होती है और उत्पत्ति में कुछ मूल कारण व पदार्थ होते हैं जो अनुत्पन्न वा नित्य होते हैं। इन मूल पदार्थों की उत्पत्ति नहीं होती, वह सदा से विद्यमान रहते हैं। उदाहरण के लिए […] Read more » Featured अथर्ववेद ईश्वर ऋग्वेद ऋषि दयानन्द बुद्धि मन यजुर्वेद वेदों सामवेद
धर्म-अध्यात्म मनुष्य और पश्वादियों में जीवात्मा एक जैसा वा समान समान है’ May 4, 2018 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on मनुष्य और पश्वादियों में जीवात्मा एक जैसा वा समान समान है’ मनमोहन कुमार आर्य हम संसार में मनुष्यों सहित अनेक पशु, पक्षी व अन्य अनेक प्राणी योनियों को देखते हैं। सभी मनुष्यों व जीवित प्राणियों में एक अनादि, अमर, अल्पज्ञ, सूक्ष्म व ससीम चेतन जीवात्मा होता है। इन सभी प्राणी योनियों में जो जीवात्मायें हैं वह एक जैसी हैं। अनेक मनुष्यों को मनुष्य और अन्य सभी […] Read more » Featured ऋषि दयानन्द धर्मराज अर्थात् परमेश्वर मनुष्य वीर्य
धर्म-अध्यात्म गायत्री महामंत्र का महत्व April 23, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वेदों में गायत्री मंत्र के नाम से एक मंत्र आता है जो निम्न है। इसे गायत्री मंत्र इस लिये कहते हैं कि इसे गाया जाता है और यह मंत्र गायत्री छन्द निबद्ध है। इसे गुरू मंत्र भी कहते हैं। इस कारण कि गुरुकुल में प्रवेश करते समय आचार्य अपने ब्रह्मचारी को प्रथम […] Read more » Featured आत्मा ईश्वर ऋषि दयानन्द मनुष्य
धर्म-अध्यात्म “सच्ची आध्यात्मिकता के उन्नायक व पुरस्कर्ता ऋषि दयानन्द” April 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “सच्ची आध्यात्मिकता के उन्नायक व पुरस्कर्ता ऋषि दयानन्द” –मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि दयानन्द (1825-1883) को सारा संसार जानता है। सभी मत-मतान्तरों के आचार्य भी उन्हें व उनके बनाये सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ को जानते हैं। उन्होंने धार्मिक जगत में ऐसी क्रान्ति की जिसने सभी मत-मतान्तरों की अविद्या की पोल खोल दी। उनके आने से पूर्व सभी मत-मतान्तरों […] Read more » Featured आध्यात्मिक ईश्वर ऋग्वेदादिभाष्य ऋषि दयानन्द प्रवचन वैदिक विद्वान
धर्म-अध्यात्म आदर्श गुरु स्वामी विरजानन्द और आदर्श शिष्य स्वामी दयानन्द April 16, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आदर्श मनुष्य का निर्माण आदर्श माता, पिता और आचार्य करते हैं। ऋषि दयानन्द ने लिखा है कि वह सन्तान भाग्यशाली होती है जिसके माता, पिता और आचार्य धार्मिक होते हैं। धार्मिक होने का अर्थ है कि जिन्हें वेद व वेद परम्पराओं का ज्ञान होता है। ऋषि दयानन्द भाग्यशाली थे कि उन्हें […] Read more » Featured असमानता आदर्श ऋषि दयानन्द छूआछूत ज्योतिष पिता . आचार्य माता सामाजिक स्वामी विरजानन्द