
त्रिकालदर्शी श्रीदेवराहाशिवनाथदास से मुख्यमंत्री ने लिया आशीर्वाद
Updated: December 19, 2011
परमपूज्य ब्रह्मलीन योगीराज श्रीदेवराहाबाबा जी के परमशिष्य त्रिकालदर्शी परमसिद्ध योगीराज व अध्यात्म गुरू संत श्रीदेवराहाशिवनाथदास महाराज से बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शपथ-ग्रहण…
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फैसला, बिहार के मतदाताओं का…
Updated: December 19, 2011
-निर्मल रानी देश के दूसरे सबसे बडे राज्य बिहार का जनादेश आ चुका है। 6 चरणों में हुए इस मतदान में राज्य के 2.9 करोड़…
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अब अमर सिंह चले पूर्वांचल बनाने …
Updated: December 19, 2011
-तनवीर जाफ़री मीडिया की सुर्खियों में छाए रहने की जबरदस्त चाहत रखने वाले अमर सिंह हालांकि समाजवादी पार्टी से बेआबरू होकर हुई अपनी रूखसती के…
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आदिवासी अस्मिता की चुनौतियां
Updated: December 19, 2011
-जगदीश्वर चतुर्वेदी आदिवासी समस्या राष्ट्रीय समस्या है। भारत की राजनीति में आदिवासियों को दरकिनार करके कोई राजनीतिक दल नहीं रह सकता। एक जमाना था आदिवासी…
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आदिवासी कौन है ?
Updated: December 19, 2011
-जगदीश्वर चतुर्वेदी ‘आदिवासी’ पदबंध के बारे में पहली बात यह कि यह हिन्दी का नाम है और हिन्दी क्षेत्र में इसकी एक सीमा तक प्रासंगिकता…
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वेब मीडिया का भविष्य उज्ज्वल- रामबिहारी सिंह
Updated: December 19, 2011
मीडिया की जरूरत प्राचीनकाल में भी थी और आधाुनिक काल में भी है। यह अलग बात है कि समय में बदलाव के साथ-साथ तकनीक के…
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महान् युगद्रष्टा डॉ. राममनोहर लोहिया
Updated: December 19, 2011
-प्रभात कुमार रॉय प्रकांड विचारक, अथक अजेय योद्धा, अत्यंत लुभावनी मनमोहक शख्सियत के धनी डा राममनोहर लोहिया सरीखे राजनीतिक नेता आधुनिक भारत में कम ही…
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छत्तीसगढ़ को नई नजर से देखती एक किताब
Updated: December 19, 2011
पत्रकार तपेश जैन की पुस्तक पर समीक्षा गोष्ठी रायपुर। छत्तीसगढिय़ा कौन ? कई बार यह सवाल किया जाता हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नद्दष्टा स्व. खूबचंद…
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अखबारों में अभी अच्छा काम करने की गुंजाइश: रोशन
Updated: December 19, 2011
राष्ट्रीय सहारा के वरिष्ठ पत्रकार रोशन जनसंचार विभाग में भोपाल। मीडिया में प्रतिस्पर्धा बहुत तेजी से बढ़ी है, अब पत्रकार के लिए रचनात्मकता दिखाने की…
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कविता / आ अब लौट चलें …….
Updated: December 19, 2011
अगम रास्ता-रात अँधेरी, आ अब लौट चलें. सहज स्वरूप पै परत मोह कि, तृष्णा मूंग दले. जिस पथ बाजे मन-रण-भेरी, शोषण बाण चलें. नहीं तहां…
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राष्ट्रवाद का बदलता स्वरूप
Updated: December 19, 2011
-राजीव बिश्नोई धर्म और राष्ट्र पर बहस करने पर वोल्तेयेर का एक कथन याद आता है …….. “हो सके मैं आपके विचारों से सहमत ना…
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पश्चिमी बंगाल कैसे टूटे वाम का साम
Updated: December 19, 2011
-अनिल त्यागी बिहार चुनावों का शोर समाप्त। अब बारी है पश्चिमी बंगाल की जहां वाम दलों का पुराना कुनबा अभी तक एक चूल्हे पर रोटी…
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