मनोरंजन केदारनाथ फिल्मः विरोध जारी है जारी रहेगा November 28, 2018 | Leave a Comment प्रदीप रावत आगामी 7 दिसम्बर को रिलीज होने वाली केदारनाथ फिल्म का पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। स्थानीय केदारघाटी के निवासियों के अलावा कई लोग इस फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन यह पहली बार नहीं है, जब किसी विवाद के कारण फिल्म को बैन करने की बात की […] Read more » केदारनाथ फिल्मः विरोध जारी है जारी रहेगा हिन्दुओं
कविता आग की लपटें November 28, 2018 | Leave a Comment मैं आज सुबह उठा और देखा रात की बूंदाबांदी से जम गई थी धूल वायुमंडल में व्याप्त रहने वाले धूलकण भी थे नदारद मन हुआ खुश देखकर यह सब कुछ देर बाद उठाकर देखा अख़बार तो जल रहा था वतन साम्प्रदायिकता व जातिवाद की आग में यह बरसात नहीं कर पाई कम इस आग को […] Read more » आग की लपटें जातिवाद वायुमंडल
राजनीति कांग्रेस के अनैतिक डी०एन०ए० का एक मजेदार तथ्य November 16, 2018 / November 16, 2018 | Leave a Comment मनोज ज्वाला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जन्म एक ‘अभारतीय’ अंग्रेज हुक्मरान के दिमाग से हुआ, यह एक ऐतिहासिक सत्य है , किन्तु इसके इस अनैतिक डी०एन०ए० के भीतर एक मजेदार तथ्य है, जिसे बहुत कम ही लोग जानते हैं । कांग्रेस का छिद्रान्वेशन करने वाले कतिपय राजनीतिबाज लोग महज इतना ही जानते हैं कि कांग्रेस […] Read more » कांग्रेस के अनैतिक डी०एन०ए० का एक मजेदार तथ्य ब्रिटिश शासकों व्योमेश चन्द्र बनर्जी स्वतंत्रता संग्राम स्वामी दयानन्द सरस्वती
राजनीति देश और पार्टी पैसों से ही चलते हैं November 13, 2018 / November 13, 2018 | Leave a Comment अनुपम सक्सेना देश चलाना है पार्टी चलानी है दोनों ही पैसों से चलते हैं तब काहे चिलाते हो उद्योगपतियों से इतना लिया उतना लिया हम सरकार बाबू हैं उदयोग धंधे चलाना हमारा काम नहीं बैंक चलाना हमारा काम नहीं सबके लिये शिक्षा व्यवस्था भी हमारा काम नहीं अस्पताल में मुफ्त दवाईयां देना भी हमारा काम […] Read more » देश और पार्टी पैसों से ही चलते हैं हर हाथ को काम दे /गरीब की थाली में रोटी सुनिश्चित करे/ सरकार को बडे-बडे काम करने हैं/
समाज सोशल मीडिया : वरदान भी अभिशाप भी November 10, 2018 / November 10, 2018 | Leave a Comment डॉ जीतेंद्र प्रताप जवाहर नवोदय विद्यालय मुडिपु, दक्षिण कन्नड़, कर्नाटक, 574153 संपर्क सूत्र 9739198095 मानव ईश्वर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ सृजन है जो अन्य प्राणियों की तुलना में सोचने -समझने की असीम शक्ति लेकर पैदा होता है। अपने आदिम समय से लेकर आज तक उसने न जाने कितनी खोजें की हैं जिन्होंने उसके जीवन […] Read more » इंस्टाग्राम ट्विटर देश व समाज को आर्थिक फेसबुक मायस्पेस लिंकडइन व्यक्ति व्हाट्सएप संगठन सामाजिक सांस्कृतिक सोशल मीडिया : वरदान भी अभिशाप भी
धर्म-अध्यात्म विनोद अग्रवाल: जिसके आँसुओं ने जीवित किया भक्ति काल November 10, 2018 / November 10, 2018 | Leave a Comment देवांशु मित्तल बचपन याद करता हूँ तो याद आता है के कृष्ण मेरे लिए वैसे नही थे जैसे आज है. मै कृष्ण को आज की भाँति महान बुद्धिजीवी नही बल्कि गोपियों के साथ नृत्य करने वाला एक साधारण ग्रामीण मानता था. लेकिन एक बार आस्था चैनल पर एक भजन गायक को देखा. वह गायक निरंतर […] Read more » कृष्ण पंजाबी श्री मुकुंद हरी हिंदी
राजनीति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी : राष्ट्रीय अस्मिता का प्रतीक November 9, 2018 | 1 Comment on स्टैच्यू ऑफ यूनिटी : राष्ट्रीय अस्मिता का प्रतीक डॉ जीतेन्द्र प्रताप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार समय-समय पर कई कारणों से चर्चा में रहती ही है। कभी कोई कारण सकारात्मक होता है तो कभी कोई कारण नकारात्मक। हाल ही में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। यह प्रतिमा विश्व की सबसे […] Read more » गांधी ताजमहल नेहरू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण स्टैच्यू ऑफ यूनिटी : राष्ट्रीय अस्मिता का प्रतीक
राजनीति किसके हाथ में है राम जन्मभूमि का फैसला? November 8, 2018 | Leave a Comment देवांशु मित्तल कुछ युवा राम भक्तों की भावनाएं उफान पर पहुंची, सारा परिसर “जय श्री राम” के नारों से गूँज गया और देखते ही देखते दुनिया की सबसे विवादास्पद इमारतों में से एक बाबरी का ढांचा गिर गया. लेकिन ऐसा नहीं है कि 6 दिसम्बर 1992 की इस अप्रिय घटना ने ही राम के […] Read more » उच्चतम न्यायालय उत्तराखंड किसके हाथ में है राम जन्मभूमि का फैसला? गुजरात जम्मू-कश्मीर जस्टिस मार्कंडेय काटजू राजस्थान
राजनीति राजनीतिक दल वचन भंग के दोषी क्यों नहीं November 2, 2018 / November 2, 2018 | Leave a Comment उदय भगत भारत की राजनीति सचमुच एक अजूबाघर है । इसमें नेताओं के लिए कोई दूसरा कानून होता है तो जनसाधारण के लिए दूसरा कानून होता है । एक की नैतिकता की कसौटी कुछ और होती है तो दूसरे की नैतिकता की कसौटी कुछ और होती है ।जनता के लोग परस्पर कोई लेनदेन करें और […] Read more » डॉ अनूप सिंह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राजनीतिक दल वचन भंग के दोषी क्यों नहीं राष्ट्र
कविता इस रस्म की शुरुआत बस मेरे बाद कीजिए October 31, 2018 | Leave a Comment इस रस्म की शुरुआत बस मेरे बाद कीजिए जिनसे रौशन है हुश्न, उन्हीं को बर्बाद कीजिए गर पूरी होती हो यूँ ही आपके ख़्वाबों की ताबीरें तो खुद को बुलबुल और मुझे सैय्याद कीजिए ये कि क्या हुज़्ज़त है आपके नूर-ए-नज़र होने की दिल की बस्तियाँ लुट जाएँ,और फिर हमें याद कीजिए जो थे सितमगर,सबको […] Read more » इस रस्म की शुरुआत बस मेरे बाद कीजिए
व्यंग्य अजीब है न लोकतंत्र का ई त्यौहार October 26, 2018 / October 26, 2018 | Leave a Comment अंकित कुंवर लोकतंत्र का बरसों पुराना त्यौहार नजदीक आ रहा है। यह त्यौहार सियासत के गलियारे में शामिल होने के लिए है। एक मौका है जिसपर चौका लगाना सबकी चाहत। अब तो समझो हम का कहना चाह रहें हैं। ई त्यौहार का नामकरण सोच समझकर फिक्स हुआ है। ‘चुनाव’ नाम है इसका। इस नाम का […] Read more » अजीब है न लोकतंत्र का ई त्यौहार कागज फोटो लोकतंत्र सोशल मीडिया
राजनीति समाज महालानत! October 24, 2018 / October 24, 2018 | 1 Comment on महालानत! शिवशरण त्रिपाठी केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के कपाट पांच दिन खुले रहे पर देश की सर्वोच्च अदालत के आदेश के बावजूद १० से ५० साल तक किसी हिन्दू महिला को भगवान अयप्पा के दर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। वैसे तो कड़े विरोध के चलते सुरक्षा की दृष्टि से संशकित साधारण महिलायें तो […] Read more » पुरूष व महिला महालानत! मुख्य पुजारी कंदारू राजीवरू सुप्रीम कोर्ट