पर्यावरण क्या वाकई बाढ़, एक आपदा है ? October 13, 2015 | Leave a Comment 13 अक्तूबर: अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस जवाब आया कि बाढ़, प्राकृतिक होती है और कृत्रिम कारणों से भी, किंतु यह सदैव आपदा ही हो, यह कहना ठीक नहीं। आपदा के आने का पता नहीं होता; कई नदियों में तो हर वर्ष बाढ; आती है। पता होता है कि एक महीने के आगे-पीछे बाढ़ आयेगी […] Read more » Featured अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस एक आपदा है ? क्या वाकई बाढ़
राजनीति उ. प्र. पंचायती चुनाव September 28, 2015 | Leave a Comment सवाल भी, उम्मीद भी गौतमबुद्धनगर को छोङकर 74 जि़ले, 11.36 करोङ मतदाता, 78,596 मतदाता केन्द्र, एक लाख, 78,588 मतदाता बूथ और तीन लाख सुरक्षाकर्मी! मतगणना के चार चरण – 9,13,17 और 29 अक्तूबर, 2015; नतीजे का तिथि – एक नवंबर, 2015. इन आंकङों के साथ बीती 21 जुलाई को उत्तर प्रदेश में जिला और क्षेत्र […] Read more » Featured उ.प्र पंचायती चुनाव
जन-जागरण विविधा हमारी नदियों को जीने दो September 27, 2015 | 1 Comment on हमारी नदियों को जीने दो अंतर्राष्ट्रीय नदी दिवस (27 सितम्बर) पर विशेष —————————————————————- हमारी नदियों को जीने दो या दिल्ली उद्घोषणा के एक साल बाद ’’हमारी नदियों को जीने दो’’ – दिल्ली उद्घोषणा में निहित इस अपील के साथ गत् वर्ष संपन्न हुए प्रथम भारत नदी सप्ताह को एक वर्ष पूरा हो चुका, किंतु क्या इस एक वर्ष के दौरान […] Read more » Featured अंतर्राष्ट्रीय नदी दिवस हमारी नदियों को जीने दो
जन-जागरण विविधा सिर्फ अक्षर ज्ञान से नहीं सधेगा टिकाऊ विकास September 9, 2015 | Leave a Comment अरुण तिवारी अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस – 8 सितंबर पर विशेष वर्ष 2011 की जनगणना मुताबिक 74.04 प्रतिशत भारतीयों को अक्षरज्ञानी कहा जा सकता है। वर्गीकरण करें, तो 82.14 प्रतिशत पुरुष और 65.46 महिलाओं को आप इस श्रेणी में रख सकते हैं। आप कह सकते हैं कि आगे बढने और जिंदगी की रेस में टिकने के […] Read more » Featured world literacy day अक्षर ज्ञान अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस
पर्यावरण राजनीति व्यंग्य डिपेन्डेन्स वाया वल्र्ड वाटर लीग-2020 August 23, 2015 | 1 Comment on डिपेन्डेन्स वाया वल्र्ड वाटर लीग-2020 उल्लेखनीय है कि भारत के पानी के प्रति दुनिया के कर्जदाता देशों के नजरिये और नतीजे बता रहे हैं कि भारत का पानी उनके बिजनेस खेल का शिकार बन चुका है। इसे सहज ही समझाने की दृष्टि से सीधे संवाद शैली में लिखा एक व्यंग्य लेख डियर इंडि ! मैं, दुनिया के रेगुलेटर्स के प्रतिनिधि […] Read more »
समाज विक्षिप्त होते हम August 23, 2015 | Leave a Comment पागल भी कर सकता है आबादी का यह बोझ आबादी का असंतुलित और अधिक घनत्व सिर्फ गरीबी, बेरोजगारी और मारामारी ही नहीं लाता; यह लोगों को विक्षिप्त भी बना सकता है। ओशो चिंतित थे कि भोजन तो जुटाया जा सकेगा, लेकिन भीङ बढने के साथ आदमी की आत्मा कहीं खो तो नहीं जायेगी ? इस […] Read more »
शख्सियत समाज ’इन अंखियन जस जन-गन-मन देखा’: स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद August 20, 2015 | 1 Comment on ’इन अंखियन जस जन-गन-मन देखा’: स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद गंगापुत्र स्वामी सानंद से बातचीत पर आधारित एक श्रृंखला शीघ्र अरुण तिवारी खास परिचितों के बीच ’जी डी’ के संबोधन से चर्चित सन्यासी स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद के गंगा पुत्र होने के बारे में शायद ही किसी को संदेह हो। बकौल श्री नरेन्द्र भाई दामोदर मोदी, वह भी गंगा पुत्र हैं। ’’मैं आया नहीं हूं; मुझे […] Read more » स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद
विविधा हिण्डन-यमुना-गंगा नदी पंचायत निर्णय June 22, 2015 / June 22, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- 1. संदर्भ: गंगा के प्रवाह में प्रदूषित पानी की आवक औसतन 700 क्युसेक है; जबकि यदि पूरी क्षमता के साथ वर्षा जल संचयन की कोशिश की जाये, तो गंगा में सतत् प्रवाह की मात्रा को 50 हजार क्युसेक तक बढाया जाना संभव है। उक्त तथ्य को आधार बनाकर श्री दीपक सिंघल (प्रधान […] Read more » Featured गंगा नदी पंचायत निर्णय यमुना हिण्डन हिण्डन-यमुना-गंगा नदी पंचायत निर्णय
परिचर्चा 23-24 जून को उत्तरखण्ड विकास संवाद June 22, 2015 / June 22, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- नीति आयोग ने इस नीति पर काम करना शुरु कर दिया है कि राज्य, केन्द्र की ओर ताकने की बजाय, अपने संसाधनों के विकास पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान कैसे दे ? इसके लिए नीति आयोग के दलों ने राज्यों के दौरे भी शुरु कर दिए हैं। इस नीति से किन राज्यों को […] Read more » 23-24 जून को उत्तरखण्ड विकास संवाद Featured उत्तराखण्ड नीति आयोग
टॉप स्टोरी मैगी प्रकरण के बहानेः पर्यावरणीय प्रश्न June 5, 2015 / June 5, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- मैगी नूडल्स में सीसा यानी लैड की अधिक मात्रा को लेकर उठा बवाल, बाजार का खेल है या स्थिति सचमुच, इतनी खतरनाक है ? इस प्रश्न का उत्तर तो चल रही जांच और बाजार में नूडल्स के नये ब्रांड आने के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल, मांग हो रही है कि इस जांच […] Read more » Featured पर्यावरण मैगी मैगी प्रकरण मैगी प्रकरण के बहानेः पर्यावरणीय प्रश्न
जन-जागरण यूं धुएं में न उड़ाओ जिंदगी यारो May 31, 2015 / May 31, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- तंबाकू नशा है और इसे इस्तेमाल करने वाले – नशेड़ी! संभव है यह संबोधन तंबाकू खाने वालों को बुरा लगे, लेकिन समय का सच यही है और विश्व तंबाकू निषेध दिवस की चेतावनी भी। भारत में जितनी भी चीजें नशे के रूप में इस्तेमाल की जाती हैं, मात्रा के पैमाने पर इनमें तंबाकू […] Read more » Featured तंबाकू बीड़ी यूं धुएं में न उड़ाओ जिंदगी यारो सिगरेट
टॉप स्टोरी पैसा नहीं, प्रवाह देकर कहें ’नमामि गंगे’ May 29, 2015 | Leave a Comment -अरुण तिवारी- गंगा के संकट, संघर्ष और ’नमामि गंगे’ को सामने रखें, तो कह सकते हैं गंगा की बीमारी सदी से अधिक पुरानी है; एक साल में उसके स्वस्थ होने की अपेक्षा करना ही प्रयासों के साथ अन्याय होगा। ’नमामि गंगे’ की उम्र भले ही एक साल हो, किंतु गंगा को साफ करते तो कई […] Read more » Featured नमामि गंगे पैसा नहीं प्रवाह देकर कहें ’नमामि गंगे’