विधि-कानून विविधा “समान नागरिक संहिता” क्यों आवश्यक है…? April 23, 2017 | Leave a Comment "समान नागरिक संहिता" ऐसी होनी चाहिये जिसका मुख्य आधार केवल भारतीय नागरिक होना चाहिये और कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म, जाति व सम्प्रदाय का हो सभी को सहज स्वीकार हो। जबकी विडम्बना यह है कि एक समान कानून की मांग को साम्प्रदायिकता का चोला पहना कर हिन्दू कानूनों को अल्पसंख्यकों पर थोपने के रुप में प्रस्तुत किया जाने का कुप्रचार किया जा रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 1947 में हुए धर्माधारित विभाजन के पश्चात भी हम आज लगभग 70 वर्ष बाद भी उस विभाजनकारी व समाजघाती सोच को समाप्त न कर सकें बल्कि उन समस्त कारणों को अल्पसंख्यकवाद के मोह में फंस कर प्रोत्साहित ही करते आ रहे है। हमारे मौलिक व संवैधानिक अधिकारो व साथ में पर्सनल लॉ की मान्यताए कई बार विषम परिस्थितियां खड़ी कर देती है , तभी तो उच्चतम न्यायालय "समान नागरिक संहिता" बनाने के लिए सरकार से बार-बार आग्रह कर रहा है। Read more » Featured uniform civil code समान नागरिक संहिता
समाज साम्प्रदायिक सद्भाव एक मृग मरीचिका April 21, 2017 | 1 Comment on साम्प्रदायिक सद्भाव एक मृग मरीचिका राष्ट्रवाद को झुठलाने की एक और घटना जब सितम्बर 2008 में बटला हाउस (दिल्ली) में आजमगढ़ के आतंकियों को मारा गया तो उसमे दिल्ली पुलिस के शूरवीर इंस्पेक्टर के बलिदान को ही संदेहात्मक बना दिया और (छदम्) धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मुस्लिम आतंकियो के घर आजमगढ़ जाने की नेताओं में होड़ ही लग गयी थी। यहा तक समाचार आये थे कि उस समय सत्ता के शीर्ष को नियंत्रित करने वाली सोनिया गांधी ने भी आजमगढ़ के आतंकवादियों पर आंसू बहायें थे । Read more » communal harmony communal harmony in India Featured साम्प्रदायिक सद्भाव
विविधा “नागरिकों की सुरक्षा का प्रश्न” ….? April 15, 2017 / April 15, 2017 | 1 Comment on “नागरिकों की सुरक्षा का प्रश्न” ….? पिछले माह हमारे सेनानायक जनरल विपिन रावत ने अपने एक संदेश में स्पष्ट कहा था कि "जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल ज्यादा हताहत इसलिए हो रहें है क्योंकि 'स्थानीय लोग' उनके अभियान में बाधा डालते है और कई बार आतंकवादियों को भगाने में भी मदद करते है।'" इसके साथ ही उन्होंने अपने कड़े संदेश में स्थानीय कश्मीरी लड़कों को चेतावनी भी दी थी कि "जिन लोगों ने हथियार उठाये है और इस्लामिक स्टेट व पाकिस्तान के झंडे लहराकर आतंकवादी कृत्य करते है तो हम उनको राष्ट्रविरोधी तत्व मानेंगे और उनको पकड़ कर उन पर कड़ी कार्यवाही होगी ।" इस साहसिक बयान पर नेताओं समेत अनेक तथाकथित बुद्धिजीवियों की आलोचनाभरी नकारात्मक टिप्पणियां आयी थी। Read more » CRPF Featured जम्मू-कश्मीर सीआरपीएफ सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मियों पर हो रहें अत्याचार
विविधा कश्मीर में पैलेट गन क्यों नही… April 12, 2017 | Leave a Comment जबकि यह सर्वविदित ही है कि वर्षो से कश्मीर घाटी में अलगाववादियों व आतंकवादियों द्वारा प्रति लड़के/युवक को 500 से 1500 रुपये तक देकर सुरक्षाबलों पर हमले करवायें जाते आ रहे है। परिणामस्वरूप अनेक सुरक्षाकर्मी मारे भी गये और साथ ही सरकारी संपत्तियों की भी भारी क्षति हुई है। पिछले कुछ वर्षों के अतिरिक्त भी जुलाई 2016 में आतंकी बुरहानवानी के मारे जाने के बाद इन पत्थरबाजों की टोलियों ने कई माह तक विशेषतौर पर दक्षिण कश्मीर में सामान्य जनजीवन को ही बंधक बना दिया था। Read more » Featured आतंकी बुरहानवानी कश्मीर कश्मीर में पैलेट गन पैलेट गन
राजनीति भारतीय परिप्रेक्ष में राष्ट्रीय राजनीति का उदय April 10, 2017 | Leave a Comment निसंदेह एक साधारण से दिखने वाले युवक ने अपना जीवन धर्म की सेवा व साधना के लिये समर्पित करते हुए भगवा धारण किया। 'भगवा' मात्र रंग ही नही हमारी महान संस्कृति का सूचक और वाहक है। जिसका संदेश है..."असतो मा सदगमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय , मृत्योर्मामृतं गमय" अर्थात "हे भगवान मुझको असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर एवं मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो"। जिसको अपनाते हुए युवा अजय सिंह अपनी वर्षों की अथक तपस्या से योगी आदित्यनाथ बन गये। Read more » Featured तुष्टिकरण की नीतियां भारतीय परिप्रेक्ष मज़हबी आतंकवाद राष्ट्रीय राजनीति का उदय
राजनीति अलगाववादियों से कैसा लगाव ? April 7, 2017 | 1 Comment on अलगाववादियों से कैसा लगाव ? बड़ा खेद होता है जब इन विपक्षी नेताओं में अनेक आतंकवादी घटनाओं में पीड़ित व विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं की पीड़ा के प्रति कोई भाव ही नहीं जागता बल्कि उनकी दुर्दशा के जिम्मेदार अलगाववादियों से वार्तालाप करके मुसलमानों को ही संतुष्ट करना चाहते है । अनेक बार यह आवाज उठाई जाती है कि सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा ) को कश्मीर से हटा लिया जायें क्योंकि वहां सेनाओं के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है । परन्तु क्या वहां के आम नागरिको की सुरक्षा की कोई गारंटी लेगा ? बात-बात पर सेना को कोसने के पीछे केवल एक ही मंशा होती है कि भारत सरकार कश्मीरियों का उत्पीड़न कर रही है । Read more » "भारत तेरे टुकड़े होंगे" या "भारत की बर्बादी तक जंग जारी रहेगी" Farukh Abdulla favouring stone pelters Featured अब्दुल गनी भट्ट अलगाववादियों से लगाव अली शाह गिलानी असदुद्दीन ओवैसी कश्मीरी अलगाववादी कश्मीरी हिंदुओं की पीड़ा डी राजा भारतविरोधी गतिविधियों में सक्रिय मो.यासीन मालिक व शब्बीर शाह मौ.फारुक उमर राजनारायण यादव सीताराम येचूरी
विश्ववार्ता “आई एस आई” आतंकवाद का पोषक April 5, 2017 | Leave a Comment पिछले दिनों मोदी जी के "नोटबंदी" संबंधित कठोर निर्णय का स्वागत होना चाहिये क्योंकि आईएसआई के वर्षो पुराने "जाली मुद्रा" से सम्बंधित षडयंत्रो की विस्तृत जानकारी देश की जनता को है ही नही। जिसके अंतर्गत पिछले लगभग 25 वर्षो से 'जाली मुद्रा' के माध्यम से हमारी अर्थव्यवस्था को क्षति पहुँचाने के साथ साथ आतंकवादियों की भी आर्थिक सहायता होती आ रही है। जिससे आतंकवादियों के सैकड़ो संगठन अपने हज़ारों स्लीपिंग सेलो द्वारा लाखों देशद्रोहियो को पाल रहे है। Read more » Featured ISI आईएसआई इंटर सर्विसेस इंटेलिजेंस पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था "इंटर सर्विसेस इंटेलिजेंस मुस्लिम आतंकवाद
धर्म-अध्यात्म “शक्ति के उपासक बनें” March 30, 2017 | Leave a Comment भारत भूमि के महान सपूत महर्षि अरविन्द ने वर्षो पूर्व जब हम अंग्रेज़ो के अधीन थे, अपनी एक छोटी रचना ‘भवानी मंदिर’ की भूमिका में लिखा था कि “हमने शक्ति को छोड़ दिया है , इसलिए शक्ति ने भी हमें छोड़ दिया”। अतः पराधीनता में रहना हमारी दुर्बलता का ही परिणाम था। अनेक मनीषियों ने […] Read more » "शक्ति के उपासक बनें देश में मोदी प्रदेश में योगी"
राजनीति बिगड़ैल आज़म खान की सरकारी अकड़ March 18, 2017 | Leave a Comment वैसे उनकी मानसिकता को समझने के लिए 8 फरवरी 2012 को पिछले चुनावों की गोरखपुर में हुई एक सभा में मुसलमानों को भड़काते हुए उन्होंने जो कहा था वह पर्याप्त है कि "बदलाव लाओ और सपा सरकार के गुजरे उस कार्यकाल (2002 से 2007) को याद करो जब थाने के लोग "दाढ़ी" पर हाथ धरने से डरते थे"।( दैनिक जागरण 08.02.2012)। आज़म खान प्रदेश में दादागिरी दिखाते हुए मुसलमानों को भी दबंग बने रहने के लिए कहते थे। वे अधिकारियों के लिए उनसे कहते थे कि "अधिकारी न आपके रिश्तेदार है और न मेरे, आप चाबुक हाथ मे रखिये वह सब सुनेंगे "।( दैनिक जागरण 31.01.2013) । Read more » Azam khan Featured mis behaviour of Azam Khan आजम खान बिगड़ैल आज़म खान सरकारी अकड़
राजनीति मुस्लिम पोषित राजनीति को मुहंतोड़ जबाव March 16, 2017 | Leave a Comment क्योंकि जब जिहाद के नाम पर सिम्मी, इंडियन मुजाहीदीन, लश्करे-ए-तोइबा, अलक़ायदा आदि ने तो बम ब्लास्ट करके हज़ारो निर्दोष नागरिको का रक्त बहाया तो मुस्लिम पोषित राजनीति के उदासीन होने रहने का दुष्परिणाम यह हुआ कि विश्व का सबसे खूंखार आतंकी संगठन आई एस ने हमारे देश भारत में 2020 तक निज़ामे-ए-मुस्तफा स्थापित करके "खुरासान" बनाने की धमकी ही दे दी है। Read more » Featured muslim oriented politics muslim oriented politics of bsp mayawati muslim oriented politics of SP उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विधान सभा चुनावों मुस्लिम पोषित राजनीति
राजनीति राजनीति को पावन करें February 4, 2017 | Leave a Comment देश की वर्तमान स्थिति में प्रायः सभी राजनैतिक दलो के नेताओं में 5 विधान सभाओं में होने वाले चुनावों की सनसनाहट धीरे धीरे बढ़ती जा रही है।उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक असमंजस का वातावरण बना हुआ है। मुख्य बिंदू यह है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की संभावित जीत पर अंकुश कैसे […] Read more » राजनीति को पावन करें
मीडिया राष्ट्रीय समस्याओ से भटकती पत्रकारिता July 3, 2015 | Leave a Comment क्रिकेट माफिया ललित मोदी के सम्बन्ध में जिस प्रकार बीजेपी की नेत्री श्रीमती सुषमा स्वराज व श्रीमती वसुन्धरा राजे को कुछ दिनों से निरंतर निशाना बनाया जा रहा है और विभिन्न टीवी चेंनेल अपने पूर्वाग्रहो से ग्रस्त होने के कारण कुछ विपक्ष के नेताओ को लेकर अनावश्यक बड़ी बड़ी बहस करके क्या स्वतंत्र लोकतंत्र की […] Read more » पत्रकारिता राष्ट्रीय समस्या राष्ट्रीय समस्याओ से भटकती पत्रकारिता