धर्म-अध्यात्म ईश्वर के अस्तित्व के कुछ प्रमाण March 9, 2018 | 2 Comments on ईश्वर के अस्तित्व के कुछ प्रमाण मनमोहन कुमार आर्य संसार में दो प्रकार के मनुष्य है। इन्हें आस्तिक व नास्तिक नामों से जाना जाता है। आस्तिक उन मनुष्यों को कहते हैं जो यह मानते हैं कि संसार में ईश्वर नाम की सत्ता है जो हमें जन्म देती है और हमारी मृत्यु भी उसी के द्वारा होती है। दूसरे प्रकार के लोग […] Read more » Some evidence of God's existence ईश्वर
समाज काशी विश्वनाथ मन्दिर में पूजा में रूकावट ने स्वामी श्रद्धानन्द को नास्तिक बना दिया था March 9, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, सन् 1876 की घटना है। स्वामी श्रद्धानन्द जी पूर्व नाम मुंशीराम के पिता काशी में पुलिस अधिकारी थे। वह अपने पिता के पास रहकर शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। उनके जीवन पर पौराणिक पिता के संस्कार थे और वह मूर्तिपूजा आदि पौराणिक परम्पराओं का पालन करते थे। नियमित मन्दिर जाना भी उनकी […] Read more » an atheist Featured Pausing in worship at Kashi Vishwanath Temple swami shraddhanand Swami shraddhanand an atheist स्वामी श्रद्धानन्द
धर्म-अध्यात्म ईश्वर यदि पाप क्षमा करेगा तो संसार में अव्यवस्था फैल जायेगी March 9, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हम जिस संसार में रहते है वह संसार ईश्वर का बनाया हुआ है व उसी ईश्वर के शाश्वत नियमों के अनुसार चल रहा है। मनुष्य एक जीवात्मा है, उसे ज्ञान की प्राप्ति व कर्म करने के लिए ईश्वर ने यह मानव शरीर उसके पूर्व जन्म वा जन्मों के भोग करने योग्य कर्मों […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म देश का आजाद कराने का मन्त्र किसने दिया? March 9, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, भारत संसार का सबसे पुराना देश है। इसका पुराना नाम आर्यावर्त था। सृष्टि के आदिकाल में ईश्वर ने तिब्बत में मनुष्यों को उत्पन्न किया था। ईश्वर ने ही इन मनुष्यों को भाषा, सत्यधर्म और संस्कृति के ज्ञान के लिए चार वेदों का ज्ञान दिया था। ब्रह्मा जी मैथुनी सृष्टि में उत्पन्न प्रथम […] Read more » Rishi Dayanand आजाद
धर्म-अध्यात्म यदि ऋषि दयानन्द न आते? March 9, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द का जन्म 12 फरवरी, 1825 को गुजरात राज्य के मोरवी जिले के टंकारा कस्बे में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री कर्षनजी तिवारी था। जब उनकी आयु का चौदहवां वर्ष चल रहा था तो उन्होंने अपने शिवभक्त पिता के कहने पर शिवरात्रि का व्रत रखा था। शिवरात्रि को अपने […] Read more » ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म मृत्यु होने पर जीवात्मा की स्थिति व गति पर विचार March 6, 2018 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य हमें अपने एक विभागीय अधिकारी के परिवारजन की मृत्यु होने पर अन्त्येष्टि में सम्मिलित होने श्मशान घाट जाना पड़ा। वहां हमारे अनेक मित्र भी उपस्थित थे। हमारे साथ दो मित्र बातें कर रहे थे कि मरने के बाद कुछ दिन तक आत्मा परिवारजनों के साथ व आसपास ही रहती है। श्मशान में […] Read more » Death Featured what happens after death मृत्यु
लेख ईश्वर मनुष्यादि प्राणियों के सभी शुभाशुभ कर्मों का द्रष्टा व फलप्रदाता है March 4, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। यह समस्त दृश्यमान जगत ईश्वर ने बनाया है और वही इसका पालन कर रहा है। इस सृष्टि का इसकी अवधि पूरी होने पर प्रलय भी वही करता है। यह एक तथ्य है कि इससे पूर्व भी असंख्य बार सृजित हुई है व असंख्य बार ही इसका प्रलय भी हुआ है। यह […] Read more » ईश्वर
शख्सियत समाज साहसी वीर देशभक्त अमर शहीद पं. चन्द्रशेखर आजाद March 4, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आज भारत माता के वीर, निर्भय साहसी और अद्भुद देशभक्त शहीद पं. चन्द्रशेखर आजाद जी का बलिदान दिवस है। चन्द्रशेखर आजाद जी का देश की आजादी में प्रमुख योगदान था। उन्होंने देश को आजाद कराने का सही रास्ता चुना था और उसके लिए देश की स्वतन्त्रता के पावन यज्ञ में प्राणों की […] Read more » चन्द्रशेखर आजाद
धर्म-अध्यात्म सुख-दुख मुख्यतः हमारे जन्म-जन्मान्तर के कर्मों सहित देश-काल-परिस्थितियों से भी होते हैं March 1, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य जीवन उभय योनि है। इस योनि में मनुष्य कर्म करता भी है पूर्व किये हुए कर्मों का फल भोगता भी है। कर्म पूर्व जन्म व इस जन्म दोनों के हो सकते हैं। हमारे जन्म का आधार हमारे पूर्वजन्मों के कर्म व प्रारब्ध ही होता है। प्रारब्ध के अनुसार ही हमें […] Read more » सुख-दुख
धर्म-अध्यात्म मनुष्य को न अपने पूर्वजन्मों और न परजन्मों का ज्ञान है March 1, 2018 / March 1, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य अपने शरीर के हृदय स्थान में निवास करने वाली एक शाश्वत एव अल्पज्ञ चेतन आत्मा है। अल्पज्ञ जीवात्मा को माता, पिता, आचार्य की सहायता से ज्ञान अर्जित करना पड़ता है। इन साधनों से अर्जित ज्ञान को वह अनेकानेक ग्रन्थों के अध्ययन व स्वाध्याय तथा अपने विचार एवं चिन्तन से उन्नत करता […] Read more » Human beings have no knowledge of their past or future परजन्म पूर्वजन्म मनुष्य
धर्म-अध्यात्म पण्डित व विद्वान मनुष्य के लक्षण February 27, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य सामान्य व्यक्ति की दृष्टि में पण्डित ज्ञानी मनुष्यों को कहते हैं। ज्ञानी मनुष्य ही विद्वान कहलाता है और ब्राह्मण भी वेदों का सांगोपांग ज्ञान रखने वाले विद्वान व पण्डित को ही कहते हैं। ऋषि दयानन्द जी ने ‘व्यवहारभानु’ नाम से एक लघुग्रन्थ की रचना की है। इस पुस्तक में उन्होंने शास्त्र […] Read more » symptoms of Wise and scholarly man Wise and scholarly man
धर्म-अध्यात्म उपास्य-देव सर्वव्यापक ईश्वर की सन्ध्या करने से लाभ February 23, 2018 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को आर्यसमाज की स्थापना की थी। आर्यसमाज वेद प्रचार आन्दोलन है। वेद ईश्वरीय ज्ञान है और वेद में सभी सत्य विद्यायें बीज रूप में उपस्थित हैं। सब सत्य विद्या और जो पदार्थ विद्या से जाने जाते हैं उनका आदि मूल परमेश्वर है। परमेश्वर से विद्या […] Read more » Featured ईश्वर की सन्ध्या