विविधा अधूरे है मिलेनियम डेवलपमेंट गोल हासिल करने के प्रयास October 9, 2010 / December 21, 2011 | 3 Comments on अधूरे है मिलेनियम डेवलपमेंट गोल हासिल करने के प्रयास –पंकज चतुर्वेदी संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों ने एक लंबे आंकलन के बाद यह देखा की आज भी भू-भाग के कई हिस्से तरक्की के तमाम दावों के बाद भी विकास की दौड़ में बहुत पीछे है या ऐसा कहा जाये की विकास उन से कोसो दूर है तो असत्य नहीं होगा। अनेक देश गरीबी, […] Read more » Developement विकास
समाज क्या इस बार अयोध्या मसले का हल होगा? September 15, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on क्या इस बार अयोध्या मसले का हल होगा? -पंकज चतुर्वेदी इस समय सारे देश की निगाहें उत्तर-प्रदेश पर टिकी है, संभवता २४ सितम्बर को देश सबसे संवेदनशील राम जन्म-भूमि विवाद का कोई ठोस, सशक्त और सार्थक न्यायिक निर्णय देश के सामने आये। इस सब को लेकर देश भर में जिज्ञासा का वातावरण है ,वही सरकारें को भी अपनी पूरी दम-ख़म लगनी पड़ रही […] Read more » Ayodhya Movement अयोध्या आंदोलन
राजनीति वेदांता को समर्थन, उड़ीसा सरकार का छल August 28, 2010 / December 22, 2011 | 2 Comments on वेदांता को समर्थन, उड़ीसा सरकार का छल –पंकज चतुर्वेदी भारत अपने विकास के पथ पर तो बढ़ता जा रहा है लेकिन साथ-साथ देश में अमीर-गरीब के बीच की दूरियां भी लगातार बढती ही जा रही हैं। देश के कई भू-भागों में आज भी प्राकृतिक संसाधनों पर स्वामित्व का संघर्ष अपने चरम पर हैं, जहाँ एक ओर अपने जीवन यापन के लिए जंगल […] Read more » Orisa उड़ीसा वेदांता
विविधा खाद्यान्न महंगाई और विषम होती परिस्तिथियाँ August 19, 2010 / December 22, 2011 | 6 Comments on खाद्यान्न महंगाई और विषम होती परिस्तिथियाँ -पंकज चतुर्वेदी सन २००८ में आयी आर्थिक मंदी के बाद से विश्व भर में तमाम देशों की आर्थिक सेहत खराब बनी हुई है, कभी ऐसा लगता है कि अब हालत ठीक है तो कभी स्तिथि खराब लगने लगती है। इस बड़े आर्थिक प्रहार के बाद से दो वित्तीय वर्ष पूर्ण होने के उपरांत भी आर्थिक […] Read more » Inflation महंगाई
राजनीति राहुल गाँधी की लोकप्रियता के मायने August 16, 2010 / December 22, 2011 | 15 Comments on राहुल गाँधी की लोकप्रियता के मायने –पंकज चतुर्वेदी भारतीय उप-महाद्वीप में राजनितिक परिवारों से राजनेताओं के आने का सिलसिला बहुत पुराना है। पाकिस्तान में जुल्फिकार अली भुट्टो के परिवार से बेनज़ीर, दामाद आसिफ जरदारी तो है ही और अब नाती बिलावल और उसकी बहने बख्तावर और आसिफा भी पाक राजनीति जमात में शामिल होने को तैयार हैं, बस इनकी उम्र इन्हें […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गांधी
पर्यावरण ग्लोबल वार्मिंग से बिगड़ी भारत के मानसून की चाल August 3, 2010 / December 22, 2011 | 3 Comments on ग्लोबल वार्मिंग से बिगड़ी भारत के मानसून की चाल -पंकज चतुर्वेदी मानसून की टेढ़ी चाल से भारत में सभी हतप्रभ हैं। पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह से मानसून दगा दे रहा है। वो भारत जैसे कृषि प्रधान देश में भारी चिंता का विषय हैं। सामान्यतः मानसून शब्द का उपयोग भारी वर्षा के पर्याय के रूप में होता है, लेकिन वस्तुतः यह हवा की […] Read more » Global Warming ग्लोबल वार्मिंग
विश्ववार्ता पानी पर पाकिस्तान का झूठा प्रलाप July 12, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on पानी पर पाकिस्तान का झूठा प्रलाप – पंकज चतुर्वेदी दुनियाभर में पानी का उपयोग जितना बढ़ रहा है उससे ज्यादा गति से दुनिया में जनसंख्या बढ़ रही है, और धीरे-धीरे दुनियाभर में जल अभाव की स्थितियां बनती दिख रही है। विश्व बैंक के एक आकलन के मुताबिक आति व्यक्ति 100 से 200 लीटर पानी आतिदिन आवश्यक है, तभी हम आसानी से […] Read more » pakistan पाकिस्तान पानी
खेत-खलिहान कार्बन क्रेडिट्स से अनभिज्ञ हम और हमारी सरकारी नीतियां January 28, 2010 / December 25, 2011 | 4 Comments on कार्बन क्रेडिट्स से अनभिज्ञ हम और हमारी सरकारी नीतियां एक राष्ट्र की प्रगति में उद्योग एवं निर्माण कार्यों का बहुत बड़ा हाथ होता है और यहां उद्योग धंधे जिन प्रक्रियाओं से आगे बढ़ते हैं वह परिणामत: कार्बन या अन्य गैसों का उत्सर्जन करते हैं, जो अंतत: पृथ्वी के तापमान को बड़ाती है। क्योटो (जापान) प्रोटोकॉल के अनुसार ज्यादातर विकसित एवं विकासशील देशों ने ग्रीन […] Read more » Carbon credit कार्बन क्रेडिट
खेत-खलिहान नवीन हरित क्रांति की संभावनाएं एवं आवश्यकता January 27, 2010 / December 25, 2011 | Leave a Comment भारत को एक कृषि प्रधान देश माना जाता है एवं काफी लंबे समय से यह कहा जाता है कि इस देश की 70 प्रतिशत आबादी अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। भारत की कृषि परंपरा का इतिहास काफी पुराना है। समृद्ध कृषक राष्ट्र होने के कारण एक समय भारत को सोने की चिड़िया […] Read more » Green Revolution हरित क्रांति