कला-संस्कृति वर्त-त्यौहार पितृ ऋण से मुक्ति का पुण्यकाल है पितृ पक्ष September 8, 2025 / September 8, 2025 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment पितृ पक्ष: जहां श्रद्धा बनती है ऊर्जा और आशीर्वाद बनता है भाग्य– योगेश कुमार गोयलहिन्दू धर्म में पितृ पक्ष (श्राद्ध) को बहुत अहम माना गया है। श्राद्ध का अर्थ होता है ‘श्रद्धापूर्वक’। हमारे संस्कारों और पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने को ही श्राद्ध कहा जाता है। सरल शब्दों में कहें तो दिवंगत परिजनों को […] Read more » Pitru Paksha is the auspicious time to get freedom from ancestral debt पितृ पक्ष
कला-संस्कृति लोक का उत्सव करम September 2, 2025 / September 2, 2025 by कुमार कृष्णन | Leave a Comment कुमार कृष्णन करमा पर्व भाई-बहन के प्यार और प्रकृति से जुड़ा पर्व है। इसे न सिर्फ झारखंड बल्कि मघ्य प्रदेश,छतीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल सहित तमाम जनजातीय क्षेत्रों में पूरे उल्लास और उमंग के साथ बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। करमा जीवन में कर्म के महत्व का पर्व तो है ही, यह प्रकृति के सम्मान […] Read more » folk festival karma करमा पर्व
कला-संस्कृति भगवान विष्णु के दशावतारों का संयुक्त पूजन दशावतार व्रत September 1, 2025 / September 1, 2025 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध” भारतीय परंपरा व सनातन धर्म में विभिन्न देवताओं के अवतार की मान्यता है। विष्णु, शिव और अन्य देवी-देवताओं के कई अवतार माने गये हैं। मान्यतानुसार धर्म की हानि और अधर्म का उत्थान होने पर सज्जनों के परित्राण और दुष्टों के विनाश के लिए इनका अवतरण होता है। त्रिदेवों में से एक भगवान विष्णु […] Read more » Dashavatara Vrat is a joint worship of the ten incarnations of Lord Vishnu दशावतार व्रत
कला-संस्कृति आंचलिक पर्यटन से विश्व पर्यटन की ओर September 1, 2025 / September 1, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भारत ग्रामों का देश है। 70 प्रतिशत आबादी ग्रामों में रहती है। ये ग्राम ही संस्कृति, विरासत और वन्य जीवन को संरक्षित किए हुए हैं। ग्राम संस्कृति में ही समाहित वह लोक है, जिसमें खेती-किसानी, हस्तशिल्प, लोककला और लोकगायन आज भी किसी न किसी रूप में प्रचलन में हैं। यही वे ग्रामीण क्षेत्र हैं, जिनमें नदियों, मंदिरों, षैलचित्रों, वन्यजीवों और हस्तशिल्प की वैभव […] Read more » From regional tourism to global tourism world tourism
कला-संस्कृति प्रेम, भक्ति एवं शक्ति की अनंत ज्योति हैं राधाजी August 30, 2025 / September 1, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment राधाष्टमी- 31 अगस्त, 2025-ललित गर्ग- भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी का दिन भारतीय संस्कृति में प्रेम, भक्ति, शक्ति और समर्पण का अनोखा पर्व लेकर आता है-यह है राधाष्टमी। इसे राधा रानी का जन्मोत्सव माना जाता है। यह केवल किसी भक्ति की शिखर नारी चरित्र के जन्मोत्सव का पर्व नहीं, बल्कि उस दिव्य शक्ति की अभ्यर्थना […] Read more » राधाष्टमी
कला-संस्कृति रामचरितमानस में श्रीराम दर्शन August 28, 2025 by डॉ. नीरज भारद्वाज | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज भगवान श्रीराम के दर्शनों के लिए यह मानव रूपी जीव लालायित रहा है। भगवान का धरा धाम पर आना भी एक पूर्ण योजना के आधार पर ही होता है। गोस्वामी तुलसीदास लिखते हैं कि, जब–जब होई धर्म कै हानी। बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी।। तब तब धरि प्रभु विविध शरीरा, हरहि दयानिधि सज्जन पीरा।। भगवान श्रीमद्भगवतगीता के अध्याय चार के श्लोक […] Read more »
कला-संस्कृति गणेश वंदना August 27, 2025 / August 28, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment वक्रतुण्ड महाकाय,तेज तुम्हारा अनुपम छाय।सूर्यकोटि सम प्रभु दाता,विघ्न हरन जग के त्राता॥ गणपति बाप्पा मोरया,विघ्न विनाशक मोरया।सर्वकार्य सिद्धि कराओ,करुणा धारा बरसाओ॥ जहाँ तुम्हारा नाम लिया जाए,वहाँ न संकट पास आए।भक्ति-दीप हम जलाएँ,मन मंदिर में तुम्हें समाएँ॥ ज्ञान-विवेक का दीप जलाओ,भक्तों को सुख-शांति दिलाओ।मंगल-कथा सदा सुनाएँ,सिद्धि विनायक घर बसाएँ॥ गणपति बाप्पा मोरया,विघ्न विनाशक मोरया।सर्वकार्य सिद्धि कराओ,करुणा […] Read more »
कला-संस्कृति गणेश हैं विघ्नहर्ता-मंगलकर्ता एवं जीवंत राष्ट्रीयता के प्रतीक August 27, 2025 / August 28, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment गणेश चतुर्थी- 27 अगस्त, 2025 पर विशेष-ललित गर्ग- भारतीय संस्कृति और धर्मजगत में गणेशजी का स्थान अद्वितीय है। वे विघ्नहर्ता, बुद्धिदाता, मंगलकर्ता और उन्नत राष्ट्र-निर्माता हैं। वे न केवल भारतीय संस्कृति एवं जीवनशैली के कण-कण में व्याप्त है बल्कि विदेशों में भी घर-कारों-कार्यालयों एवं उत्पाद केन्द्रों में विद्यमान हैं। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत […] Read more » गणेश चतुर्थी
कला-संस्कृति भक्ति, संस्कृति और सामाजिकता का संगम : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी August 23, 2025 / August 23, 2025 by डा. शिवानी कटारा | Leave a Comment जन्माष्टमी, जिसे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। भगवान श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व धर्म, नीति, प्रेम, करुणा और कूटनीति का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है, और उनका जन्मोत्सव सनातन संस्कृति के इन मूल्यों को पीढ़ी-दर-पीढ़ी संचारित करता आया है।श्रीमद्भागवत, महाभारत और विष्णु […] Read more »
कला-संस्कृति आत्मउन्नयन एवं जीवन-जागृति का पर्व है पर्युषण August 19, 2025 / August 23, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment पर्युषण महापर्व- 20-27 अगस्त, 2025-ललित गर्ग- जैन धर्म में पर्युषण महापर्व का अपना विशेष महत्व है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि आत्मा की गहराइयों तक जाने का, आत्मनिरीक्षण करने का और आत्मशुद्धि का अनूठा पर्व है। जैन संस्कृति ने सदियों से इस पर्व को आत्मकल्याण, साधना और तपस्या का महान माध्यम बनाया है। […] Read more » Paryushan is a festival of self-improvement and life-awakening आत्मउन्नयन एवं जीवन-जागृति का पर्व पर्युषण
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म श्रीकृष्ण हैं शाश्वत एवं प्रभावी सृष्टि संचालक August 16, 2025 / August 16, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव-जन्माष्टमी- 16 अगस्त 2025 पर विशेष-ललित गर्ग – भगवान श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति के ऐसे अद्वितीय महापुरुष हैं, जिनके व्यक्तित्व में आध्यात्मिक ऊँचाई, लोकनायकत्व, व्यावहारिक बुद्धिमत्ता और कुशल प्रबंधन का अद्भुत संगम दिखाई देता है। वे केवल एक धार्मिक देवता नहीं, बल्कि सृष्टि के महाप्रबंधक, समय के श्रेष्ठ रणनीतिकार और जीवन के महान शिक्षक-संचालक […] Read more » श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव-जन्माष्टमी
कला-संस्कृति उडुपी का श्री कृष्ण मंदिर : जहाँ फर्श पर भक्त ग्रहण करते हैं प्रसाद August 15, 2025 / August 15, 2025 by कुमार कृष्णन | Leave a Comment कुमार कृष्णन उडुपी को दक्षिण भारत का मथुरा कहा जाता है। यहां का कृष्ण मंदिर दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर अपने आप में भक्ति के साथ आश्चर्य को समेटे हुए हैं। भगवान श्री कृष्ण का यह मंदिर आस्था का केन्द्र है। यहां मनोकामना पूरी होने पर भक्त […] Read more » Sri Krishna Temple of Udupi: Where devotees take prasad on the floor उडुपी का श्री कृष्ण मंदिर