बच्चों का पन्ना विविधा बाल पंचायत: बच्चों की अपनी सरकार November 18, 2016 by रामकुमार विद्यार्थी | Leave a Comment अंतराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस पर विशेष बाल पंचायत: बच्चों की अपनी सरकार रामकुमार विद्यार्थी बच्चे आने वाला कल हैं, वे देश का भविष्य हैं ! ऐसी बातें हम सालों से सुनते आ रहे हैं । लेकिन इन बच्चों का आज बना रहे इसके लिए हम क्या कर रहे हैं ? इन सवालों को लेकर बांलपंचायत […] Read more » Featured बाल पंचायत
कविता बच्चों का पन्ना साहित्य बचपन की कैद November 14, 2016 by लक्ष्मी अग्रवाल | Leave a Comment नन्हें नन्हें कांधों पर वजन उठाये कौन सी जंग लड़ रहे हैं ये ज़िन्दगी के मासूम सिपाही। क्या यही है इनके लिये ज़िन्दगी की अनमोल सौगात? कब तक यूँ ही बोझा ढोयेंगे ये नन्हें-नन्हें कोमल हाथ? क्या यही है इनके लिये ज़िन्दगी के असली मायने? या देख पाएंगे ये भी कभी बचपन के सपने सुहाने? गुड्डे-गुड़ियों का घर सजाने […] Read more » बचपन की कैद
बच्चों का पन्ना समाज एक चुनौती:-बच्चों को ‘ना’ कैसे कहें November 13, 2016 / November 13, 2016 by विकास मित्तल | Leave a Comment बच्चा आपके बराबर नहीं है। इसलिए यह ज़रूरी नहीं कि माँ बाप ने जिस बात के लिए ‘ना’ कहा है, उस बारे में बच्चे से बहस करें, मानो उनको यह साबित करना है कि उनका ‘ना’ कहना सही है। यह सही है कि जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, उसे “अपनी सोचने-समझने की शक्ति का प्रयोग करके सही-गलत में फर्क करना आना चाहिए।माँ बाप बच्चे के साथ तर्क तो करे मगर उससे लंबी-चौड़ी बहस मत कीजिए कि आपने उसको ‘ना’ क्यों कहा। Read more » Featured बच्चों को ‘ना’ कैसे कहें
जन-जागरण बच्चों का पन्ना समाज बिना बाल शिक्षा के देश के उज्जवल भविष्य की कल्पना करना निरर्थक November 13, 2016 / November 14, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment वर्तमान में भारत देश में कई जगहों पर आर्थिक तंगी के कारण माँ-बाप ही थोड़े पैसों के लिए अपने बच्चों को ऐसे ठेकेदारों के हाथ बेच देते हैं, जो अपनी सुविधानुसारउनको होटलों, कोठियों तथा अन्य कारखानों आदि में काम पर लगा देते हैं। और उन्हीं होटलों, कोठियों और कारखानों के मालिक बच्चों को थोड़ा बहुत खाना देकरमनमाना काम कराते हैं। और घंटों बच्चों की क्षमता के विपरीत या उससे भी अधिक काम कराना, भर पेट भोजन न देना और मन के अनुसार कार्य न होने पर पिटाईयही बाल मजदूरों का जीवन बन जाता है। Read more » Children day Featured बाल दिवस
बच्चों का पन्ना समाज हम क्यों नहीं बन सकते जीनियस ? August 8, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – एक सूफी कहावत है कि खुद को बेहतर बनाना ही, बेहतर गांव, बेहतर शहर, बेहतर देश और बेहतर दुनिया बनाने की ओर पहला कदम होता है।’ चाहता तो हर कोई बेहतर करना ही है, लेकिन बेहतर करने के लिये सबसे पहले इस बात की जरूरत है कि वह अपने आपको गंभीरता से […] Read more » how to become genius बन सकते जीनियस
बच्चों का पन्ना विविधा चित्रकला बनाना कैसे सीखें….? आइये जानें August 8, 2016 / September 9, 2017 by पवन तिवारी | 8 Comments on चित्रकला बनाना कैसे सीखें….? आइये जानें आज के आधुनिक युग में तमाम कलाएं व शैलियाँ भारत में फल- फूल रही हैं. उन्ही में एक तेजी से पल्लवित – पुष्पित होती कला का नाम है ”चित्र कला” जिन्हें कुछ लोग पेंटिंग भी कहते हैं.आज मैं इसी विधा के बारे में बताऊंगा कि कैसे एक ‘’चित्र कला प्रेमी’’ बिना किसी प्रशिक्षण के पेंटिंग […] Read more » चित्रकला बनाना कैसे सीखें
बच्चों का पन्ना विविधा अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस – 18 जून June 16, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा- राधेश्याम द्विवेदी 18 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दोस्तों और परिवारों को एक साथ अच्छा समय बिताने का और खुशियाँ मनाने का दिन होता है। इनडोर या आउटडोर पिकनिक की योजना बनाएँ और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ इसके मजे लें। इस पिकनिक […] Read more » International Picnic Day अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस
जन-जागरण बच्चों का पन्ना समाज क्या इतना बुरा हूँ में माँ,तो……… May 8, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment परीक्षाओं एवं प्रतियोगिताओं का समय चल रहा है और हमारे बच्चों द्वारा आत्महत्याएं समाचार पत्रों की सुर्खियाँ बनी हुई हैं। पूरे देश में हमारे बच्चे परीक्षा दे रहे हैं या दे चुके हैं और इस दौरान बच्चों से ज्यादा मनोवैज्ञानिक दबाव में माता पिता रहते हैं जिसे वह जाने अनजाने अपने बच्चों के भीतर स्थानांतरित […] Read more » examination stress Featured इतना बुरा हूँ में माँ
बच्चों का पन्ना समाज बाल श्रम के कलंक से मुक्ति कब? January 6, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment स्निग्धा श्रीवास्तव मैं उसका नाम नहीं जानती। लेकिन अकसर अपने घर से मेट्रो तक आने-जाने के दौरान उसे सड़कों से पालीथिन, कागज, प्लास्टिक और लोहे के टुकड़ों को बीनते देखती हूं। अगर हम अपने आसपास नजर दौड़ाएं, तो रेस्टोरेंट, ढाबों, दुकानों और अन्य जगहों पर बच्चे काम करते हुए मिल जाएंगे। चौदह साल से कम […] Read more » child labour Featured when to end child labour बाल श्रम के कलंक से मुक्ति
कहानी बच्चों का पन्ना साइकिल December 13, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment राजू कई दिन से साइकिल सीखने की जिद कर रहा था। उसके साथ के कई लड़के साइकिल चलाते थे; पर उसके घर वालों को लगता था कि वह अभी छोटा है, इसलिए चोट खा जाएगा। अतः वे हिचकिचा रहे थे। यों तो घर में एक साइकिल थी, जिसे पिताजी चलाते थे; पर वह बड़ी थी। […] Read more » साइकिल
बच्चों का पन्ना समाज बच्चों का बिगड़ता बचपन December 11, 2015 by अश्वनी कुमार, पटना | Leave a Comment एक जमाना था जब बच्चे नानी-दादी की गोद में परी कथायों की रंगीन दुनिया में खो जाते और नींद में ही बुन लेते सपनों का एक सुनहरा संसार| एक अजीब सा वक्त, जिसमें न कोई फिक्र न कोई गम और न ही किसी की परवाह| याद है, जब हम हम बच्चे थे तो उस समय […] Read more » Featured बच्चों का बिगड़ता बचपन बिगड़ता बचपन
बच्चों का पन्ना विविधा सरल श्लोकों से बाल संस्कार December 2, 2015 / December 2, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 9 Comments on सरल श्लोकों से बाल संस्कार डॉ, मधुसूदन सूचना: मित्रों के अनुरोध पर: सरल श्लोकों का चयन, बालकों को हिन्दी-संस्कृत उच्चारण के अभ्यास के लिए। सूचना: (आप एक या आधी पंक्ति गाकर बच्चों को पीछे दोहराने के लिए कहें।) अर्थ कभी भी समझा जा सकेगा। पर उच्चारण बालकपन के १० वर्षों में ही सुदृढ हो सकेगा। शुद्ध उच्चारण बालकों का शुद्ध […] Read more » Featured बाल संस्कार सरल श्लोकों से बाल संस्कार