धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार महाशिवरात्रि 2017 पर बने हैं ये विशेष योग — February 20, 2017 / February 20, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment –,हमारे देश में सभी त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाए जाते है। फिर वह चाहे दिवाली हो, होली हो या महाशिवरात्रि। आगामी 24 फरवरी 2017 को महाशिवरात्रि है। ऐसे में सभी श्रद्धालू धूम धाम से शिवरात्रि की तैयारी में लगे हुए है। देशभर के सभी शिव मंदिरों में धूम मची हुई है। विशेष बात यह […] Read more » Featured महाशिवरात्रि 2017
धर्म-अध्यात्म ऋक्सूक्ति रत्नाकर वैदिक साहित्य का एक प्रमुख महनीय ग्रन्थ February 17, 2017 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on ऋक्सूक्ति रत्नाकर वैदिक साहित्य का एक प्रमुख महनीय ग्रन्थ मनमोहन कुमार आर्य वेद सब सत्य विद्याओं की पुस्तक है। वेद का पढ़ना पढ़ाना और सुनना सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है। यह वाक्य सभी ऋषि भक्तों व आर्यसमाज के सदस्यों के जिह्वाग्र पर विद्यमान रहता है। हम यदि चारों वेदों का अध्ययन करें तो इसके लिए कई महीनों का समय लग सकता है। […] Read more » ऋक्सूक्ति रत्नाकर
धर्म-अध्यात्म श्रेष्ठ एवं आदर्श महापुरुष ऋषि दयानन्द February 17, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द संसार के मनुष्यों व सभी ज्ञात महापुरुषों में सर्वश्रेष्ठ आदर्श महापुरुष हैं। इसके अनेक कारण एवं प्रमाण हैं जिनके आधार यह निष्कर्ष निकलता है। महाभारतकाल वर्तमान से लगभग 5,200 वर्ष पूर्व है। महाभारत काल के बाद ऐसे अनेक पुरुष व महापुरुष हुए जिनके बारे में देश व संसार के लोगों […] Read more » ऋषि दयानन्द श्रेष्ठ एवं आदर्श महापुरुष
धर्म-अध्यात्म हम क्यों नहीं चढ़ाएं शिवलिंग पर दूध ?? February 16, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment “मैं अपने धर्म की शपथ लेता हूँ, मैं इसके लिए अपनी जान दे दूंगा. लेकिन यह मेरा व्यक्तिगत मामला है. राज्य का इससे कुछ लेना-देना नहीं. राज्य का काम धर्मनिरपेक्ष कल्याण, स्वास्थ्य , संचार, आदि मामलों का ख़याल रखना है, ना कि तुम्हारे और मेरे धर्म का.” – महात्मा गाँधी आजकल सोशल मिडिया पर आयेदिन […] Read more » milk offerings on shivalinga why shouldn't be offer milk on shivlinga चढ़ाएं शिवलिंग पर दूध
जन-जागरण ज्योतिष धर्म-अध्यात्म गृह कलह रोकेंगे ये उपाय— February 16, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment सामजिक व्यवस्था में घर-परिवार का अपना महत्व है, जहां सभी सदस्य मिल-जुलकर रहते हैं तथा एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए भरण-पोषण की जिम्मेदारी निभाते हैं। परिवार में बने रिश्तों की डोर बड़ी नाजुनिवारण क होती है, एकता प्रेम और स्नेह भाव बनाए रखने के प्रयास के बावजूद कई बार छोटी-छोटी बातों को लेकर […] Read more » गृह कलह
जन-जागरण ज्योतिष धर्म-अध्यात्म ज्योतिष में पेड़-पौधों की उपयोगिता February 16, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | 1 Comment on ज्योतिष में पेड़-पौधों की उपयोगिता पर्यावरण को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाये रखने में वृक्षों का महत्वपूर्ण योगदान है। एक वृक्ष सौ पुत्रों से भी बढ़कर है क्योंकि वह जीवन भर अपने पालक को समान एवं निःस्वार्थ भाव से लाभ पहुंचाता रहता है। भविष्य पुराण के अनुसार संतानहीन मनुष्य द्वारा लगाया गया वृक्ष लौकिक और पारलौकिक कर्म करता है। लोमेश […] Read more » ज्योतिष ज्योतिष में पेड़-पौधों की उपयोगिता पेड़-पौधों की उपयोगिता
धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार शिव का भौतिक एवं वैज्ञानिक महत्व February 14, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव संपूर्ण संस्कृत वांग्मय में शिव साधु रूप में हैं। माया मोह से लगभग निर्लिप्त हैं। शिव अपने शरीर पर जो वस्तुएं धारण किए हुए हैं,उनमें भी वैभव के प्रतीक नहीं झलकते। उनके शरीर पर राख मली हुई है। जटा-जूट धारी हैं। कई सर्प उनके गले और हाथों में गहनों की तरह शोभायमान हैं। […] Read more » Featured शिव शिव का भौतिक महत्व शिव का महत्व शिव का वैज्ञानिक महत्व
धर्म-अध्यात्म सन्त गुरू रविदास और आर्य समाज February 10, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment सन्त रविदास जी सन् 1377 में जन्में व सन् 1527 में मृत्यु को प्राप्त हुए। ईश्वर की कृपा से उन्हें काफी लम्बा जीवन मिला। यह उस काल में उत्पन्न हुए जब हमारे देश में अन्य कई सन्त, महात्मा, गुरू, समाज सुधारक पैदा हुए थे। गुरूनानक (जन्म 1497), तुलसीदास (जन्म 1497), स्वामी रामानन्द (जन्म 1400), सूरदास (जन्म 1478), कबीर (1440-1518), मीराबाई (जन्म 1478) आदि उनके समकालीन थे। गुरू रविदास जी के जीवन काल में देश में सन् 1395-1413 अवधि में मैहमूद नासिरउद्दीन, सन् 1414-1450 अवधि में मुहम्मद बिन सईद तथा सन् 1451 से 1526 तक लोधी वंश का शासन रहा। Read more » sant ravidas jayanti आर्य समाज रविदास सन्त गुरू रविदास
धर्म-अध्यात्म मनुष्य जीवन का अन्तिम व महानतम लक्ष्य मोक्ष प्राप्ति February 9, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य संसार में ईश्वर की बहुत चर्चा होती है। घोर अज्ञानी व्यक्ति भी ईश्वर को मानता है और परम्परा से प्राप्त ज्ञान के अनुसार ईश्वर की उपासना वा उसकी पूजा करता है, भले ही उसका वह कृत्य यथार्थ उपासना न होकर अन्धविश्वास व पाखण्डपूर्ण कृत्य ही क्यों न हो। महर्षि दयानन्द भी गुजरात […] Read more » मनुष्य जीवन का अन्तिम महानतम लक्ष्य मोक्ष प्राप्ति
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म हिन्दू धर्म के आदि रक्षक संत रैदास February 9, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment 10 फर. माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती पर विशेष – लगभग सवा छः सौ वर्ष पूर्व 1398 की माघ पूर्णिमा को काशी के मड़ुआडीह ग्राम में संतोख दास और कर्मा देवी के परिवार में जन्में संत रविदास यानि संत रैदास को निस्संदेह हम भारत में धर्मांतरण के विरोध में स्वर मुखर करनें वाली और स्वधर्म […] Read more » 10 feb 2017. माघ पूर्णिमा Featured संत रविदास जयंती संत रैदास हिन्दू धर्म के आदि रक्षक
धर्म-अध्यात्म शिवरात्रि को ऋषि दयानन्द को हुए बोध से देश व विश्व का अपूर्व कल्याण हुआ February 8, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वेदों के अपूर्व ऋषि और आर्यसमाज के संस्थापक ऋषि दयानन्द सरस्वती को मंगलवार 12 फरवरी, सन् 1839 को शिवरात्रि के दिन बोध हुआ था। क्या बोध हुआ था, यह कि उनके पिता व परिवार जन जिस शिव मूर्ति के रूप में शिव लिंग की पूजा करते थे वह सच्चा व यथार्थ ईश्वर […] Read more » ऋषि दयानन्द शिवरात्रि
धर्म-अध्यात्म स्वामी सर्वदानन्द सरस्वती और उनके आर्यसमाजी बनने की प्रेरणादायक घटना February 7, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य स्वामी सर्वदानन्द सरस्वती जी आर्यसमाज के विख्यात संन्यासी हुए हैं। आपने अलीगढ़ में एक गुरुकुल का सचालन भी किया जिसमें पं. ब्रह्मदत्त जिज्ञासु जी संस्कृत व्याकरण आदि पढ़ाते थे। इसी गुरुकुल में हमारे दो प्रमुख विद्वान पं. युधिष्ठिर मीमांसक एवं आचार्य भद्रसेन जी भी पढ़े थे। आर्यसमाजी बनने से पहले स्वामी जी […] Read more » swami sarvanand saraswati स्वामी सर्वदानन्द सरस्वती