कला-संस्कृति जन-जागरण धर्म-अध्यात्म जानिए चंद्र नमस्कार के लाभ February 6, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment सूर्य नमस्कार आसन के बारे में आपको तो पता ही होगा। अब हम बात कर रहे हैं चंद्र नमस्कार के बारे में। यह आसन इंसान को उर्जा देता है। चंद्र नमस्कार को केवल पंद्रह से दस मिनट तक करने से इंसान को कई तरह के फायदे मिलते हैं जैसे शरीर में उर्जा का आना, कल्पनाशक्ति […] Read more » Featured चंद्र नमस्कार चंद्र नमस्कार के लाभ
धर्म-अध्यात्म मनुष्य का धर्म सद्ज्ञान व विवेक की प्राप्ति और उसके अनुसार आचरण कर धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की प्राप्ति है’ February 4, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्यों को अपने कर्तव्यों का ज्ञान कहां से प्राप्त हो सकता है? क्या मत-मतान्तरों की शिक्षा से कर्तव्यों का यथार्थ ज्ञान मिलता है कि जिससे मनुष्य जीवन का उद्देश्य पूरा होता हो? ऐसा नहीं है। यदि ऐसा होता तो फिर सभी मनुष्य आपस में प्रेम से रहते और उनकी धार्मिक, आत्मिक, मानसिक, […] Read more » अर्थ आचरण कर धर्म काम मनुष्य का धर्म मनुष्य का धर्म विवेक की प्राप्ति मनुष्य का धर्म सद्ज्ञान मोक्ष की प्राप्ति
धर्म-अध्यात्म फ़ेस बुक पेज़ से बसन्त पंचमी February 3, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment 1.सृष्टि के प्रारंभिक काल में भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्मा ने जीवों, खासतौर पर मनुष्य योनि की रचना की। अपनी सर्जना से वे संतुष्ट नहीं थे। उन्हें लगता था कि कुछ कमी रह गई है जिसके कारण चारों ओर मौन छाया रहता है। विष्णु से अनुमति लेकर ब्रह्मा ने अपने कमण्डल से जल छिड़का, […] Read more » बसन्त पंचमी
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म विविधा फिर आया वसंत धरती पर January 31, 2017 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment डॊ. सौरभ मालवीय आओ आओ कहे वसंत धरती पर, लाओ कुछ गान प्रेमतान लाओ नवयौवन की उमंग नवप्राण, उत्फुल्ल नई कामनाएं घरती पर कालजयी रचनाकार रवींद्रनाथ टैगोर की उक्त पंक्तियां वसंत ऋतु के महत्व को दर्शाती हैं. प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में ऋतुओं का विशेष महत्व रहा है. इन ऋतुओं ने विभिन्न प्रकार […] Read more » Basant Panchmi Basant rity Featured ॠतुराज वसंत को नमन वसंत वसंत पंचमी
चिंतन धर्म-अध्यात्म ईश्वर से विज्ञान एवं राज्यादि ऐश्वर्य की प्रार्थना होने से वेद संसार के सर्वोत्तम धर्मग्रन्थ January 30, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द महाभारत काल के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने संसार को ईश्वर, जीव व प्रकृति, इन तीन सत्ताओं का सिद्धान्त दिया जिसे त्रैतवाद के नाम से जाना जाता है। यह सिद्धान्त युक्ति, तर्क तथा प्रत्यक्षादि प्रमाणों से भी सिद्ध होता है। इस कारण इसके विपरीत अन्य सभी सिद्धान्त अपूर्ण व दोषपूर्ण होने […] Read more » ईश्वर राज्यादि ऐश्वर्य की प्रार्थना विज्ञान वेद संसार के सर्वोत्तम धर्मग्रन्थ
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार जानिए आखिर क्या है बसंतोत्सव / बसंत पर्व / “बसंत पंचमी” अथवा मधुमास पर्व …. January 29, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी कहा जाता है। माना जाता है कि विद्या, बुद्धि व ज्ञान की देवी सरस्वती का आविर्भाव इसी दिन हुआ था। इसलिए यह तिथि वागीश्वरी जयंती व श्री पंचमी के नाम से भी प्रसिद्ध है। ऋग्वेद के 10/125 सूक्त में सरस्वती देवी के असीम प्रभाव व […] Read more » Basant Panchami Saraswati Pooja Saraswati Puja बसंत पंचमी बसंत पर्व बसंतोत्सव मधुमास पर्व माँ सरस्वती सरस्वती पूजा
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म कैसे मनाएं मौनी अमावस्या 2017 — January 29, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या ‘सोमवती अमावस्या’ कहलाती है। ऐसा संयोग कम ही होता है जब अमावस्या सोमवार के दिन हो। सोमवार भगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या तो पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है।स्नान, दान और पुण्य की मौनी अमावस्या इस बार आज 27 जनवरी 2017 को […] Read more » मौनी अमावस्या
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार मर्यादा महोत्सव है तेरापंथ का महाकुंभ मेला January 28, 2017 / January 28, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment 153वें मर्यादा महोत्सव- 3 फरवरी, 2017 – ललित गर्ग भारत की वसुंधरा ऋषिप्रधान है। भारतीय संस्कृति में दो प्रकार की पद्धतियों का प्रचलन हैµ एक है श्रमण संस्कृति, और दूसरी है वैदिक संस्कृति। दोनों ही संस्कृतियों में अनेक पर्व, उत्सव मनाए जाते है। पर्व, उत्सव क्यों मनाए जाते है? क्योंकि इन उत्सवों के माध्यम से […] Read more » तेरापंथ तेरापंथ का महाकुंभ मेला तेरापंथ धर्मसंघ महाकुंभ मेला
धर्म-अध्यात्म ईश्वर से विज्ञान एवं राज्यादि ऐश्वर्य की प्रार्थना होने से वेद संसार के सर्वोत्तम धर्मग्रन्थ January 26, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द महाभारत काल के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने संसार को ईश्वर, जीव व प्रकृति, इन तीन सत्ताओं का सिद्धान्त दिया जिसे त्रैतवाद के नाम से जाना जाता है। यह सिद्धान्त युक्ति, तर्क तथा प्रत्यक्षादि प्रमाणों से भी सिद्ध होता है। इस कारण इसके विपरीत अन्य सभी सिद्धान्त अपूर्ण व दोषपूर्ण होने […] Read more » वेद वेद संसार के सर्वोत्तम धर्मग्रन्थ
धर्म-अध्यात्म सत्यधर्म का निश्चय, उसका आचरण और उसके जानकारों के कर्तव्य January 19, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य देश में अनेक मत-मतान्तर, पंथ व सम्प्रदाय आदि हैं। आजकल इन सभी को धर्म की संज्ञा दी जाती है। हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, ईसाई व इस्लाम को भी धर्म के नाम से ही सम्बोधित किया जाता है। किसी मत व पन्थ को किन्हीं व्यक्तियों द्वारा धर्म कहना उनकी अज्ञानता को ही प्रकट […] Read more » सत्यधर्म
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार क्यों कहते हैं शिवरात्रि ? January 18, 2017 / January 18, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | 1 Comment on क्यों कहते हैं शिवरात्रि ? वर्ष 2017 महा शिवरात्रि —————————————————————————————- महाशिवरात्रि 2017 में 24 फरवरी— निशिथ काल पूजा- 24:08 से 24:59 पारण का समय- 06:54 से 15:24 (25 फरवरी) चतुर्दशी तिथि आरंभ- 21:38 (24 फरवरी) चतुर्दशी तिथि समाप्त- 21:20 (25 फरवरी) ——————————————————————- हिंदु शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव मनुष्य के सभी कष्टों एवं पापों को हरने वाले हैं। सांसरिक कष्टों […] Read more » mahashivratri Mahashivratri in 2017 कालरात्रि जानिए क्यों कहते हैं शिवरात्रि महाशिवरात्रि मंत्र एवं समर्पण वर्ष 2017 महा शिवरात्रि
धर्म-अध्यात्म सबको आनन्द देने वाला परमेश्वर हम सब पर सब ओर से सर्वदा सुख की वृष्टि करे January 12, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य परमेश्वर का भली-भांति ध्यान करने को सन्ध्या कहते हैं। सन्ध्या करने का समय रात और दिन के संयोग समय दोनों सन्धि-वेलाओं में है। इस समय सब मनुष्यों को परमेश्वर की स्तुति, प्रार्थना और उपासना अवश्यमेव करनी चाहिये। ऋषि दयानन्द जी के अनुसार सभी मनुष्यों को समाधिस्थ होकर योगियों की भांति परमात्मा […] Read more »