चिंतन धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द के अनुसार कृष्ण लीला से कृष्णजी का अपमान होता है” August 7, 2019 / August 7, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द जी का जिन दिनों मेरठ में आगमन हुआ था, तब वहां ‘धर्मरक्षिणी सभा’ की ओर से तीन प्रश्न प्रश्न उपस्थित किये गये थे जिनका स्वामी जी ने अपने व्याख्यान में उत्तर दिया था। ऋषि के व्याख्यानों में उपस्थित एक ऋषि भक्त ने उनके दिये उत्तरों को नोट कर लिया […] Read more » krishn leela Krishna Rishi Dayanand
धर्म-अध्यात्म अमरनाथ यात्रा : साम्प्रदायिक सौहार्द की भी मिसाल August 7, 2019 / August 7, 2019 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी कश्मीर के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों से होकर गुज़रने वाली श्री अमरनाथ यात्रा को हिंदुओं के प्रमुख तीर्थों में माना जाता है. अमरनाथ गुफा में प्रकृतिक रूप से निर्मित बर्फ़ के शिवलिंग की पूजा की जाती है। प्रत्येक वर्ष देश विदेश से लाखों श्रद्धालू अमरनाथ गुफा में बनने वाले बर्फ के शिवलिंग के दर्शन […] Read more » Amarnath Yatra communal harmony
धर्म-अध्यात्म “सद्धर्म वेद का प्रचार व आचरण सभी विद्वानों एवं सत्पुरुषों का कर्तव्य व धर्म” August 7, 2019 / August 7, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। मनुष्य का ईश्वर व जीवात्मा के सत्यस्वरूप को जानकर ईश्वर की उपासना करना तथा उपासना करते हुए अपनी आत्मा की उन्नति करना वेदाध्ययन के समान परम धर्म है। देश व समाज सहित अपनी शारीरिक, आत्मिक व सामाजिक उन्नति करना आत्मा की उन्नति में ही सम्मिलित हैं। मनुष्य को ज्ञान व मार्गदर्शन […] Read more » relegion scholar Ved
धर्म-अध्यात्म “स्वामी दयानन्द का निर्माण स्वामी विरजानन्द की शिक्षा ने किया” August 7, 2019 / August 7, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द विश्व-दिग्विजयी ऋषि हैं। उन्होंने सभी मतों के आचार्यों को शंका समाधान, वार्ता तथा शास्त्रार्थ का अवसर देकर एवं साथ ही सभी मतों की शंकाओं का समाधान कर तथा 55 से अधिक शास्त्रार्थों में विजयी होकर वह विश्व गुरु व दिग्विजयी विद्वान् बने हैं। उन्होंने सत्यार्थप्रकाश रूपी जो अनूठा धर्म-ग्रन्थ […] Read more » swami dayanand
धर्म-अध्यात्म “श्रीकृष्ण और शाल्व का सौभनगर (अलवर) में हुए युद्ध का वर्णन” August 5, 2019 / August 5, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति के आदर्श पुरुषों में से एक हैं। महर्षि दयानन्द ने उन्हें आप्त पुरुष कहा है। महाभारत में उनका प्रशंसनीय इतिहास वर्णित है। उनका समस्त जीवन संघर्षों से भरा रहा। जन्म काल से ही उन्होंने ऐसे-ऐसे कार्य किये कि जिन्हें पढ़कर आश्चर्य होता है। महाभारत युद्ध में पांडवों को […] Read more » description of the war in Saubhnagar (Alwar) shalav sri krishna
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ईश्वर सभी शुभ-अशुभ कर्मों का फलदाता होने से न्यायाधीश है” August 1, 2019 / August 1, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। संसार में तीन अनादि एवं नित्य सत्तायें हैं ईश्वर, जीव एवं प्रकृति। संसार की यह तीन सत्तायें सनातन एवं शाश्वत् हैं। यह सत्तायें कभी उत्पन्न नहीं हुई एवं इनका अस्तित्व स्वयंभू, स्वमेव व अपने आप है। यह तीनों सत्तायें एक दूसरे से पृथक एवं स्वतन्त्र अस्तित्व वाली हैं। इन सत्ताओं का […] Read more » fruitful God good and bad deeds
धर्म-अध्यात्म भगवान पार्श्वनाथ : जीवंत धर्म के संस्थापक July 31, 2019 / July 31, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:- भगवान पार्श्वनाथ निर्वाण दिवस- श्रावण शुक्ल सप्तमी 7 अगस्त 2019 पर विशेषः जैन धर्म के तेईसवें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण दिवस श्रावण शुक्ल सप्तमी 7 अगस्त 2019 को मनाया जायेगा। तीर्थंकर पार्श्वनाथ का जन्म आज से लगभग 3 हजार वर्ष पूर्व वाराणसी में हुआ था। वाराणसी में अश्वसेन नाम के इक्ष्वाकुवंशीय राजा थे। उनकी […] Read more » founder god parsavnath
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द ने सभी सुखों का त्याग कर वेदप्रचार क्यों किया?” July 29, 2019 / July 29, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई में आर्यसमाज की स्थापना की और इसके द्वारा संगठित रूप से वेद प्रचार किया। 30 अक्टूबर, सन् 1883 को दीपावली के दिन उन्होंने अपने जीवन की अन्तिम सांस ली थी। उनकी मृत्यु का कारण उनके पाचक व कुछ लोगों के षडयन्त्र द्वारा […] Read more » Aryasamaj Rishi Dayanand vedpromotion
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ईश्वर सभी मतों के धार्मिक-जनों को भी उनके पाप कर्मों का दण्ड देता है” July 25, 2019 / July 25, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ईश्वर एक अनादि, अनन्त, नित्य, अजर, अमर तथा अविनाशी सत्ता है। उस ईश्वर ने जीवों को उनके कर्मानुसार कर्म फल देने के लिये ही इस ब्रह्माण्ड की रचना की है। जीवों के कर्मानुसार ही उसने सभी जीवों को नाना प्रकार की प्राणी योनियों में जन्म दिया है। अनादि काल से वह […] Read more » all religions with their sins God God punishes the righteous peopleGod punishes the righteous people righteous people
चिंतन धर्म-अध्यात्म “सनातन वैदिक धर्म और इतर मत-मतान्तर” July 22, 2019 / July 22, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हमारा वर्तमान संसार अथवा ब्रह्माण्ड 1.96 अरब वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया है। इससे पूर्व लगभग 52 लाख वर्षों में परमात्मा ने ब्रह्माण्ड को प्रकृति नामक सूक्ष्म उपादान कारण से बनाया था। प्रकृति जड़ पदार्थ है जिसमें सत्व, रज व तम गुणों की साम्यावस्था होती है। इस साम्यावस्था को ईश्वर अपनी […] Read more » Dharma and Other Opinions Sanatan Vedic
चिंतन लेख “हमारे जन्म का कारण क्या है?” July 22, 2019 / July 22, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हर कार्य का कारण हुआ करता है। इसी प्रकार हमारे जन्म का भी कारण अवश्य ही कोई है। इस पर विचार करते हैं। हमें इस जन्म में मनुष्य जन्म मिला है। इस मनुष्य जन्म की विशेषता हमारा मानव शरीर है जिसमें पांच ज्ञान और पांच कर्म इन्द्रियां हैं। इन इन्द्रियों से […] Read more » birth reason what are reason for our birth
चिंतन धर्म-अध्यात्म “वेदों का प्रवेश द्वार ऋषि दयानन्द का ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका ग्रन्थ” July 22, 2019 / July 22, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वेदों का महत्व मनुष्य-जीवन के लिये सर्वाधिक है। वेद परमात्मा की शाश्वत् वाणी है। यह वाणी ज्ञानयुक्त वाणी है जो मनुष्य जीवन की सर्वांगीण उन्नति का मार्गदर्शन करती है। वेदों के मर्मज्ञ विद्वान ऋषि दयानन्द ने कहा है कि वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है और इसका पढ़ना-पढ़ाना तथा सुनना […] Read more » Rigveda Bhavika Granth