धर्म-अध्यात्म खण्डेल के रोगहरण हनुमानजी : भक्तों को मिलता है यहाँ आरोग्य का वरदान January 3, 2018 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य रामभक्त हनुमानजी कलियुग में शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता के रूप में मान्य हैं। यही वजह है कि हर कहीं बजरंगबली के मन्दिरों की लम्बी श्रृंखला देखने को मिलती है। चिरंजीवी हनुमान थोड़ी सी भक्ति करने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों के कष्टों का निवारण करने के साथ […] Read more » हनुमानजी
धर्म-अध्यात्म आत्मा अविनाशी तथा इसका शरीर नाशवान है January 1, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम मननशील होने से मनुष्य कहलाते हैं। मनन हम सत्यासत्य व उचित अनुचित का ही करते हैं। सत्य व उचित बातों का आचरण करना धर्म और असत्य व अनुचित बातों का आचरण अधर्म होता है। धर्म पर चलना मनुष्य का कर्तव्य है। इसलिए कि इससे हमें सुख मिलेगा और यदि अधर्म का […] Read more » Body body is ruinous indestructible ruinous soul Soul is indestructible आत्मा अविनाशी शरीर नाशवान
चिंतन धर्म-अध्यात्म मेरा ईश्वर सबसे महान है December 30, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य इससे पूर्व कि हम ईश्वर की महानता की चर्चा करें, हम यह जान लें कि ईश्वर है क्या? ईश्वर वह है जो इस संसार की रचना करता है, इसका पालन करता है और अवधि पूरी होने पर इसकी प्रलय करता है। यह कार्य स्वतः नहीं हो सकता। जड़ पदार्थों में स्वमेव किसी […] Read more » ईश्वर ईश्वर महान
धर्म-अध्यात्म मनुष्य को सबसे प्रीतिपूर्वक, धर्मानुसार व यथायोग्य व्यवहार करना चाहिये December 30, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य संसार में अनेक प्रवृत्तियों वाले मनुष्य होते हैं। कुछ सज्जन प्रकृति होते हैं तो कुछ दुर्जन व दुष्ट प्रकृति के भी होते हैं। कुछ लोगों में कुछ कुछ सज्जनता व दुर्जनता दोनों होती हैं। मनुष्य को सबसे कैसा व्यवहार करना चाहिये, इसका उत्तर ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज के सातवें नियम द्वारा दिया […] Read more » 6 disciple of arya samaj Arya Samaj मनुष्य
धर्म-अध्यात्म पुरुषार्थ और प्रारब्ध December 29, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हमारा जीवन प्रारब्ध की नींव पर बना है और जीवन को सार्थक करने के लिए हमें पुरुषार्थ करना है। हम वेद मार्ग पर चलते हुए ज्ञान प्राप्ति, उपासना व समाजोत्थान के लिए जितने कार्य करेंगे उससे हमारा वर्तमान और भावी जीवन यशस्वी व सुखमय होगा। प्रश्न है कि पुरुषार्थ और प्रारब्ध हैं […] Read more » पुरुषार्थ प्रारब्ध
धर्म-अध्यात्म वैदिक धर्म का प्रचार और इसका भविष्य December 26, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वर्तमान स्थिति को देखकर मनुष्य भविष्य का कुछ कुछ अनुमान कर सकते हैं। यह अनुमान प्रायः एक सीमा तक तो सत्य सिद्ध होता ही है। कई बार अनुमान में कुछ त्रुटियां या कमियों के रह जाने पर यह गलत भी हो सकता है। आज संसार में धर्म एक ही है और अन्य […] Read more » वैदिक धर्म वैदिक धर्म का प्रचार वैदिक धर्म का भविष्य
धर्म-अध्यात्म अग्निहोत्र यज्ञ व इससे होने वाले लाभों पर विचार December 23, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वैदिक धर्मी आर्यों के पांच दैनिक कर्तव्य हैं जिन्हें ऋषि दयानन्द जी ने भी पंचमहायज्ञ नाम से स्वीकार किया है। उन्होंने पंचमहायज्ञविधि नाम से एक पुस्तक भी लिखी है। संस्कार विधि में इन यज्ञों का विधान किया गया है। स्वामी जी ने सत्यार्थप्रकाश में सन्ध्या एवं देवयज्ञ अग्निहोत्र की चर्चा एवं इसके […] Read more » अग्निहोत्र अग्निहोत्र यज्ञ
धर्म-अध्यात्म स्वाध्याय की समाप्त होती प्रवृत्ति से जीवन में हानि ही हानि December 23, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य स्वाध्याय सद्ग्रन्थों के अध्ययन को कहते हैं। स्वाध्याय शब्द के अनेक अर्थ स्वीकार किये जा सकते हैं परन्तु स्वाध्याय का मुख्य अर्थ वेद और वैदिक साहित्य का अध्ययन व अनुशीलन ही है। वेद और वैदिक साहित्य के अध्ययन से मनुष्य को वेद के महत्व का ज्ञान होता है। वेदों में जिन विषयों […] Read more » स्वाध्याय
धर्म-अध्यात्म मकर संक्रांति December 23, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना ही मकर संक्रांति कहलाता है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाता है। शास्त्रों में उत्तरायण की अवधि को देवताओं का दिन और दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा गया है। इस दिन स्नान, दान, तप, जप और अनुष्ठान का अत्यधिक महत्व है। संक्रान्ति पर्व के दिन से […] Read more » मकर संक्रांति
धर्म-अध्यात्म वर्ष 2018 के लिए होलिका दहन के लिए पूजा, शुभ मुहूर्त और कथा— December 17, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment हिन्दू धर्म में प्रत्येक कार्य को करने के लिए विशेष मुहूर्त की गणना की जाती है जिसे शुभ मुहूर्त करते है। माना जाता है शुभ मुहूर्त में किये गए प्रत्येक कार्य से शुभ परिणाम मिलते है। और उसके कोई दुष्परिणाम भी नहीं होते। होली- हिन्दुओं के पवित्र त्योहारों में से एक है जिसे पुरे भारत […] Read more » holika dahan होलिका दहन होलिका दहन 2018
धर्म-अध्यात्म कब और कैसे मनाएं मकर संक्रांति वर्ष 2018 में —- December 17, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment मकर संक्रांति भारत के प्रमुख हिन्दू त्योहारों में से एक है। जिसे हर साल जनवरी माह में मनाया जाता है। इस पर्व को पुरे भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। कोई इसे मकर संक्रांति के रूप में मनाता है तो कोई इसे तिल संक्रांति और Pongal के नाम से जानते है। इस […] Read more » makar sankranti in 2018 मकर संक्रान्ति
धर्म-अध्यात्म 2018 में माघ पूर्णिमा के लिए स्नान और शुभ मुहूर्त— December 17, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment हिन्दू धर्म में माघ पूर्णिमा को बहुत ख़ास माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन गंगा या किसी अन्य पवित्र में स्नान करना बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता है। इतना ही नहीं मान्यता ये भी है की माघ के माह का प्रत्येक दिन खास और विशेष होता है इसीलिए इस महीने […] Read more » magh poornima 2018 माघ पूर्णिमा माघ पूर्णिमा 2018