आर्थिकी राजनीति मुद्रा स्फीति के मोर्चे पर आई अच्छी खबर September 1, 2022 / September 1, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment माह जुलाई 2022 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति की दर भारत में पिछले 5 माह के सबसे निचले स्तर 6.71 प्रतिशत तक नीचे आ गई है, यह जून 2022 माह में 7.01 प्रतिशत थी। इसका मुख्य कारण खाद्य पदार्थों की महंगाई दर में आई कमी है। हालांकि मूलभूत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई […] Read more » Good news on inflation Good news on inflation front
आर्थिकी लेख लगातार मजबूत होते भारतीय बैंक August 8, 2022 / August 8, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को तेज गति से चलायमान रखने में बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है। इसलिए देश में बैंकों की स्थिति मजबूत होना अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है। बैकों की मजबूत स्थिति का पता लगाने के लिए अन्य निष्पादन मानदंडो (जमाराशि एवं ऋणराशि में वृद्धि दर) के अतिरिक्त मुख्य रूप से पूंजी […] Read more » Indian banks getting stronger
आर्थिकी लेख कृषि एवं उद्योग क्षेत्र के बाद सेवा क्षेत्र में भी आया जबरदस्त उच्छाल August 4, 2022 / August 4, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के काल में भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे बुरी तरह से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सेवा क्षेत्र ही था। कृषि क्षेत्र ने तो अर्थव्यवस्था के इस बुरे दौर में भी लगातार वृद्धि दर बनाए रखी थी, परंतु उद्योग एवं सेवा क्षेत्रों ने ऋणात्मक वृद्धि दर अर्जित की थी। सेवा क्षेत्र का वापिस पटरी […] Read more » After the agriculture and industry sector there was a tremendous boom in the service sector as well.
आर्थिकी लेख मानव निर्मित आपदा: दुनिया में मंदी के साथ महंगाई की मार August 4, 2022 / August 4, 2022 by केवल कृष्ण पनगोत्रा | Leave a Comment केवल कृष्ण पनगोत्रा श्रीलंका में आर्थिक संकट के चलते जिस हाहाकार को दुनिया ने देखा, उसी प्रकार का हाहाकार और जनाक्रोश अब पश्चिमी एशियाई देश लेबनान में देखने को मिल रहा है.अगर हम लेबनान की बात करें तो 1960 की दहाई में यह देश आर्थिक विकास के शिखर पर था.2019 से अब 2022 तक इस […] Read more » Man-made disaster: Inflation hit with recession in the world मंदी के साथ महंगाई की मार
आर्थिकी राजनीति अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ रही है भारतीय रुपए की स्वीकार्यता July 17, 2022 / July 17, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment विशेष रूप से कोरोना महामारी एवं रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से अमेरिकी डॉलर की कीमत अन्य देशों की मुद्रा की कीमत की तुलना में अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। एक अमेरिकी डॉलर आज लगभग 80 रुपए का हो गया है। इसका आश्य यह है कि भारत सहित अन्य देशों […] Read more » The acceptance of the Indian rupee is increasing in the international market
आर्थिकी लेख देश हित को सर्वोपरि मानकर, केंद्र सरकार द्वारा लिए जा रहे हैं आर्थिक निर्णय July 12, 2022 / July 12, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment 1 जुलाई 2022 से केंद्र सरकार ने भारत से निर्यात किए जा रहे पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल पर निर्यात कर बढ़ा दिया है। साथ ही, भारत में आयात किए जा रहे स्वर्ण पर आयात कर में भी भारी इजाफा कर दिया है। भारत में स्वर्ण के आयात को नियंत्रित करने के लिये, स्वर्ण पर […] Read more » economic decisions are being taken by the central government केंद्र सरकार द्वारा लिए जा रहे हैं आर्थिक निर्णय
आर्थिकी राजनीति आर्थिक प्रगति के बल पर भारत पुनः विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर July 8, 2022 / July 8, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment यदि भारत के प्राचीन अर्थतंत्र के बारे में अध्ययन किया जाय तो ध्यान आता है कि प्राचीन भारत की अर्थव्यस्था बहुत समृद्ध थी। ब्रिटिश आर्थिक इतिहास लेखक श्री एंगस मेडिसन एवं अन्य कई अनुसंधान शोधपत्रों के अनुसार ईसा के पूर्व की 15 शताब्दियों तक वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का हिस्सा 35-40 प्रतिशत बना रहा एवं […] Read more » India is again on the way to become a world leader. On the strength of economic progress भारत पुनः विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर
आर्थिकी राजनीति वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी की शंका के बीच मजबूत होती भारतीय अर्थव्यवस्था July 4, 2022 / July 4, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के बाद पूरे विश्व में, विशेष रूप से विकसित देशों में, लगातार तेजी से बढ़ रही मुद्रा स्फीति (महंगाई) को नियंत्रित करने के उद्देश्य से ब्याज दरों में की जा रही वृद्धि के चलते अब इन देशों में आर्थिक मंदी आने की सम्भावना व्यक्त की जाने लगी है। आर्थिक मंदी से तात्पर्य वस्तुओं […] Read more » Indian economy growing strong amid doubts of global economic slowdown
आर्थिकी लेख भारत के आर्थिक विकास में बढ़ रहा है मातृशक्ति का योगदान July 2, 2022 / July 2, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत की 50 प्रतिशत आबादी मातृशक्ति के रूप में विद्यमान है। देश के आर्थिक विकास को यदि पंख लगाने हैं तो इस आधी आबादी को सशक्त कर उन्हें उत्पादक कार्यों में लगाना अनिवार्य है। विशेष रूप से वर्ष 2014 में केंद्र में श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के आने के बाद से भारत में मातृशक्ति […] Read more » The contribution of mother power is increasing in the economic development of India.
आर्थिकी राजनीति भारत ने विश्व प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में लगाई लम्बी छलांग June 29, 2022 / June 29, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में, 15 जून 2022 को, स्विटजरलैंड स्थित प्रबंधन विकास संस्थान (इन्स्टिटयूट फोर मेनेजमेंट डेवलपमेंट) द्वारा विश्व प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक जारी किया गया है। इस सूचकांक में भारत ने, एशिया के सभी देशों के बीच, सबसे लम्बी छलांग लगाते हुए पिछले वर्ष के 43वें स्थान से इस वर्ष 37वां स्थान प्राप्त किया है। उक्त […] Read more » India made a big jump in the World Competitiveness Index विश्व प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में छलांग
आर्थिकी लेख विश्व व्यापार संगठन में भारत का प्रभावी योगदान June 23, 2022 / June 23, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में सम्पन्न हुई विश्व व्यापार संगठन की बैठक में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो विशेष रूप से, भारत की अगुवाई में, विकासशील देशों की जीत के रूप में देखे जा रहे हैं। दिनांक 17 जून 2022 का दिन विश्व व्यापार संगठन के इतिहास में स्वर्णअक्षरों में लिखा जाएगा क्योंकि […] Read more » India's effective contribution to the World Trade Organization विश्व व्यापार संगठन
आर्थिकी लेख भारत में लगातार हो रही पत्थरबाजी से कहीं आर्थिक विकास प्रभावित न होने लगे June 15, 2022 / June 15, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में अमेरिकी रेटिंग एजेंसी फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण (आउटलुक) में सुधार (अपग्रेड) किया है। फिच रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग के आउटलुक को “नकारात्मक” श्रेणी से अपग्रेड कर “स्थिर” श्रेणी में ला दिया है। भारत की सावरन रेटिंग में यह सुधार देश में तेजी से हो रहे आर्थिक सुधारों […] Read more » Economic development should not be affected by the continuous stone pelting in India. पत्थरबाजी से कहीं आर्थिक विकास प्रभावित न होने लगे