आर्थिकी कोयला घोटाले में केंद्र सरकार के हाथ काले March 18, 2013 / March 18, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव कोल खण्ड आंवंटन घोटाले में केंद्र सरकार अब सीबीआर्इ जांच में भी घिरती नजर आ रही है। सीबीआर्इ ने शीर्श न्यायालय में पेश की जांच रिपोर्ट में कहा है कि संप्रग एक सरकार के कार्यकाल में कोल खण्डों के आवंटन में गड़बडि़यां हुर्इ। ये खण्ड ऐसी कंपनियों को दे दिये गए जिनकी न […] Read more » कोयला घोटाले में केंद्र सरकार के हाथ काले
आर्थिकी भारत में बासल II का मूल्यांकन March 15, 2013 / March 15, 2013 by निधि चौधरी | 1 Comment on भारत में बासल II का मूल्यांकन बैंकिंग किसी भी अर्थव्यवस्था में सर्वाधिक जोखिम से भरा व्यवसाय है क्योंकि इसमें जनता का धन दांव पर लगा होता है और यह अत्यधिक लेवरेज्ड है । इसी कारण जोखिम प्रबंधन बैंकिंग से अपरिहार्य रूप से जुड़ा है क्योंकि पणधारियों के हितों की सुरक्षा करना अनिवार्य है । दुनिया भर में बैंकों को अभिशासित करने […] Read more » भारत में बासल II का मूल्यांकन
आर्थिकी महत्वपूर्ण लेख महिला-जगत स्वयं सहायता समूह और महिला सशक्तीकरण March 13, 2013 / March 13, 2013 by निधि चौधरी | Leave a Comment महिला सशक्तीकरण से अभिप्राय जीवन के विविध क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा निर्णय प्रक्रिया में साझेदारी से है । इसमें सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक इत्यादि सभी विषयों में महिलाओं की स्थिति मे परिवर्तन होता हैं । यह महिलाओं के स्वयं पर नियंत्रण, अपने परिवार के बारे में महत्वपूर्ण निर्णयों में साझेदारी तथा घर के इतर निर्णयों […] Read more »
आर्थिकी सरकारी महिला बैंक की चुनौतियाँ March 13, 2013 / March 13, 2013 by सतीश सिंह | 1 Comment on सरकारी महिला बैंक की चुनौतियाँ आम बजट में वित्त मंत्री पी चिदंबरम के द्वारा पहला महिला सरकारी बैंक खोलने की घोषणा को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम बता रही है। अपने बजट भाषण में श्री चिदंबरम ने कहा कि प्रस्तावित बैंक महिलाओं के द्वारा संचालित किया जायेगा। यह बैंक: मुख्य […] Read more » सरकारी महिला बैंक सरकारी महिला बैंक की चुनौतियाँ
आर्थिकी कौन है कर्जमाफी में हुर्इ गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार March 13, 2013 / March 13, 2013 by सतीश सिंह | 1 Comment on कौन है कर्जमाफी में हुर्इ गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने भ्रष्टाचार के मामले में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) सरकार को पुन: कठघरे में खड़ा कर दिया है। पूर्व में 2 जी स्पेक्ट्रम और कोयला ब्लाक आवंटन के मुद्दे पर सीएजी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर हंगामा हो चुका है। सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष, 2008 में […] Read more » कर्जमाफी में हुर्इ गड़बड़ी कौन है कर्जमाफी में हुर्इ गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार
आर्थिकी भ्रष्टाचारी पति की पत्नी को भी मिली सजा March 9, 2013 / March 9, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भ्रष्टाचारी पतियों की पतिनयों को भी सजा दिये जाने का सिलसिला देश में आगे बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में पहली बार विशेष नयायालय ने आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में पति के साथ पत्नी को भी 3 साल की कैद और 25 हजार के जुर्माने की सजा सुनार्इ है। उनके पति […] Read more »
आर्थिकी देश आईसीयू के सहारे चल रहा है March 8, 2013 / March 8, 2013 by एडवोकेट मनीराम शर्मा | 1 Comment on देश आईसीयू के सहारे चल रहा है शेयर बाजार में हुए घोटालों में देश के निवेशक कई बार अपने हाथ जला चुके हैं और देश की जनता का धन कहीं भी सुरक्षित नहीं है| सरकार इन घोटालों से अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के लिए किसी न किसी आयोग, मंडल, प्राधिकरण, कमिटी आदि का गठन कर देती है परन्तु इनका दायित्व कहीं […] Read more » देश आईसीयू के सहारे चल रहा है
आर्थिकी निजीकरण की ओर रेलवे March 5, 2013 / March 5, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव पिछले एक दशक के भीतर,आए रेल बजटों में यह रेल बजट न केवल कमजोर है,बलिक जनता में हताशा,अविश्वास और आक्रोश पैदा करने वाला है। बीते साल दिनेश त्रिवेदी ने जब रेल बजट प्रस्तुत किया था,तब उसमें साफगोर्इ तो थी ही,र्इमानदारी की झलक भी थी। रेल मंत्री पवन बंसल से उम्मीद थी की […] Read more » निजीकरण की ओर रेलवे
आर्थिकी आम बजट : ढ़ाक के तीन पात ! राजेश कश्यप March 4, 2013 by राजेश कश्यप | Leave a Comment बहुप्रतिक्षित वर्ष 2013-14 का बजट आ गया। बजट पर राजनीतिकों, समीक्षकों और समाचार विश्लेषकों के बीच तर्क-वितर्कों के तीखे तीर बड़ी तेजी से चल पड़े हैं, जोकि परंपरागत रूप से कई दिनों तक चलेंगे। विपक्ष ने बजट को सिरे से ‘कन्फूज्ड’ कहते हुए निराशावादी करार दे दिया है और रस्मी रिवाज को अटूट बनाते हुए […] Read more » आम बजट : ढ़ाक के तीन पात ! राजेश कश्यप
आर्थिकी आम आदमी की नब्ज टटोलता बजट ! March 2, 2013 by राजेश कश्यप | Leave a Comment राजेश कश्यप हरियाणा सरकार ने अपने वार्षिक बजट 2013-14 में आम आदमी को आकर्षित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। वित्तमंत्री हरमोहिन्दर सिंह चट्ठा ने कुल 18000 करोड़ का बजट पेश किया, जोकि गतवर्ष की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक है। इस बार भूपेन्द्र हुड्डा सरकार ने बजट के जरिए जबरदस्त गुगली फेंकी […] Read more »
आर्थिकी नये निजी बैंकों की प्रासंगिकता February 26, 2013 / February 26, 2013 by सतीश सिंह | 2 Comments on नये निजी बैंकों की प्रासंगिकता भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआर्इ) के द्वारा नये निजी बैंक खोलने से संबंधित अंतिम दिशा-निर्देश जारी करने के साथ ही नये निजी बैंकों को खोलने का रास्ता साफ हो गया है। अब कारपोरेटस, सरकारी क्षेत्र की इकाइयां और इकाइओं के समूह एवं गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) पूर्ण स्वामित्व वाली गैर-परिचालित वित्तीय होलिडंग कंपनियों (एनओएफएचसी) के माध्यम […] Read more » नये निजी बैंकों की प्रासंगिकता निजी बैंकों की प्रासंगिकता
आर्थिकी शक्कर की मिठास में कड़वाहट February 25, 2013 / February 25, 2013 by सतीश सिंह | 1 Comment on शक्कर की मिठास में कड़वाहट शक्कर की मिठास में कड़वाहट घोलने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। उत्पाद शुल्क फिलहाल तो नहीं बढ़ाया गया है, लेकिन महज इसकी चर्चा मात्र से बीते सप्ताह में इसके वायदा भाव में 2.5 प्रतिशत और हाजिर भाव में 1 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। तत्पश्चातक उत्तरप्रदेश में शक्कर का भाव (मिल कीमत) तकरीबन […] Read more » शक्कर