जन-जागरण विविधा मूसलाधार बरसात से दरबदर चेन्नई December 13, 2015 / December 13, 2015 by हर्षवर्धन पान्डे | Leave a Comment हर्षवर्धन पाण्डे सुमित गुलाटी चेन्नई में मर्सिडीज कंपनी में सीए के पद पर कार्यरत हैं लेकिन पिछले एक हफ्ते से उनका लखनऊ और नैनीताल में अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा जिसकी वजह चेन्नई में हुई भीषण बरसात है जिसने सुमित को अपने नाते रिश्तेदारों से दूर कर दिया | कभी पल […] Read more » Featured मूसलाधार बरसात से दरबदर चेन्नई
जन-जागरण सार्थक पहल पलायनमुक्त हुआ छत्तीसगढ़ December 11, 2015 by अशोक बजाज | Leave a Comment छत्तीसगढ़ की प्रथम निर्वाचित सरकार ने डाॅ. रमन सिंह के नेतृत्व में 12 वर्ष पूर्ण कर लिये हैं। किसी भी सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए 12 वर्ष पर्याप्त है लेकिन यदि जिस सरकार को बेकारी, भूखमरी, पलायन एवं पिछड़ापन विरासत में मिला हो उस सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए 12 वर्ष […] Read more » Featured
जन-जागरण स्वास्थ्य-योग स्वास्थ्य सेवाएं, गरीबों की पहुँच से दूर December 11, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | 1 Comment on स्वास्थ्य सेवाएं, गरीबों की पहुँच से दूर शैलेन्द्र चौहान हमारे यहां स्वास्थ्य सेवाएं अत्यधिक महंगी हैं जो गरीबों की पहुँच से काफी दूर हो गयी हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, भोजन, आवास जीवन की मूलभूत आवश्यकताएं हैं। हमारे देश में गरीबों और अमीरों के बीच खाई बेहद चौड़ी हो चुकी है। इसे पाटने का किसी का अभिप्रेत नहीं है। दरअसल आर्थिक व सामाजिक विषमताएं, स्वास्थ्य की […] Read more » Featured गरीबों की पहुँच से दूर स्वास्थ्य सेवाएं
जन-जागरण हिंद स्वराज नेतृत्व, अनुशासन और संघशक्ति का प्रतीक ध्वज December 5, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” जाति और राष्ट्र को अतीत की स्मरण कराने वाले, उनकी रगों-नसों में प्राणों का संचार कराने वाले तथा उन्हें पूर्वजों की वीरता एवं गरिमा की ओर प्रेरित कर कर्तव्य पथ पर अग्रसर कराने वाले पताका, ध्वज अथवा झण्डे में नेतृत्व,अनुशासन और संघशक्ति तीनों एक ही साथ निहित समाहित हैं ।अतिप्राचीन काल से […] Read more » Featured अनुशासन नेतृत्व संघशक्ति का प्रतीक ध्वज
जन-जागरण पर्यावरण विविधा आपदा से बचाना यहां किसकी जिम्मेदारी है ? December 5, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान भारत में लोगों को आपदा से बचाना या तत्काल राहत देना किसकी जिम्मेदारी है?..हमें नहीं मालूम ! हमारी छोड़िए..पांच दशकों से सरकार भी इसी यक्ष प्रश्न से जूझ रही है। दरअसल आपदा प्रबंधन तंत्र की सबसे बड़ी आपदा यह है कि लोगों को कुदरती कहर से बचाने की जिम्मेदारी अनेक की है और […] Read more » disaster management Featured आपदा से बचाना आपदा’? डिजास्टर मैनेजमेंट
जन-जागरण राजनीति बाबरी मस्जिद विध्वंस की 23वीं बरसी: हालात आज भी जस के तस…. December 5, 2015 / December 5, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 2 Comments on बाबरी मस्जिद विध्वंस की 23वीं बरसी: हालात आज भी जस के तस…. 6 दिसंबर….बाबरी मस्जिद विध्वंस विशेष: प्रतिमा शुक्ला आज 6 दिसम्बर है, बाबरी मस्जिद विध्वंस की 23वीं बरसी मनाई जा रही है। शौर्य दिवस, स्याह दिवस, काला दिवस, कलंक दिवस, स्वाभिमान दिवस और ना जाने कितने दिवस देश के विभिन्न संगठनों द्वारा मनाया जा रहा है। बाबरी मस्जिद ढहे 23 साल बीत गए। बीते 22 वर्षों […] Read more » Featured बाबरी मस्जिद विध्वंस बाबरी मस्जिद विध्वंस की 23वीं बरसी
जन-जागरण विविधा राम मंदिर पर सेक्युलर बनती भाजपा December 4, 2015 by अश्वनी कुमार, पटना | 2 Comments on राम मंदिर पर सेक्युलर बनती भाजपा भारतीय जनता पार्टी पर चढ़ती सेकुलरिज्म का बुखार सबका लिए हैरानी भरा है। वो भारतीय जनता पार्टी जिसे 1998 तक हिन्दू-राष्ट्रवादी पार्टी कहा जाता था, वो पार्टी जिसे 2 सीटों से 272 सीटों पहुँचाने में उसके हिन्दुत्वादी चेहरे का बड़ा योगदान रहा है। अगर वैसी पार्टी अपनी विचारधारा ही बदलने की कोशिश करे तो हैरानी […] Read more » राम मंदिर सेक्युलर बनती भाजपा
जन-जागरण विविधा विश्ववार्ता जलवायु समझौते की ओर दुनिया December 2, 2015 / December 2, 2015 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on जलवायु समझौते की ओर दुनिया संदर्भः- जलवायु सम्मेलन पेरिस प्रमोद भार्गव जलवायु परिवर्तन में नियंत्रण के लिए पेरिस मे बारह दिनी जलवायु सम्मेलन शुरू हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के 195 सदस्य देश इसमें भागीदारी कर रहें हैं। इस बैठक में कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने पर वैश्विक सहमति बनने की उम्मीद इसलिए है क्योंकि अमेरिका, चीन और भारत […] Read more » Featured जलवायु जलवायु समझौते की ओर दुनिया जलवायु सम्मेलन पेरिस
जन-जागरण पर्यावरण विविधा भारत नदी दिवस 2015: एक रिपोर्ट November 30, 2015 / November 30, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment तारीख – 28 नवबंर, 2015 ; मौका था अंतर्राष्ट्रीय नदी दिवस की इस तारीख पर दिल्ली में भारत नदी दिवस मनाने का। बाहर जलवायु परिवर्तन का रुदन था; नदी जोङ से विनाश की आशंका थी और नमामि गंगे को लेकर निराशा थी; किंतु 71, मैक्समूलर रोड स्थित इनटेक के छोटे से सभागार में एक अजीब […] Read more » Featured भारत नदी दिवस 2015
आर्थिकी जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख विविधा आमदनी में असमानता से बढ़ेगी खाई November 28, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें :- प्रमोद भार्गव सातवें वेतन आयोग की जो सिफारिशें आई हैं,उससे समाज में विभिन्न तबकों के बीच आयगत असमानता की खाई और चैड़ी होगी। इससे न केवल विकास के रास्ते में मुश्किलें खड़ी होंगी,बल्कि जो लोग क्रयशक्ति की दृष्टि से हाशिये पर हैं,उन्हें जीवन-यापन में और काठर्नइयां पेश आएंगी। […] Read more » Featured आमदनी में असमानता आमदनी में असमानता से बढ़ेगी खाई सातवें वेतन आयोग सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें
जन-जागरण राजनीति बैठी भैंस में लाठी मारने से बचें हिन्दुस्तानी November 27, 2015 by अतुल गौड़ | Leave a Comment अतुल गौर देश में असहिष्णुता वैसे तो मौजूदा दौर में कहीं भी परिलक्षित नहीं होती और अगर किसी को यह असहिष्णुता दिखाई देती भी है तो वह हिन्दुस्तानी जो वाकई में खुद को भारतीय कहता है कम से कम बॉलिबुड अभिनेता आमिर खान जैसी गलती करते हुये, बैठी हुई भैंस में लाठी न मारें। क्रिया […] Read more » Featured बैठी भैंस में लाठी मारने से बचें हिन्दुस्तानी
जन-जागरण धर्म-अध्यात्म विज्ञान विविधा सही क्या? 84 लाख योनियां या डार्विन का विकासवाद November 27, 2015 / November 27, 2015 by राहुल खटे | Leave a Comment राहुल खटे आज के वैज्ञानिक युग में सभी डार्विन के विकासवाद से परिचित हैं| डार्विन ने अपने विकासवादी विचारधारा से यह सिद्ध करने की कोशिश की है कि विकास की बहुत बड़ी यात्रा को तय करके ही आज हम वैज्ञानिक या कंप्यूटर के युग में पहुँचे हैं| विकासवाद के सभी लक्षण आधुनिक मनुष्य में दिखाई […] Read more » 84 लाख योनियां Featured डार्विन का विकासवाद विकासवाद