जन-जागरण लोक सभा चुनाव सम्पन्न, अब नतीजे की बारी May 14, 2014 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment -डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री- लोक सभा चुनावों को लेकर पिछले लगभग डेढ़ महीने से चल रहा महापर्व बारह मई को अन्तिम चरण के मतदान के बाद समाप्त हो गया। इसे भी महज़ संयोग ही कहना चाहिये कि दस अप्रैल को देश की राजनैतिक राजधानी देहली में हुये मतदान से प्रारम्भ होकर यह महापर्व बारह मई […] Read more » नरेंद्र मोदी लोक सभा चुनाव लोक सभा चुनाव 2014 लोक सभा चुनाव के नतीजे
जन-जागरण देश में हो रहा बुजुर्गों का तिरस्कार, कौन दोषी कौन जिम्मेवार? May 13, 2014 by नरेंद्र भारती | 4 Comments on देश में हो रहा बुजुर्गों का तिरस्कार, कौन दोषी कौन जिम्मेवार? -नरेन्द्र भारती- बेशक प्रत्येक वर्ष एक अक्तूबर को विश्व वृद्ध दिवस मनाया जाता है मगर ऐसे आयोजन औपचारिकता भर रह गए हैं। केवल मात्र एक दिन बड़ी धूमधाम से कार्यक्रम किए जातें हैं बाकि 364 दिन इन वृद्धों को कोई याद तक नहीं करता वृद्धों कें नाम पर चलाई जा रही योजनाएं कागजों में ही […] Read more » ओल्ड एज होम बुजुर्ग बुजुर्गों का तिरस्कार बुजुर्गों का सम्मान
जन-जागरण नयी सरकार में युवाओं के लिए “रोजगार मिशन” आवश्यक May 13, 2014 by कन्हैया झा | Leave a Comment -कन्हैया झा- नवयुवकों के लिए रोज़गार मुहैया कराना नयी सरकार की प्राथमिकता में होना चाहिए. इसके लिए उत्पादन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं, जिसका देश के कुल-उत्पाद (जीडीपी) में योगदान केवल 16 प्रतिशत रह गया है. माल की खपत के लिए देश का घरेलू बाज़ार ही बहुत बड़ा है. पिछले दो दशकों में देश में […] Read more » नई सरकार में रोजगार रोजगार रोजगार चुनौती सरकार के सामने चुनौती
जन-जागरण 80 करोड़ लोगों के निर्धन रहते देश की प्रगति असंभव May 12, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -गोपाल प्रसाद- सर्वसमावेशक विकास की अवधारणा को अमल में लाकर भारतीय नागरिकों की उन्नति करना हमारे देश के समक्ष आज की सबसे बड़ी चुनौती है. उच्च वर्ग से लेकर सर्वाधिक पिछड़े व्यक्ति तक सबको एक साथ एक दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है. उसी को गांधीजी के शब्दों में “अन्त्योदय’ कहा जाएगा. यह विचार […] Read more » देश की प्रगति देश में गरीबी देश में निर्धनता
जन-जागरण बीबीसी चुप ही रहे तो अच्छा है May 12, 2014 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment -राकेश कुमार आर्य- भारत प्राचीन काल से ही पन्थनिरपेक्ष देश रहा है। क्योंकि इसकी राज्य व्यवस्था का मूल आधार समग्र समाज की मंगल कामना रही है। राज्योत्पत्ति के लिए अथर्ववेद (19-41-1) में आया है :- भद्रमिच्छन्त ऋषय: स्वर्विदस्तपा दीक्षां उपनिषेदुरग्रे। ततो राष्ट्रं बलमोजश्च जातं तदस्मै देवा उपसंनमस्तु।। अर्थात समग्र समाज के कल्याण की कामना करते […] Read more » नरेंद्र मोदी पंथनिरपेक्ष भारत में पंथनिरपेक्ष
जन-जागरण अंतिम दौर का चुनाव और शाह को क्लीन-चिट May 9, 2014 by प्रवीण गुगनानी | 1 Comment on अंतिम दौर का चुनाव और शाह को क्लीन-चिट -प्रवीण गुगनानी- अमित शाह को क्लीन चिट -बनाम- छद्म सेकुलरों के हाथ से एक और तोते का उड़ना वर्तमान में चल रहे लोकसभा चुनावों में सीबीआई के इशरत जहाँ मामले में अमित शाह को क्लीन चिट देने के निर्णय की टाइमिंग ही एक मात्र तथ्य है जो नमो के चमकते भाग्य के अनुसार सुखद सही […] Read more » अमित शाह इशरत जहां शाह को क्लीन चिट शाहर को राहत सीबीआई ने दी क्लीन चिट
जन-जागरण भ्रष्टाचार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला May 9, 2014 / May 9, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- सीबीआई के शिकंजे में आला अधिकारी भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसने की दृश्टि से सर्वोच्च न्यायालय ने अहम् फैसला दिया है। हालांकि भ्रष्टाचार मुक्त शासन-प्रशासन देने की जवाबदेही विधायिका की है, लेकिन जब विधायिका भ्रष्टाचार पर पर्दा डाले रखने के काम में लग जाए, तब न्यायालय की यह पहल अनुकरणीय है। सुप्रीम कोर्ट ने […] Read more » कोर्ट का फैसला भ्रष्टाचार पर कोर्ट सख्त भ्रष्टाचार पर फैसला सुप्रीम कोर्ट
जन-जागरण द्वितीय महायुद्ध के पश्चात विदेशों में हिन्दी भाषा से सम्बंधित अध्ययन May 5, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 1 Comment on द्वितीय महायुद्ध के पश्चात विदेशों में हिन्दी भाषा से सम्बंधित अध्ययन -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- विदेशों में हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में प्रचुर एवं महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। प्रस्तुत आलेख में हम उन अनेक देशों के हिन्दी साहित्य के सर्जकों के योगदान की चर्चा नहीं करेंगे। इसके सम्बंध में अलग आलेख में विचार किया जाएगा। प्रस्तुत आलेख में हिन्दी भाषा की शिक्षण सामग्री, वार्तालाप, शब्दकोशों तथा […] Read more » विदेशों में हिन्दी भाषा हिन्दी भाषा हिन्दी भाषा का अध्ययन
जन-जागरण राम राज्य की कल्पना के सहज किन्तु वर्तमान में असुलभ अर्थ April 9, 2014 / April 9, 2014 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट. ये वाक्य न जानें कहनें वाले ने किन अर्थों में किस आव्हान को करते हुए कहा था किन्तु वर्तमान भारत में यह आव्हान चरितार्थ और सुफलित होता दिखाई पड़ रहा है. तथ्य है कि भारत में जब यहाँ के एक सौ तीस करोड़ लोग बात करतें […] Read more » राम राज्य की कल्पना के सहज किन्तु वर्तमान में असुलभ अर्थ
जन-जागरण काजल की कोठरी है, जरा बचके March 27, 2014 / March 27, 2014 by मनोहर पुरी | 1 Comment on काजल की कोठरी है, जरा बचके -मनोहर पुरी- हमारे पर्वूजों ने बहुत सोच-समझकर यह कहावत बनाई होगी कि काजल की कोठरी में कितना ही सयाना व्यक्ति जाये उसके ऊपर एक लकीर कालिख की लगनी अनिवार्य है। सर्वविदित है कि राजनीति ऐसी ही काजल की कोठरी है। इसमें आने वाले व्यक्ति को अपने चाल चेहरे और चरित्र के विषय में लंबे-चौड़े व्यक्तव्य […] Read more » Corruption in India काजल की कोठरी है जरा बचके
जन-जागरण समाज ये कैसी अर्ज़ है! March 18, 2014 / March 18, 2014 by बीनू भटनागर | 4 Comments on ये कैसी अर्ज़ है! मैने हमेशा धार्मिक अंधविश्वासों का विरोध किया है चाहें वो किसी भी समुदाय से जुड़े हों। हिन्दू धर्म की बात करें तो मुख्य रूप से दो तरह के भक्त होते हैं पहले मूर्ति पूजक और दूसरे गुरु पूजक। गुरु पूजक मे भी मोटे तौर पर दो श्रेणियां होती हैं।– 1. ये गुरु आध्यात्म का ज्ञान […] Read more » ये कैसी अर्ज़ है!
जन-जागरण अतिशय मोदी विरोध से उठते चंद प्रश्न ??? March 18, 2014 by आलोक कुमार | 1 Comment on अतिशय मोदी विरोध से उठते चंद प्रश्न ??? अजीब हताशा का माहौल कायम हो चुका है मोदी विरोधी राजनीतिक दलों में , किसी के पास कोई मुद्दा ही नहीं है सिवाय मोदी विरोध के l देश की वास्तविक समस्याओं का तो कोई जिक्र ही नहीं कर रहा है , महंगाई , भ्रष्टाचार , आतंकवाद एवं अन्य मूलभूत समस्याओं और जनता को गौण कर […] Read more » अतिशय मोदी विरोध से उठते चंद प्रश्न ???