जन-जागरण विश्वात्मा भाषा : संस्कृत December 4, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on विश्वात्मा भाषा : संस्कृत भारत जब-जब भी भारतीयता की और भारत केे आत्म गौरव को चिन्हित करने वाले प्रतिमानों की कहीं से आवाज उठती है, तो भारतीयता और भारत के आत्मगौरव के विरोधी लोगों को अनावश्यक ही उदरशूल की व्याधि घेर लेती है। अब मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहीं संस्कृत के लिए कुछ करना चाहा […] Read more » संस्कृत
जन-जागरण शौर्य दिवस पर विधवा विलाप क्यों? December 4, 2014 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment प्रवीण दुबे छह दिसंबर 1992 का दिन, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल इस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं। तमाम मुस्लिम संगठनों ने इसे यौमेगम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। यह शौर्य का दिन था या यौमेगम अथवा मातम का इस पर अलग-अलग मत हो सकते हैं लेकिन […] Read more » शौर्य दिवस शौर्य दिवस पर विधवा विलाप
जन-जागरण छलनीगढ़ में बदलता छत्तीसगढ़ December 4, 2014 / December 8, 2014 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अभिषेक तिवारी साल के आखिरी महीने के पहले दिन की शुरूआत छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने अपने सुनियोजित परंतु कायरतापूर्ण तरीके से सीआरपीएफ के 14 जवानों को मौंत की नींद सुलाकर की। शायद उनका ये 14 जवानों को मारना 2014 को अलविदा कहने का तरीका हो। लेकिन 14 साल के हो चुके इस छत्तीसगढ़ राज्य के […] Read more » छत्तीसगढ़ छलनीगढ़ बदलता छत्तीसगढ़
जन-जागरण राष्ट्रहित से जुड़ी संस्कृत December 4, 2014 / December 8, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के केंद्रीय विद्यालयों में फिर से संस्कृत पढ़ाए जाने के विवाद पर केंद्र सरकार ने अब अपना रुख साफ कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय में शपथ .पत्र प्रस्तुत कर सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि केंद्रीय विद्यालयों में छठी से आठवीं तक की कक्षाओं में जर्मन की जगह संस्कृत पढाई […] Read more » sanskrit in the interest of country राष्ट्रहित संस्कृत
जन-जागरण बेघरों का दर्द कौन सुने December 3, 2014 / December 3, 2014 by आराधना द्विवेदी | Leave a Comment आराधना द्विवेदी सर्दी का मौसम घर में रहने वाले लोगों के लिए तो बेहद रूमानी और खूबसूरत होता है, लेकिन इसी भारत के वे लोग जो एक अदद घर के अभाव में खुले आसमान के नीचे फुटपाथ पर अपना जीवन गुजारने को अभिशप्त हैं, के लिए सर्दी का मौसम बड़ा ही त्रासद हो जाता है. […] Read more » बेघरों का दर्द
जन-जागरण दोहरे आतंक की मार झेलता भारत December 3, 2014 / December 3, 2014 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी नक्सलियों ने एक बार फिर सुरक्षा बलों के समूह पर हमला बोल कर अपने कुत्सित इरादों का परिचय दिया है। सुकमा के घने जंगलों में घात लगाकर किए गए इस हमले में माक्र्सवाद के समर्थक नक्सलियों ने 14 पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को लेकर राजनीतिक दलों ने […] Read more » India suffers a double shot of terror आतंक की मार झेलता भारत दोहरे आतंक की मार
जन-जागरण आयु घट भी सकती है और बढ़ भी सकती है November 29, 2014 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment सामान्यत: किसी भी दुर्घटना या चोट आदि के पश्चात जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो लोग उसे अकाल मृत्यु कहते हैं। लोग पीडि़त परिवार को सांत्वना देते हुए ऐसा भी कहते सुने जाते हैं कि ईश्वर ने ऐसा ही करना था, सो हो गया, इसलिए दु:ख किस बात का? ऐसी बातों के […] Read more »
चुनाव धमकियों के खिलाफ मतदाता November 29, 2014 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on धमकियों के खिलाफ मतदाता संदर्भः- जम्मू-कश्मीर व झारखण्ड में चुनाव प्रमोद भार्गव आतंकवाद से ग्रस्त जम्मू-कश्मीर और नक्सली हिंसा का संत्रास झेल रहे झारखण्ड में विधानसभा के पहले चरण में रिकाॅर्ड तोड़ हुआ मतदान लोकतंत्र के विरोधियों के गाल पर करारा तमाचा है। खून जमा देने वाली ठंड के बावजूद जम्मू-कश्मीर में 71 फीसदी मतदान होना इस बात […] Read more » जम्मू-कश्मीर में चुनाव झारखण्ड में चुनाव मतदाता
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख खाद्य सुरक्षा : रंग लाई मोदी की जिद November 24, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव के नेतृत्व में विश्व व्यापार सुविधा नियमों में सुधारों के सिलसिले में भारत का कठोर रूख सही दिशा में बढ़ाया गया कदम साबित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ता के चलते व्यापार सुगमता करार पर अमेरिका ने नरम रुख अपना लिया है। उसने खाद्यान्न भंडारण के मुद्दे पर भारत के प्रस्ताव का सर्मथन […] Read more » Food Safety victory of India in World Trade Organisation World Trade Organisation WTO खाद्य सुरक्षा विश्व व्यापार संगठन
जन-जागरण लाल आतंक से आज़ाद होने का सही वक्त November 24, 2014 / November 24, 2014 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी सरकार बदली और वक्त बदला तो लाल आतंक के गुनहगारों ने भी अपना भेष बदलना शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली वारदात के बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने जिस प्रकार की इन माओवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाही करना शुरू किया, उसके बाद से नक्सली यह सोचने लगे कि […] Read more » right time to free from naxalwad the right time to free from lal aatank नक्सलवाद नक्सलियों का उद्देश्य
चुनाव अनिवार्य मतदान का औचित्य November 22, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- गुजरात निकाय चुनाव में लागू हुआ अनिवार्य मतदान का कानून प्रमोद भार्गव गुजरात राज्य में होने वाले निकाय चुनावों में अनिवार्य मतदान का कानून लागू कर दिया गया है। अब जो मतदाता मतदान नहीं करेंगे उन्हें दण्डित भी किया जाएगा। हालांकि मतदान न करने वालों को क्या सजा मिलेगी,इसके नियम अब गुजरात सरकार बनाएगी। […] Read more » Compulsory Voting Justification of compulsory voting अनिवार्य मतदान
जन-जागरण स्वास्थ्य-योग गायों को ऑक्सीटोसीन इंजेक्शन क्यों ? November 13, 2014 / November 15, 2014 by बलवन्त | 2 Comments on गायों को ऑक्सीटोसीन इंजेक्शन क्यों ? आधुनिक मनुष्य अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए पालतू पशुओं के साथ सहअस्तित्व की भावना का निर्वाह न करते हुए जो दुर्व्यवहार कर रहा है, प्रकृति उसे कभी माफ नहीं कर सकती। सर्वविदित है कि माँ के दूध पर संपूर्ण अधिकार उसके बच्चे का होता है। हालांकि मानव अपने व्यावसायिक हितों का ध्यान रखते हुये […] Read more » गायों को ऑक्सीटोसीन इंजेक्शन