राजनीति विश्ववार्ता वामपंथी चोले में सम्राज्यवादी आचरण July 9, 2020 / July 9, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव चीन दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जो चोला तो वामपंथी वैचारिकता का ओढ़े हुए है लेकिन उसके सभी आचरण निरंकुश और सम्राज्यवादी हैं। इसकी शुरुआत चीन ने 1950 में तिब्बत के दमन और वहां की जनता के साथ क्रूरता बरतते हुए किया था। माओत्से तुंग उस समय कम्युनिस्ट चीन के प्रमुख थे। […] Read more » expansional china Imperialist behavior in leftist china सम्राज्यवादी आचरण
राजनीति विश्ववार्ता सभी पड़ोसी देशों को है चीन का पड़ोसी होने का मलाल July 9, 2020 / July 9, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जब 1947 की 14 अगस्त तक भारत अखंड देश के रूप में विश्व मानचित्र पर विद्यमान था तब के चीन का मानचित्र भारत के मानचित्र की अपेक्षा 2 गुना कम था । उसके पश्चात चीन ने अपनी साम्राज्यवादी और विस्तारवादी नीति के अंतर्गत अपना साम्राज्य बढ़ाना आरंभ किया । यह अत्यंत खेदजनक स्थिति है कि […] Read more » conflict of borders with neigjbouring countries of china लद्दाख के गलवान इलाके में भारत और चीनी सेना के बीच झड़प
विश्ववार्ता शख्सियत भारत के मानस पुत्र दलाई लामा July 7, 2020 / July 7, 2020 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment पुर्नजन्मः आध्यात्मिक गुरु का 86वें वर्ष में मंगल प्रवेश श्याम सुंदर भाटियाभारतीय संस्कृति में अतिथि देवो भव का खा़सा महत्व है। यदि देश की रोटी, माटी, हवा और पानी से किसी का छह दशकों से नाता हो तो वह अतिथि के दायरे में परिभाषित नहीं किया जा सकता है। वह किसी परिवार, किसी गांव या […] Read more » Dalai Lama दलाई लामा
विश्ववार्ता पाक व अमेरिका: दुश्मनी के डमरु July 6, 2020 / July 6, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक गलवान घाटी को लेकर चल रहे भारत-चीन तनाव पर दो संवाद अभी-अभी ऐसे हुए हैं, जिन पर विदेश नीति विशेषज्ञों का ध्यान जाना जरुरी है। एक तो अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियों और भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के बीच और दूसरा चीनी विदेश मंत्री वांग यी और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद […] Read more » पाक व अमेरिका
राजनीति विश्ववार्ता नेपाल की उद्दंडता क्षमा कर स्नेह का हाथ बढ़ाया जाना भारत के लिए आवश्यक July 5, 2020 / July 5, 2020 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on नेपाल की उद्दंडता क्षमा कर स्नेह का हाथ बढ़ाया जाना भारत के लिए आवश्यक भारत के लिए नेपाल और नेपाल के लिए भारत अलग नहीं है । माना कि दोनों सम्प्रभुत्व संपन्न स्वतंत्र राष्ट्र हैं । परंतु दोनों की सांस्कृतिक विरासत सांझा है । वैचारिक धरातल पर दोनों एक ही विचारधारा से अनुप्राणित रहे हैं । यही कारण है कि दोनों देशों ने रोटी बेटी का संबंध करने में […] Read more » india and nepal relation नेपाल की उद्दंडता क्षमा
आर्थिकी विश्ववार्ता वैश्विक स्तर पर कई वित्तीय संस्थान क्यों कर रहे हैं भारत पर भरोसा July 5, 2020 / July 5, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment वैश्विक स्तर पर कई वित्तीय संस्थानों जैसे विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, आदि ने वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर कोरोना महामारी के कारण होने वाले सम्भावित प्रभाव का आँकलन करने का प्रयास किया है। इसी कड़ी में, अभी हाल ही में ऑर्गनाइज़ेशन फॉर इकोनोमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) ने भी विभिन्न […] Read more » financial institutions trusting India globally Why are many financial institutions trusting India globally वित्तीय संस्थान कर रहे हैं भारत पर भरोसा
विश्ववार्ता अब रूस के व्लादीवोस्तक तक पर भी चीन ने किया अपना दावा July 3, 2020 / July 3, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment चीन की हरकतों पर यदि ध्यान दिया जाए तो लगता है कि यह तीसरा विश्व युद्ध करा कर दुनिया के लिए महान खतरा बन चुका है । यह भी स्पष्ट होता जा रहा है कि चीन के नेतृत्व का इस समय दिमाग फिर गया है । तभी तो वह अपने हर पड़ोसी के साथ किसी […] Read more » China has claimed its claim on Vladivostok of Russia Now even China has claimed its claim on Vladivostok of Russia व्लादीवोस्तक
विश्ववार्ता मोर्चे पर महिलाओं के बढ़ते कदम July 2, 2020 / July 2, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment डॉo सत्यवान सौरभ, भारत में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश ने महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन और कमांडिंग ऑफिसर के स्तर तक उठने के समान अवसर के लिए रास्ता साफ कर दिया तो उधर पाकिस्तान में पहली महिला जनरल की खबर सुर्ख़ियों में है. दुनिया में आज हर क्षेत्र में महिलायें आगे बढ़ रही है और […] Read more » Increasing steps of women on the front महिलाओं के बढ़ते कदम
विश्ववार्ता स्वास्थ्य-योग गूगल-एपल मिलकर तोड़ेंगी संक्रमण की चेन! June 27, 2020 / June 27, 2020 by योगेश कुमार गोयल | 1 Comment on गूगल-एपल मिलकर तोड़ेंगी संक्रमण की चेन! कोरोना – योगेश कुमार गोयल पिछले कुछ महीनों से विभिन्न देशों द्वारा कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। कई देशों ने लॉकडाउन को एक कारगर हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया तो कईयों ने इसके लिए आधुनिक तकनीक का भी उपयोग किया […] Read more » Google-Apple together will break the chain of infection! कोरोना गूगल-एपल
विश्ववार्ता वर्क फ्रॉम होम की वर्क-संस्कृति का बढ़ता दायरा June 27, 2020 / June 27, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- देश एवं दुनिया में कोरोना महामारी एवं प्रकोप ने न केवल हमारी जीवनशैली बल्कि कार्यशैली में भी आमूलचूल परिवर्तन कर दिया है। जिन देशों में लॉकडाउन हुआ और तीन-तीन, चार-चार महीनों तक इन स्थितियों को सामना करना पड़ा, उन सभी देशों में वर्क फ्रॉम होम की कार्यशैली को अपनाना पड़ा। कंपनियों को […] Read more » वर्क फ्रॉम होम
राजनीति विश्ववार्ता क्या युद्ध के कगार पर खड़े हैं June 21, 2020 / June 21, 2020 by प्रभात कुमार रॉय | Leave a Comment प्रभात कुमार रॉय कोरोना कहर काल में क्या विश्व की महाशक्तियां एक विनाशकारी युद्ध के कगार पर आ खड़ी हुई हैं? यक्षप्रश्न उत्पन्न हुआ है? जबकि इंडो-पैसिफिक महासागर में अमेरिका द्वारा अपनी नेवल शक्ति के तीन जंगी जहाजों को गश्त करने के लिए उतार दिया है. अमेरिकन नेवी के तीन जंगी जहाजों द्वारा इंडो-पैसिफिक महासागर […] Read more » america and china war state between america and china अमेरिका और चीन
राजनीति विश्ववार्ता भारत चीन का बढ़ता संघर्ष : क्या हम वैश्विक विनाश के बहुत अधिक निकट खड़े हैं ? June 17, 2020 / June 17, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment चीन के विषय में हम पहले से ही यह मानते आ रहे हैं कि इस देश की कथनी करनी में बहुत भारी अंतर है । चीन एक ऐसा देश है जो सोया हुआ दानव है । मानवता नाम की कोई चीज इसकी राजनीति में नहीं मिलती । इसलिए यह किस स्थिति में कहां तक जा […] Read more » : Are we standing too close to global destruction Indo-China growing conflict Indo-China growing conflict: Are we standing too close to global destruction भारत चीन का बढ़ता संघर्ष वैश्विक विनाश