हिंद स्वराज हम आजादी की कुर्बानिया क्यो भूल गये August 14, 2012 / August 14, 2012 by शादाब जाफर 'शादाब' | Leave a Comment शादाब जफर ‘‘शादाब’’ आजाद भारत के हर नागरिक के लिये 15 अगस्त का दिन खुशी का दिन होने के साथ साथ आत्मंथन करने का भी है। देश के ज्यादातर मुसलमान आज ये सोचते है कि आजादी के लिये हमारे बुर्जुगो ने जो कुरबानिया दी आखिर उन सब का सिला हमे क्या मिला। गुलामी कि जंजीरे […] Read more » आजादी की कुर्बानिया
हिंद स्वराज …यूं तय हो गयी थी 15 अगस्त की तारीख August 14, 2012 / August 14, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on …यूं तय हो गयी थी 15 अगस्त की तारीख 14 व 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि समय 12 बजे वह घड़ी थी जिसने भारत को युगांतरकारी परिवर्तन की ओर बढ़ा दिया था। पुराने से नये में प्रवेश करा दिया था। यही वो क्षण थे, जिसके लिए हमने सैकड़ों वर्ष तक संघर्ष किया था। आज वह संघर्ष अपने लक्ष्य पर पहुंच गया था। किंतु यह […] Read more » 15 अगस्त की तारीख
हिंद स्वराज स्वतंत्रता के सच्चे सबक! August 14, 2012 / August 14, 2012 by राजेश कश्यप | 1 Comment on स्वतंत्रता के सच्चे सबक! स्वतंत्रता दिवस विशेष -राजेश कश्यप हम गौरवमयी स्वतंत्रता के साढ़े छह दशक पार कर चुके हैं। आज हम जिस आजादी का सुख भोग रहे हैं, वह शहीदे-आजम सरदार भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, लाला लाजपतराय, खुदीराम बोस, उधम सिंह, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, राजगुरू, सुखदेव जैसे असंख्य जाने-अनजाने देशभक्त शूरवीरों, […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता स्वतंत्रता दिवस
हिंद स्वराज स्वतंत्रता की 65वीं वर्षगांठ August 13, 2012 / August 13, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on स्वतंत्रता की 65वीं वर्षगांठ भारत के साथ सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि इसका इतिहास जो आज विद्यालयों में पढ़ाया जा रहा है वह इसका वास्तविक इतिहास नही है। यह इतिहास विदेशियों के द्वारा हम पर लादा गया एक जबर्दस्ती का सौदा है और उन विदेशी लेखकों व शासकों के द्वारा लिखा अथवा लिखवाया गया है जो बलात हम […] Read more » 65th anniversry of independence स्वतंत्रता की 65वीं वर्षगांठ
हिंद स्वराज कैसे कहूं ‘मेरा भारत’ “महान” ! August 12, 2012 / August 12, 2012 by एस.के. चौधरी | 8 Comments on कैसे कहूं ‘मेरा भारत’ “महान” ! मेरा भारत महान…… ! हर ट्रक के पीछे लिखने का जारी हुआ फरमान, एक ट्रक ड्राईवर ने फरमान निभाते हुआ लिखा अपने ट्रक के पीछे, छोटे अक्षर में पहले, “ सौ में नब्बे बेईमान” और बड़े बड़े अक्षर में लिखा, उसके ही नीचे, “ मेरा भारत महान.” । पुलीस ने जब ये देखा, तो ड्राईवर […] Read more » india is great मेरा भारत’ “महान
हिंद स्वराज आजादी की लड़ार्इ का अंतिम अध्याय August 8, 2012 / August 8, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment राजनाथ शर्मा 9 अगस्त पर विशेष 09 अगस्त 1947 भारतीय स्वतत्रता आन्दोलन का अद्वितीय दिन था जिसे इतिहास के पन्नों में अगस्त क्रान्ति के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह आन्दोलन अंगे्रेजों द्वारा हिन्दुस्तानियों पर किये गये जुल्म व अत्याचार पर तीब्र प्रहार था यह आन्दोलन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा अंगे्रेजो भारत छोड़ो […] Read more » 9 अगस्त
हिंद स्वराज जब गोमांतक सेना ने उतारा पुर्तगाली झंडा और फहराया तिरंगा August 1, 2012 by प्रवीण गुगनानी | 1 Comment on जब गोमांतक सेना ने उतारा पुर्तगाली झंडा और फहराया तिरंगा प्रवीण गुगनानी 2 अगस्त दादरा नागर हवेली के भारत में विलय दिवस पर विशेष भारत को जिस स्वरुप और जिन भौगोलिक सीमाओं को वर्तमान में हम देख पा रहे है वह स्वतन्त्रता प्राप्ति के बहुत बहुत बाद तक चले संघर्ष और एकीकरण के अनथक चले अभियान का परिणाम है. स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद भी बहुत […] Read more » dadra nagarhaweli दादरा नागर हवेली
हिंद स्वराज इसलिए महान है सनातन संस्कृति July 20, 2012 / July 20, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment गुलशन गुप्ता भारत के ह्रदय में भरा सागर से भी गहरा ‘दया और प्रेम का गागर’ वह पूँजी है, जिसका संग्रह किसी के पास नहीं है | न प्राचीन से प्राचीन किसी दूसरी सभ्यता के पास और न आधुनिकता के कारखाने में लिपटी आज की तथाकथित सभ्यता के पास | जहाँ तक्षशिला-नालंदा जैसे विश्वविद्यालय, द्रोण-चाणक्य […] Read more »
हिंद स्वराज सियाचिन नहीं अखंड कश्मीर पर हो वार्ता June 21, 2012 / June 20, 2012 by प्रवीण दुबे | 1 Comment on सियाचिन नहीं अखंड कश्मीर पर हो वार्ता प्रवीण दुबे सियाचिन में पाकिस्तान सेना के 140 जवान क्या मरे पाक सैन्य प्रमुख कयानी को इस क्षेत्र को सैन्य मुक्त करने और टकराव टालने की बात याद आ गई। आश्चर्य तो तब हुआ जब भारत ने भी इस विषय पर सिर हिला दिया और वार्ता का दौर चल पड़ा। इस बात से कतई इंकार […] Read more » siachen talk on entire kshmir
हिंद स्वराज सर्वधर्म-समभाव का भ्रम June 20, 2012 / June 20, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 8 Comments on सर्वधर्म-समभाव का भ्रम मजहबों को धर्म मानने वाले भारत पर्याप्त में हैं। उनमें इतना साहस नहीं है कि वे मजहब को सम्प्रदाय मान सके। इसलिए (सर्वधर्म-समभाव) की एक बे सिर पैर की परिकल्पना, भारत में आविष्कृत कर ली गयी है। इस अवधारणा के पीछे बड़ा गम्भीर षडय़न्त्र कार्य कर रहा है। अत: साम्प्रदायिकता की जिस विषबेल को समाप्त […] Read more » सर्वधर्म समभाव
हिंद स्वराज स्वतंत्रता राष्ट्रीय नमक हरामी के लिए नहीं है May 29, 2012 / May 29, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on स्वतंत्रता राष्ट्रीय नमक हरामी के लिए नहीं है छद्म धर्म निरपेक्षता से लकवाग्रस्त कांग्रेस और उसके कुछ अन्य समान विचारधारा वाले दलों का मानना है कि राजनीति (वास्तव में राष्ट्रनीति) से भला भगवाधारी संतों का क्या संबंध? राजनीति को यदि हम राष्ट्रनीति के रूप में लें और राजनीति को भी व्यक्ति का सबसे बड़ा धर्म स्वीकार कर लिया जाए तो भी ऐसा संभव […] Read more » indian freedom राष्ट्रीय स्वतंत्रता
हिंद स्वराज क्रांतिकारियों का वो वन्दनीय आध्यात्मिक राष्ट्रवाद May 25, 2012 / May 25, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on क्रांतिकारियों का वो वन्दनीय आध्यात्मिक राष्ट्रवाद वीरता का निन्दन और कायरता का वंदन केवल भारत में ही होता है। 1947 के क्षितिज पर तनिक मेरी आंखों में आंख डालकर देखो तो सही अनेकों वीर क्रांतिकारी और राष्ट्रभक्त बलिदानी पर्दे के पीछे से उचक उचक कर हमसे कहे जा रहे हैं- हमें याद रखना, भूल मत जाना। जितनी दूर हमसे 1947 होता […] Read more » freedom fighters of india क्रांतिकारि वन्दनीय आध्यात्मिक राष्ट्रवाद