आलोचना नामवर सिंह और युवालेखन की उलटबाँसी May 7, 2012 / May 7, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on नामवर सिंह और युवालेखन की उलटबाँसी जगदीश्वर चतुर्वेदी नामवर सिंह को युवालेखन पसंद है। युवाओं को प्रोत्साहित करना उनके स्वभाव का सामान्य अंग है। लेकिन युवा संस्कृति को वे सरलीकरणों के जरिए व्याख्यायित करते हैं। युवाओं को सरलीकरणों के जरिए नहीं समझा जा सकता। युवाओं के साहित्य को परिवार,स्कूली शिक्षा के दर्शन ,मासकल्चर और मासमीडिया के प्रभाव के बिना नहीं समझा […] Read more » नामवर सिंह युवालेखन
आलोचना ‘मन करता है नामवर सिंह की खूब प्रशंसा करूँ, विवेक कहता है आलोचना करूँ’ May 3, 2012 / May 3, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 8 Comments on ‘मन करता है नामवर सिंह की खूब प्रशंसा करूँ, विवेक कहता है आलोचना करूँ’ जगदीश्वर चतुर्वेदी नामवर सिंह पर लिखना बेहद असुविधाएं पैदा करता है। मन करता है उनकी खूब प्रशंसा करूँ , विवेक कहता है आलोचना करूँ। आलोचना को विवेक संचालित करता है। लेकिन नामवर सिंह के लेखन में विवेक के साथ भावुकता का भी विशेष योगदान रहा है। वे जब भी बोलते हैं ,मन से बोलते हैं।भावुक […] Read more » जगदीश्वर चतुर्वेदी नामवर सिंह
आलोचना अमेरिकी पूंजी, अशोक वाजपेयी और आलोचना का अवमूल्यन April 29, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on अमेरिकी पूंजी, अशोक वाजपेयी और आलोचना का अवमूल्यन जगदीश्वर चतुर्वेदी भारत में जब से फोर्ड फाउंडेशन जैसी अमेरिकी संस्थाओं का कला,साहित्य,संस्कृति,सिक्षा आदि में पैसा आना आरंभ हुआ है उसके बाद तेजी से आलोचना और अकादमिक अवमूल्यन आरंभ हुआ है। हिन्दी आलोचना और साहित्य में अमेरिकी हस्तक्षेप कोई नयी चीज नहीं है। कॉग्रेस फॉर कल्चरल फ्रीडम के हिन्दी में आगमन के साथ यह सिलसिला […] Read more » अशोक वाजपेयी
आलोचना राजनीति अशोक वाजपेयी का मार्क्सवाद पर हमला, मार्क्सवादी चुप्प ! April 21, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on अशोक वाजपेयी का मार्क्सवाद पर हमला, मार्क्सवादी चुप्प ! जगदीश्वर चतुर्वेदी हिन्दी आलोचना में नव्यउदार पूंजीवादी चारणों के बारे में जब भी सोचता हूँ तो रह-रहकर अशोक वाजपेयी याद आते हैं। इन जनाब की भजनमंडली में ऐसे 2 दर्जन लेखक हैं। अशोक वाजपेयी की शिक्षा-दीक्षा अव्वल दर्जे की रही है, सरकारी पद भी अव्वल रहे हैं, उनके पास चमचे भी अव्वलदर्जे के रहे हैं, […] Read more » अशोक वाजपेयी जनसत्ता मार्क्सवाद
आलोचना बापू बिकता है ..खरीदने वाला चाहिए. April 18, 2012 / April 18, 2012 by एल. आर गान्धी | 3 Comments on बापू बिकता है ..खरीदने वाला चाहिए. एल. आर. गाँधी पूरे का पूरा बापू बिक गया और बापू के नाम पर सत्ता सुख भोग रहे ‘गांधियों ‘को पता भी नहीं चला ?….. बापू के एक कतरा खून की बोली ११,७०० ब्रिटिश पौंड अर्थात ९६०२२५.५५२ गाँधी छाप रुपैय्या लगाई गयी ! ब्रिटेन में बापू के चरखे और ऐनक के साथ साथ बापू के […] Read more » Mahatma Gandhi बापू बिकता है
आलोचना क्या काले लोगों का अस्तित्व नहीं ? March 31, 2012 / March 31, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 3 Comments on क्या काले लोगों का अस्तित्व नहीं ? रंगभेदी विज्ञापन क्यों ? लीना ‘अब व्हाइट जीतेगा’ चेस खेलने वाली एक गोरी महिला दावे के साथ कहती है। ब्लैक आउट व्हाइट इन- बड़े गर्व के साथ कहा जाता है। सिर्फ यही नहीं आप अच्छा गाती हैं लेकिन यदि काले या सांवले भी हैं तो गा नहीं पाएंगे, इसके लिए आपको क्रीम लगाकर पहले गोरा […] Read more » color discrimination ad रंगभेदी विज्ञापन
आलोचना जि़म्मेदार शख्सियतों के गैऱ जि़म्मेदाराना बयान ! March 28, 2012 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफरी भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में अपने भक्तों व शिष्यों को शांति व प्र्रेम का सबक सिखाने वाले आर्ट ऑफ लिविंग यानी जीने की कला नामक मिशन के संस्थापक श्री श्री रविशंकर इन दिनों एक ऐसे विवाद मे उलझ गए हैं जिससे उनका बाहर निकल पाना मुश्किल हो रहा […] Read more » sri ravi shankar
आलोचना आध्यात्मिक गुरूओ के राजनीतिक बयानो से देश को खतरा! March 25, 2012 / March 25, 2012 by शादाब जाफर 'शादाब' | Leave a Comment शादाब जफर ‘‘शादाब’’ “सरकार को शिक्षा का निजीकरण कर के सरकारी विद्यालयो को बंद कर देना चाहिये क्योकि वे नक्सलवाद को जन्म देते है। सरकार को कोई स्कूल नही चलाना चाहिये।“मंगलवार को अमंगल करते हुए देश के सब से गरम राज्य राजस्थान में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रवि शंकर जी […] Read more » sri sri Ravi Shankar आध्यात्मिक गुरू
आलोचना आईपीएस की लाश पर हवन March 16, 2012 / March 16, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. हिमांशु द्विवेदी अब क्या लाशों पर सियासत छत्तीसगढ़ का भी संस्कार बनेगी। आजाद भारत मेंं शालीन राजनीति की परम्परा का झंडाबरदार रहा यह प्रांत गत तीन दिनों से जिस प्रकार के घटनाक्रम से गुजर रहा है, वह भविष्य को ले कर गंभीर सवाल खड़ा करता है। देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा से संबद्ध अधिकारी […] Read more » IPS Officer Rahul Sharma आईपीएस
आलोचना अरविन्द केजरीवाल जैसे तीस मार-खां लोग सिर्फ बातो के वीर है March 2, 2012 by अरविन्द विद्रोही | 8 Comments on अरविन्द केजरीवाल जैसे तीस मार-खां लोग सिर्फ बातो के वीर है अरविन्द विद्रोही अरविन्द केजरीवाल जैसे लोग सिर्फ बातो के वीर है , धन लेकर ही कार्यक्रम करवाने वाले ये लोग सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओ के संघर्षमयी जीवन को क्या जाने ? अपराधियो को कोई अच्छा नहीं मानता लेकिन जन संघर्षो में दर्ज मुकदमो से कोई अपराधी नहीं होता ,वो तो जन नेता और जन प्रतिनिधि […] Read more » Arvind Kejriwal अरविन्द केजरीवाल
आलोचना ममता शर्मा के बयान पर इतना बवाल क्यों? February 27, 2012 / February 27, 2012 by तेजवानी गिरधर | Leave a Comment राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा के बयान पर बवाल हो गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने थूक कर चाटना ही बेहतर समझा, लिहाजा तुरंत बयान वापस भी ले लिया। ज्ञातव्य है कि ममता ने यह कहा था कि युवतियां युवकों की टिप्पणियों से न डरें, बल्कि सकारात्मक रूप में लें। […] Read more » mamta sharma ममता शर्मा के बयान
आलोचना वैलेंटाइन डे के बहाने ………. February 13, 2012 / February 13, 2012 by हर्षवर्धन पान्डे | Leave a Comment हर्षवर्धन पाण्डे बाजार आज के दौर में प्रेम से गुलजार हो गया है……..हर तरफ प्रेम की महक नजर आती है……. गिफ्ट सेन्टरों में युवक युवतियों का सैलाब देखा जा सकता है जो प्रेम दिवस से पहले खरीदारी करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता …..भारत में भी पश्चिमी देशो की तर्ज पर १४ फरवरी को […] Read more » ‘वैलेंटाइन डे’ 14th feb Valentine Day