लेख शख्सियत समाज मज़हबी पोंगापंथी से ऊपर उठें August 3, 2022 / August 3, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment भारत में मजहब के नाम पर किस कदर पोंगापंथी लोग कोहराम मचाकर खुश होते हैं? अब ताजा क़िस्सा सामने आया है, मुजफ्फरनगर की युवा गायिका फरमानी नाज़ का! यह एक घरेलू मुस्लिम महिला है। इस तीस वर्षीय मुस्लिम महिला के खिलाफ कुछ मुस्लिम मौलानाओं ने अपने तोप और तमंचे दागने शुरु कर दिए हैं, क्योंकि […] Read more » farmani naz farmani naz har har shamboo rise above the religious fanatic
लेख समाज दोस्ती हमें जीना सिखाती है August 3, 2022 / August 3, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment अन्तर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस – 7 अगस्त 2022-ः ललित गर्ग :- अंतरराष्ट्रीय मैत्री (मित्रता) दिवस प्रत्येक वर्ष अगस्त माह के प्रथम रविवार को विश्व के कई देशों में मनाया जाता है। इसके पीछे की भावना हर जगह एक ही है- मित्रता एवं दोस्ती का सम्मान। मैत्री का दर्शन बहुत विराट है, स्वस्थ निमित्तों की श्रृंखला में यह […] Read more » friendship teaches us to live international friendship day अन्तर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस
लेख शख्सियत समाज बैदापोसी से दिल्ली तक के संघर्ष गाथा की नायिका : द्रौपदी मुर्मू August 3, 2022 / August 3, 2022 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment -डॉ. सौरभ मालवीय आदिवासी समाज से संबंध रखने वाली द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से समाज में नई शक्ति का संचार होगा। समाज के सभी वर्ग में भी एक नया उत्साह उत्पन्न होगा। उनमें यह संदेश जाएगा कि इस देश का कोई भी व्यक्ति अपने परिश्रम एवं लगन के बल पर देश के सर्वोच्च पद तक पहुंच सकता […] Read more » Draupadi Murmu The heroine of the saga of struggle from Baidaposi to Delhi द्रौपदी मुर्मू बैदापोसी
लेख कबूतरों की अनियंत्रित वृद्धि अप्राकृतिक और परेशानियाँ बढ़ानेवाली August 1, 2022 / August 1, 2022 by एड. संजय पांडेय | Leave a Comment कई हाऊसिंग सोसायटियों के परिसरों में खुले स्थानों पर बड़ी संख्या में कबूतर घूमते हैं और गंदगी फैलाते हैं। बिल्डिंग के कुछ लोग उन्हें खाना खिलाकर प्रोत्साहित करते हैं। देश में सबसे आम पक्षियों में सबसे पहले कबूतर और उसके बाद कौवा आता है। इसका कारण भोजन और शहरीकरण की प्रचुरता और आसान उपलब्धता है। […] Read more » dieseases due to pigeon Uncontrolled growth of pigeons is unnatural and troublesom
लेख लहराएं ‘तिरंगा’ तो यह रखें ख्याल…? August 1, 2022 / August 1, 2022 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राष्ट्रीय ध्वज हमारे गौरव और स्वाभिमान का प्रतीक है। दुनिया का कोई भी देश अपने राष्ट्रीय ध्वज को जान से भी अधिक सम्मान देता है। राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के लिए लाखों लोग बलिदान हो चुके हैं। भारत में राष्ट्रीय ध्वज विशेष अवसरों […] Read more » ghar ghar tiranga har ghar tiranga तिरंगा
लेख स्वास्थ्य-योग मृत्यु का कारण बनती नकली और घटिया क्वालिटी की दवाएं August 1, 2022 / August 1, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment सबसे अधिक मात्रा में दवाइयां बनाने में भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा देश है। देश में सबसे तेज गति से बढ़ रहे इस कारोबार के बढ़ने के साथ ही नकली और निम्न कोटि की दवाओं का अवैध कारोबार भी बढ़ रहा है और लोगों की जान पर खतरा बढ़ता जा रहा है। पिछले वर्ष […] Read more » Fake and substandard medicines that cause death
लेख मुंशी प्रेमचंद का साहित्य एवं वर्तमान में तैरते प्रश्न August 1, 2022 / August 1, 2022 by कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल | Leave a Comment आज प्रश्न -प्रतिप्रश्न उठते हैं कथाकार कैसा हो?उसका लेखन कैसा है? किन्तु हमारे हिन्दी साहित्य में एक ऐसा साहित्यकार हुआ जो सभी जगह उपस्थित है तथा यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि प्रेमचंद की स्थापित परिपाटी के माध्यम से ही आगे की दिशा तय हुई ।जब बात हिन्दी में कथासंसार की उठती है तो सबसे […] Read more » Literature of Munshi Premchand and the floating questions in the present
लेख महिलाओं का कौशल और रोजगार: भारत की प्रगति के आधार August 1, 2022 / August 1, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment भारत में अधिकांश महिलाओं को न तो सामाजिक सुरक्षा और न ही नौकरी की सुरक्षा। आमतौर पर महिलाओं को कम-कौशल और कम वेतन वाले काम में लगाया जाता है। कौशल कार्यक्रमों में जीवन कौशल, संचार क्षमता, निर्णय लेने की क्षमता और आत्मविश्वास को एकीकृत करने की भी आवश्यकता है। इसके अलावा, सामाजिक-आर्थिक समर्थन, प्रासंगिक कौशल, […] Read more » Women's Skills and Employment: The Basis of India's Progress
लेख जीवात्मा और शरीर August 1, 2022 / August 1, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को मनुष्य इस लिये कहते हैं क्योंकि यह मननशील प्राणी है। मनन का अर्थ है कि मन की सहायता से हम अपने कर्तव्यों व गुण-दोष को जानकर गुणों का ग्रहण व दोषों का त्याग करें। यदि हम मनन करना छोड़ देते हैं और काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि में […] Read more » soul and body जीवात्मा और शरीर
लेख देश में पुलिस सेवा को बेहतर बनाया जाए August 1, 2022 / August 1, 2022 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment आज देश में जिस तरह की आंतरिक और बाहरी चुनौतियों है, पुलिस की जिम्मेदारी, उनकी भूमिका और उसके कार्य का महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है. पुलिस फोर्स में पांच लाख से अधिक पद खाली पड़े हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार देश के हर तीसरे थाने में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। देश में 841 […] Read more » Police service should be improved in the country
लेख रोजगार सृजन कर किसानों की सहायता करता डेयरी उद्योग July 28, 2022 / July 28, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment (दूध उत्पादन में अन्य व्यवसायों की तरह करियर की अपार सम्भावनायें हैं, देश भर में राज्य सरकारें दूध की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को सब्सिडी देकर इस उद्योग को बढ़ावा दे रही हैं, वहीं विज्ञान और तकनीकी में नए-नए प्रयोग कर के दूध उत्पादन बढ़ाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। खासकर […] Read more » डेयरी उद्योग
धर्म-अध्यात्म लेख मनुष्य-जन्म का उद्देश्य विद्या प्राप्त कर ईश्वर-साक्षात्कार करना है July 27, 2022 / July 27, 2022 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य संसार में ईश्वर, जीव व प्रकृति, इन तीन अभौतिक व भौतिक पदार्थों का अस्तित्व है। ईश्वर व जीव अभौतिक वा चेतन हैं तथा प्रकृति भौतिक वा जड़ सत्ता है। ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरुप, निराकार, सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, न्यायकारी तथा जीवों के कर्मों के अनुसार उनके जन्म व मृत्यु की व्यवस्था करने वाली […] Read more » The purpose of human birth is to attain God-realization by acquiring knowledge. मनुष्य-जन्म का उद्देश्य विद्या प्राप्त कर ईश्वर-साक्षात्कार करना है