लेख वर्ष 2020′ का तनाव भूलकर ज़िंदादिली से करें अंग्रेजी नववर्ष ‘2021’ का स्वागत! December 31, 2020 / December 31, 2020 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागी दुनिया में घातक महामारी कोराना का बेहद खतरनाक काल चल रहा है, खस्ताहाल काम धंधे, बेरोजगारी, बेहाल आर्थिक स्थिति व डर के चलते लोग बड़ी संख्या में बहुत ज्यादा तनावग्रस्त हैं। हालात यह हो गये हैं कि कोरोना के भय व बचाव के मारे लोग दिल खोलकर खुशियां तक मनाने के लिए […] Read more » अंग्रेजी नववर्ष 2021 का स्वागत
लेख नव वर्ष 2021 को भारतीय परम्पराओं के अनुरूप मनाना उचित December 30, 2020 / December 30, 2020 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on नव वर्ष 2021 को भारतीय परम्पराओं के अनुरूप मनाना उचित -मनमोहन कुमार आर्यआगामी 1 जनवरी, 2021 को हम नये आंग्ल वर्ष सन् 2021 में प्रवेश कर रहे हैं। इस अवसर पर लोग अपनी प्रसन्नता व्यक्त करने के लिये इसका उत्सव के रूप में स्वागत करते और एक दूसरे से मिलकर, फेसबुक, व्हटशप, इमेल आदि पर शुभकामनायें सन्देश अपने प्रिय जनों को प्रेषित करते हैं। कार्यालयों […] Read more » 2021 को भारतीय परम्पराओं के अनुरूप मनाना It is appropriate to celebrate New Year 2021 in line with Indian traditions
मनोरंजन लेख अगवानी करें नये वर्ष, नये जीवन एवं नई दिशाओं कीं December 29, 2020 / December 29, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- जाते हुए वर्ष को विदा करना एवं नये वर्ष की अगवानी करना-एक ऐसी संधिबेला है जहां जीवन एक नई करवट लेता है। कोरोना महामारी, प्राकृतिक संकट, आर्थिक अस्तव्यस्तता एवं राजनीतिक उथल-पुथल, अन्तर्राष्ट्रीय बदलाव, किसान आन्दोलन एवं काश्मीर की शांति एवं लोकतंत्र की स्थापना जैसे विविध परिदृश्यों के बीच नए वर्ष का स्वागत […] Read more » new life and new directions Receive new year अगवानी करें नये वर्ष
टेलिविज़न मीडिया लेख ख़बरों के पीछे दौड़ती पत्रकारिता को थोड़ी रैड लाइट की जरूरत है। December 28, 2020 / December 28, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment आज के दौर में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच मीडिया के लिए विश्वसनियता की अहमियत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। आज देश भर के चैनलों और अख़बारों में खबर जहां जल्दी पहुंचाने पर जोर है, वहीं समाचार में वस्तुनिष्ठता, निष्पक्षता और सटीकता बनाए रखना भी बेहद जरूरी है। इंटरनेट और सूचना के […] Read more » पत्रकारिता को थोड़ी रैड लाइट की जरूरत
लेख शख्सियत साहित्य सुमित्रानंदन पंत एक युगांतकारी साहित्यकार December 28, 2020 / December 28, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment सुमित्रानंदन पंत स्मृति दिवस- 28 दिसम्बर 2020 पर विशेष -ः ललित गर्ग:-भारतीय संस्कृति, जीवनमूल्य एवं राष्ट्रीय जीवन को निर्मित करने में साहित्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी साहित्य के आरंभ और विकास में कई महान कवियों और रचनाकारों ने अपना योगदान दिया है, जिनमें से एक हैं छायावादी युग के चार स्तंभों में […] Read more » Sumitranandan Pant Sumitranandan Pant is an epochal writer सुमित्रानंदन पंत
मीडिया लेख शख्सियत वाद-विवाद-संवाद और मामा माणिकचंद्र वाजपेयी December 28, 2020 / December 28, 2020 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी वाद का अपना एक विवाद हो सकता है। कई बार वाद को लेकर छिड़ी बहसों ने संसद और विधानसभाओं में विवाद को इतना बढ़ाया है कि माननीय अपने क्रोध की सीमाएं तक त्याग गए, किंतु इसके बाद कहना होगा कि वाद इस धरती पर उस सनातन व्यवस्था का हिस्सा है जब से […] Read more » Debate-dialogues and uncle Manikchandra Vajpayee मामा माणिकचंद्र वाजपेयी
लेख समाज धर्मांतरण : एक घिनौना षड्यंत्र December 26, 2020 / December 26, 2020 by प्रणय कुमार | Leave a Comment जिहादी शक्ति यदि ताड़का हैं तो मसीही पूतना। जैसे पूतना ने माता के वेष में हमारे सांस्कृतिक नायक श्रीकृष्ण के प्राण लेने का षड्यंत्र रचा था वैसे ही तमाम चर्च, उसमें काम करने वाले पादरी और मदर्स-सिस्टर्स सेवा और ममता की आड़ में हमारे भोले-भाले, निर्धन-वंचित वनवासियों को लुभाकर उनका धर्मांतरण करते हैं। उन्होंने पूरब […] Read more » Conversion Conversiona disgusting conspiracy धर्मांतरण
लेख एन अनफॉरगेटेबल लव स्टोरी ऑफ़ अटल December 26, 2020 / December 26, 2020 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment सियासी धुव्र तारे- अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर विशेष 25 दिसंबर, 1924 श्याम सुंदर भाटिया “अटल बिहारी वाजपेयी के लुटियंस जॉन वाले बंगले में लोग जब अटल जी से मिलने जाते थे, तब उनको राजकुमारी कौल परिवार उसी बंगले में दिखता था। इसका मतलब है, अटल जी के साथ ही कौल परिवार उनके […] Read more » An Unforgetable Love Story of Atal एन अनफॉरगेटेबल लव स्टोरी ऑफ़ अटल
लेख शख्सियत समाज जादुई सोच से नई दुनिया रचने वाला शख्स December 26, 2020 / December 26, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment मिर्जा गालिब जन्म जयंती- 27 दिसम्बर 2020– ललित गर्ग- वास्तविक रचनाकार एवं सृजनकार अपने हूनर से ही नहीं, बल्कि अपनी सोच एवं मूल्यों से ख्याति पाते हैं और इतिहास बनाते हैं, ऐसे अनूठे एवं विलक्षण इंसान परंपरावादी दुनिया की सारी सीमाओं को तोड़कर जज्बातों के बवंडर से नई सूरत गढ़ते हैं। ऐसी शख्सियतें खुद अपनी […] Read more » मिर्जा गालिब जन्म जयंती
लेख समाज घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति कर देगी सामाजिक बंधन कच्चे December 24, 2020 / December 24, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण -5 (एनएफएचएस -5) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि भारत को घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति की आवश्यकता नहीं है। रिपोर्ट का कहना है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आधुनिक गर्भ निरोधकों का उपयोग से परिवार नियोजन मांगों में सुधार को पूरा किया जा रहा है। […] Read more » Only two good policy at home will make the social bond raw घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति जनसंख्या नियंत्रण
उत्पाद समीक्षा लेख बढ़ते उपभोक्तावाद पर संयम का अंकुश जरूरी December 23, 2020 / December 23, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस- 24 दिसम्बर, 2020-ः ललित गर्ग:-उपभोक्ता में उत्पादकता और गुणवत्ता संबंधित जागरूकता को बढ़ाने, जमाखोरी, कालाबाजारी, मिलावट, अधिक दाम, कम नाप-तौल इत्यादि संकटों से उपभोक्ता को मुक्ति दिलाने एवं उपभोक्ता संरक्षण कानूनों के बारे में लोगों को जानकारी देकर उपभोक्ता के हितों की रक्षा करने केे उद्देश्य से भारत में 24 दिसंबर को […] Read more » Restoration of rising consumerism is necessary उपभोक्तावाद पर संयम राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस
लेख साहित्य अनुपम साहित्य को खंगालने का वक्त December 22, 2020 / December 22, 2020 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी जब देह थी, तब अनुपम नहीं; अब देह नहीं, पर अनुपम हैं। आप इसे मेरा निकटदृष्टि दोष कहें या दूरदृष्टि दोष; जब तक अनुपम जी की देह थी, तब तक मैं उनमें अन्य कुछ अनुपम न देख सका, सिवाय नये मुहावरे गढ़ने वाली उनकी शब्दावली, गूढ से गूढ़ विषय को कहानी की तरह […] Read more » अनुपम साहित्य को खंगालने का वक्त